चीन की धमकी- भारत हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकता, ये 7 हज़ार करोड़ का कारोबार है

चीन (China) ने भी भारत (India) में उसके सामान के बहिष्कार पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. चीन ने स्पष्ट कहा है कि भारत में कुछ अति-राष्ट्रवादी हमारे सामान के खिलाफ अफवाहें फैला रहे हैं लेकिन इनका बहिष्कार करना इतना आसान नहीं है. चीन ने कहा कि हमारे सामान भारतीय समाज का अहम हिस्सा बन चुके हैं और ये अब 7 हज़ार करोड़ से ज्यादा का कारोबार है.

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‏बीजिंग. भारत-चीन सीमा (India-China Border Dispute) पर बड़े तनाव के बीच भारत में कई संगठन चीनी सामान का विरोध कर रहे हैं और इनका बहिष्कार (Boycott Chinese Products) करने के लिए कैंपेन भी चलाए जा रहे हैं. उधर चीन ने भी भारत में उसके सामान के बहिष्कार पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. चीन ने स्पष्ट कहा है कि भारत में कुछ अति-राष्ट्रवादी हमारे सामान के खिलाफ अफवाहें फैला रहे हैं, लेकिन इनका बहिष्कार करना इतना आसान नहीं है. चीन ने कहा कि हमारे सामान भारतीय समाज का अहम हिस्सा बन चुके हैं और ये अब 7 हज़ार करोड़ से ज्यादा का कारोबार है.

चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने कहा है कि भारत की कुछ अति-राष्ट्रवादी पार्टियां लगातार चीन को बदनाम करने की साजिश रचती रही हैं. ऐसा पहली बार नहीं है कि चीन के सामान का बहिष्कार करने के लिए कैंपेन चलाया जा रहा है, लेकिन हम भारत को समझाना चाहते हैं कि ये घाटे का सौदा है और ऐसा मुमकिन भी नहीं है. चीन ने बॉलीवुड फिल्म 3 इडियट फेम वैज्ञानिक सोनम वांगचुक द्वारा जारी किए गए वीडियो और ‘रीमूव चाइनीज ऐप’ नाम की एप्लीकेशन को लेकर भी कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है. हालांकि बता दें कि इस एप्लीकेशन को चीन की शिकायत के बाद गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया गया है. दावे के मुताबिक इस एप को ऐसे डिजाइन किया गया था कि ये चीन में बने सभी एप्लीकेशन को सलेक्ट कर आपके स्मार्टफोन से डिलीट कर देता था.

चीन को बदनाम किया जा रहा है
ग्लोबल टाइम्स में छपे इस लेख के मुताबिक, भारत-चीन के बीच सीमा विवाद कोई नई बात नहीं है और ये उतना गंभीर नहीं है जितना इसे भारत में कुछ ख़ास विचारधारा के लोग बढ़ा-चढ़ा कर बता रहे हैं. दोनों सरकार लगातार बार कर रहीं हैं और भारतीय सरकार का रवैया सकारात्मक है. चीन ने भारतीय मीडिया पर कुछ अति-राष्ट्रवादी नेताओं को पूरी स्थिति को बढ़ा-चढ़ा कर पेश करने का दोषी ठहराया है. चीन ने आरोप लगाया है कि उसके बारे में लगातार भ्रामक सूचनाएं फैलाई जा रही हैं. शंघाई इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंटरनेशनल स्टडीज के रिसर्च फेलो झाओ गनचेंग के मुताबिक भारत में चीन के खिलाफ गलत सूचनाएं फैलाई जा रही हैं. बीते साल दोनों देशों के बीच 7 हजारो करोड़ का व्यापर हुआ है और इसमें से ज्यादातर भारत ने आयात किया है.

चीन लगातार कह रहा है कि कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के चलते पहले ही दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं पर भारी बोझ है ऐसे में चीनी सामान का विरोध कर भारतीय मध्यवर्ग पर बोझ बढ़ने ही वाला है क्योंकि भारत में अधिकतर किफायती सामान चीन से ही आयात किया जाता है. चीनी इंस्टीट्यूट ऑफ़ कन्टेम्परेरी इंटरनेशनल रिलेशन के साउथ एशियन इंस्टीट्यूट के डेप्युटी डायरेक्टर लोउ चुन्हाऊ के मुताबिक भारतीयों के लिए फिलहाल चीनी सामन का बहिष्कार करना संभव ही नहीं है.उन्होंने कहा कि मोदी सरकार भारत के इन्फ्रास्ट्रक्चर को फिर से खड़ा करना चाहती है जो कि फ़िलहाल भारत की GDP का सिर्फ 16% ही है लेकिन ये चीनी सामान के बहिष्कार से संभव नहीं है, फिलहाल तो बिलकुल नहीं. बता दें कि भारतीय स्मार्टफोन मार्किट का 72% हिस्सा चीनी कंपनियों के कब्जे में है. टीवी के मामले में ये हिस्सेदारी 45% है जबकि रोजमर्रा के सामानों में ये हिस्सेदारी 70 से 80 प्रतिशत तक भी जा सकती है.


