कोरोना पर सरकार / सूंघने की क्षमता कम होना और स्वाद पता नहीं चलना संक्रमण के सिम्प्टम्स में शामिल; अब 7 की बजाय 9 सिम्प्टम्स के आधार पर टेस्टिंग होगी
एक्सपर्ट का कहना है कि इन सिम्प्टम से बीमारी का जल्द पता लगाकर इलाज शुरू करने में मदद मिल सकती है अमेरिका ने पिछले महीने ही इन्हें कोरोना सिम्प्टम्स की लिस्ट में शामिल कर लिया था
नई दिल्ली. सूंधने की क्षमता कम होना और स्वाद का पता नहीं चलने को सरकार ने कोरोना के लक्षणों में शामिल कर लिया है। इस लिस्ट में पहले 7 लक्षण शामिल थे, अब 9 हो गए हैं। पहले बुखार, कफ, थकान, सांस लेने में दिक्कत, बलगम के साथ खांसी, मांस-पेशियों में दर्द, नाक से पानी बहना-गला खराब होना-दस्त होना जैसे सिम्प्टम शामिल थे।
कोरोना पर बनी टास्क फोर्स की पिछले रविवार को हुई बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा हुई थी। टास्क फोर्स के कुछ मेंबर ने सुझाव दिया था कि कोरोना संक्रमण की टेस्टिंग में इन लक्षणों को शामिल किया जाए, क्योंकि कई मरीजों में ऐसा देखा गया है।
एक्सपर्ट का कहना है कि सूंघने की क्षमता कम होना और स्वाद का पता नहीं चलना कोरोना के स्पेसिफिक सिम्प्टम नहीं हैं, बल्कि नॉर्मल जुकाम में भी ऐसा हो सकता है। लेकिन ये सिम्प्टम कोरोना संक्रमण के संकेत हो सकते हैं। इनके आधार पर टेस्टिंग की जाए तो बीमारी का जल्द पता लगाकर इलाज शुरू करने में मदद मिल सकती है।