पीएनबी घोटाले के आरोपी / हॉन्गकॉन्ग से नीरव और मेहुल के 1350 करोड़ के जेवरात भारत लाए गए, इनका वजन करीब ढाई टन
14 हजार करोड़ के पीएनबी घोटाले के आरोपी नीरव और मेहुल ने 2018 में भारत छोड़ दिया था मेहुल चौकसी एंटीगुआ में है, नीरव मोदी को पिछले साल लंदन में गिरफ्तार किया गया था
नई दिल्ली. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारी बुधवार को हॉन्गकॉन्ग से पीएनबी घोटाले के आरोपियों नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के 108 कन्साइनमेंट लाए हैं। इन कन्साइनमेंट्स में 1350 करोड़ रुपए की कीमत के जवाहरात हैं और इनका वजन करीब ढाई टन है। ईडी ने बताया कि हॉन्गकॉन्ग की एक कंपनी के गोदाम से हीरे, मोती और चांदी के जवाहरात मुंबई लाए गए हैं। इनमें 32 कन्साइनमेंट्स नीरव मोदी और 76 मेहुल चौकसी से जुड़े हैं।
जवाहरात 2018 में दुबई भेजना चाहते थे नीरव और मेहुल
जांच एजेंसी ने बताया कि नीरव और मेहुल ये कन्साइनमेंट 2018 में हॉन्गकॉन्ग से दुबई भेजना चाहते थे। खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी के आधार पर ईडी ने हॉन्गकॉन्ग से ये जवाहरात लाने की कोशिशें शुरू की थीं। ईडी चाहता था कि पीएनबी घोटाले में इन सभी संपत्तियों को भारत लाकर सीज किया जा सके।
नीरव मोदी ब्रिटेन में अपने प्रत्यर्पण के खिलाफ केस लड़ रहा है
हीरा कारोबारी नीरव मोदी (48) और मेहुल चौकसी (60) 14 हजार करोड़ के पीएनबी घोटाले में आरोपी हैं। अपने खिलाफ जांच शुरू होने से पहले ही ये दोनों 2018 में भारत छोड़कर भाग गए थे। ईडी ने इनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जांच शुरू की थी। नीरव मोदी को पिछले साल लंदन में गिरफ्तार किया गया था। वह अपने प्रत्यर्पण के खिलाफ केस लड़ रहा है।
मेहुल चौकसी अभी एंटीगुआ में है। वह बीमारियों का हवाला देकर भारत ना आ पाने की बात कहता है। घोटाला उजागर होने से पहले ही चौकसी ने एंटीगुआ-बारबुडा की नागरिकता हासिल कर ली थी।