जॉर्ज फ्लॉयड प्रोटेस्ट: मिनेयापोलिस सिटी काउंसिल ने पुलिस डिपार्टमेंट को भंग किया
वाशिंगटन. अश्वेत अमेरिकी नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड (George Floyd Death) की पुलिस कस्टडी में हुई बर्बर मौत के बाद अमेरिका (US) के 42 राज्यों में प्रदर्शन जारी है. हालांकि प्रदर्शनों के दौरान हिंसा की घटनाओं में कमी आई है और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने वाशिंगटन ने नेशनल गार्ड्स को वापस भेज दिया है. उधर जॉर्ज फ्लॉयड के गृह राज्य मिनेसोटा के शहर मिनेयापोलिस में सिटी काउंसिल (Minneapolis City Council) की एक वोटिंग में पुलिस को डिपार्टमेंट को भंग कर दोबारा बनाने का फैसला लिया गया है. शहर के सिटी काउंसलर्स ने इस मुद्दे पर वोटिंग की और 12 में 9 वोट पुलिस को भंग कर देने के पक्ष में पड़े.काउंसिल प्रेजिडेंट लीसा बेंडर ने कहा कि हम पुलिस डिपार्टमेंट को भंग करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, हम पब्ल्कि सेफ्टी का एक नया कम्युनिटी मॉडल बनाएंगे और मिनेयापोलिस शहर की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे. काउंसिल मेंबर अलांद्रा कानो ने ट्वीट कर बताया कि हम इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि पुलिस डिपार्टमेंट में अब सुधार की गुंजाइश नहीं बची है, इसलिए हम इस वर्तमान पुलिस सिस्टम को ख़त्म करने वाले हैं. बता दें कि मिनेयापोलिस पुलिस डिपार्टमेंट के ही एक अफसर ने जॉर्ज फ्लॉयड की गर्डर को घुटने से 9 मिनट तक दबाकर रखा था जिससे उसकी दम घुटने से मौत हो गयी थी. बीते साल भी इसी शहर में एक ऐसा ही मामला सामने आया था और पुलिसकर्मी को 12 साल की सजा सुनाई गई थी.शांतिपूर्ण प्रदर्शन जारी

अमेरिका में नस्लवाद और पुलिस की ज्यादतियों के खिलाफ देशभर में चल रहे प्रदर्शनों का सिलसिला हफ्ते भर से जारी है. शुरुआत में अराजकता का माहौल बना लेकिन अब मोटे तौर पर विरोध शांतिपूर्ण तरीके से हो रहे हैं और ऐसे में आयोजकों को उम्मीद है कि उनका अभियान जारी रहेगा. मास्क पहने और मूलभूत बदलावों की मांग करते हुए रविवार को प्रदर्शनकारी दर्जनों स्थानों पर एकत्रित हुए. वहीं नॉर्थ कैरोलाइना में लोग जॉर्ज फ्लॉयड के शव वाले सुनहरे ताबूत की एक झलक पाने के लिए घंटों इंतजार करते रहे. प्रदर्शन चार अन्य महाद्वीपों में भी शुरू हो गए, बता दें कि लंदन और फ्रांस में झड़पें हुई हैं. सबसे बड़ा प्रदर्शन वाशिंगटन में देखा गया जहां सड़कों पर प्रदर्शनकारी उमड़ पड़े.न्यूयॉर्क सिटी में रविवार को भी प्रदर्शन जारी रहे जहां हजारों लोग पुलिस बर्बरता के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए सड़कों और उद्यानों में उतर आए. वहीं पुलिस ने रात आठ बजे से कर्फ्यू लगाने के फैसले को वापस ले लिया है जिसके चलते पिछले कई दिनों से पुलिस और जनता आमने-सामने हो रही थी. सैकड़ों प्रदर्शनकारियों के समूह मैनहेट्टन और ब्रुकलिन में मार्च करते रहे और इस दौरान पुलिस उनपर नजर रखती रही लेकिन उसने किसी को हाथ नहीं लगाए. शनिवार को मैनहेट्टन में प्रदर्शनों के दौरान स्वयंसेवियों ने प्रदर्शनकारियों को चिलचिलाती धूप से राहत दिलाने के लिए नाश्ता, प्राथमिक उपचार किट और पानी की बोतलें बांटी. वहीं हजारों लोगों ने ब्रुकलिन पुल को पार किया और लोअर मैनहेट्टन पहुंचे जहां अन्य समूहों के साथ मिलकर वे फोली स्कॉयर और वाशिंगटन स्कॉयर पार्क जैसे स्थानों पर एकत्र हुए.

