मोगा. मोगा में सोमवार रात कुछ लोगों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। बताया जाता है कि जमीन के झगड़े की सूचना के बाद पुलिस टीम मौके पर कार्रवाई के लिए पहुंची थी, जहां भीड़ ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस घटना में एक हेड कॉन्स्टेबल की मौत हो गई, वहीं एएसआई और हेड कॉन्स्टेबल के अलावा दो ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हो गए। उधर, फायरिंग का आरोपी भी गाड़ी लेकर भाग रहा था, लेकिन उसका एक्सीडेंट हो गया। इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल, सिविल अस्पताल में भारी पुलिस तैनात है।
जानकारी के मुताबिक, मोगा जिले के गांव खोसा पांडो में सोमवार रात करीब सवा 1 बजे जमीन को लेकर पड़ोसियों में विवाद हो गया। इस दौरान एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के लोगों पर फायरिंग कर दी। इसके बाद दूसरे पक्ष के लोगों ने थाना सदर पुलिस को सूचना दी तो पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन दूसरे पक्ष के लोग नहीं माने।
मामला बढ़ता देख पुलिस ने कई और थानों से फोर्स को मौके पर बुला लिया। फायरिंग कर रहे एक युवक ने देखा कि पुलिस का जमावड़ा बढ़ रहा है तो उसने पुलिस पर फायरिंग में कर दी। इसमें तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके बाद चारों तरफ से पुलिस की घेराबंदी देख आरोपी रात के अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया। बाद में पुलिस घायलों को मथुरादास सिविल अस्पताल लेकर आई। वहां 45 साल के हेड कॉन्स्टेबल जगमोहन सिंह की मौत हो गई। वहीं, एक अन्य पुलिसकर्मी त्रिलोचन सिंह की गंभीर हालत देखते हुए उन्हें फरीदकोट मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। हेड कॉन्स्टेबल बेदम सिंह भी गोली लगने से घायल हुए हैं, उन्हें लुधियाना के दयानंद मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर किया गया है।
फायरिंग के दौरान भागने में हुआ आरोपी का एक्सीडेंट
उधर, पुलिस टीम पर फायरिंग करने वाले व्यक्ति की पहचान गांव के ही गुरविंदर सिंह पुत्र सुखदेव सिंह के रूप में हुई है। वहीं इस घटना में ग्रामीण काला सिंह व गुरदीप सिंह भी घायल हुए हैं। सभी को मोगा के सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। बताया जाता है कि पुलिस पर फायरिंग कर भागे गुरविंदर का दौलतपुरा गांव के निकट एक्सीडेंट हो गया। उसे मथुरादास सिविल अस्पताल लाया गया। जैसे ही पता चला कि यह वही व्यक्ति है, जिसने पुलिस पर फायरिंग की तो पुलिस ने अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड की सुरक्षा बढ़ा दी।