 

पाकिस्तान में दाने-दाने को तरसे लोग लेकिन इमरान बोले- मोदी के लॉकडाउन में लोग भूखे मर रहे

इस्लामाबाद. पाकिस्तान (Pakistan) में कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के केस अब 1 लाख के करीब पहुंच गए हैं और इमरान खान (Imran Khan) सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था की बिगड़ती हालत के चलते लॉकडाउन लागू करने से स्पष्ट इनकार कर दिया है. रविवार को इमरान ने लॉकडाउन के खिलाफ विरोध दर्ज कराते हुए कहा कि हमें देखना चाहिए कि कैसे मोदी (PM Narendra Modi) के लॉकडाउन के बाद भारत (India) में लोग भूखे मर रहे हैं और अमेरिका जैसे अमीर देशों में भी खाने के लिए लाइन में लग रहे हैं. हालांकि भारत की भुखमरी से चिंतित पाकिस्तान की सच्चाई है कि वहां बीते 12 साल में महंगाई दर (Inflation) सबसे ज्यादा 14.6 फीसदी तक चली गई है और लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने एक बार फिर लॉकडाउन के ख़िलाफ़ बयान दिया है. जब से कोरोना की महामारी फैली है वो पूरी तरह लॉकडाउन का विरोध करते रहे हैं. डॉन के अनुसार इमरान ख़ान ने कहा कि मुल्क अब और लॉकडाउन बर्दाश्त नहीं कर सकता. इमरान ख़ान ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से पाकिस्तान के राजस्व में 800 अरब रुपये का घाटा हुआ है. उन्होंने कहा, ‘कोरोना को फैलने से नहीं रोक सकते, न लॉकडाउन की तरफ़ वापस जा सकते हैं और न मुल्क अब और लॉकडाउन बर्दाश्त कर सकता है. ग़रीब मुल्कों में लॉकडाउन से तबाही मच गई. हमें पता था कि लॉकडाउन से ग़रीबी बढ़ेगी. ये पाबंदी लोगों पर मुश्किल है. अब दुनिया स्मार्ट लॉकडाउन की तरफ़ जा रही है.’ पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय ने कहा है कि कोरोना के कारण 30 लाख लोगों के बेरोज़गार होने और ग़रीबी के 33.5 फ़ीसदी होने का अंदेशा है.
 
पाकिस्तान बर्बाद हुआ
बता दें कि साल 2020 में पाकिस्तानी रुपये में दुनियाभर के अन्य देशों की अपेक्षा सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली है. पाकिस्तानी स्टेट बैंक (SBP) ने बताया कि हमने वित्त वर्ष 2020 में दुनिया में सबसे ज्यादा मुद्रास्फीति देखी है, जिससे हमें ब्याज दर बढ़ाने के लिए मजबूर होना पड़ा है. बैंक की अप्रैल महीने के लिए जारी मुद्रास्फीति रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान ने न केवल विकसित अर्थव्यवस्थाओं बल्कि भारत, चीन, बांग्लादेश और नेपाल जैसी उभरती अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में भी सबसे बड़ी मुद्रास्फीति दर्ज की है. डॉन के मुताबिक स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने मुद्रास्फीति के दबाव को कम करने के लिए ब्याज दरों को बढ़ा दिया. हालांकि, इसका नतीजा उल्टा हुआ और इससे देश में मुद्रास्फीति और बढ़ गई क्योंकि इससे निजी कंपनियों ने औद्योगिक विकास के लिए महंगा कर्ज लेना बंद कर दिया. इससे देश का औद्योगिक विकास दर भी कम हो गयी.
महंगाई की मार झेल रहा आम आदमी
डॉन के अनुसार, पाकिस्तान में जनवरी महीने में 12 साल की सर्वोच्च महंगाई दर रिकॉर्ड की गई जो 14.6 फीसदी तक चली गई थी. बढ़ती कीमतों के जवाब में पाकिस्तानी स्टेट बैंक ने ब्याजदरों को बढ़ाकर 13.25 फीसदी कर दिया था. बैंक को भी ब्याज दरों में केवल तीन महीनों के भीतर 5.25 प्रतिशत की कटौती करने के लिए मजबूर होना पड़ा. फिलहाल पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था को 3-4 ट्रिलियन रुपये के अतिरिक्त निवेश की आवश्यकता है. चालू वित्त वर्ष के लिए जुलाई-मई की मुद्रास्फीति स्टेट बैंक के पहले के 11 प्रतिशत के प्रोजेक्शन से नीचे फिसलकर 10.94 प्रतिशत हो गई.एक लाख तक पहुंची संक्रमितों की संख्या
रविवार को देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले एक लाख के करीब पहुंच गए तथा मृतकों की संख्या 2,000 को पार कर गई. राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस के 4,960 नए मामले सामने आए जिसके साथ संक्रमण के कुल 98,943 मामले हो गए. कोविड-19 से संक्रमित 67 लोगों की मौत के साथ देश में मृतक संख्या 2,002 हो गई. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अब तक कम से कम 33,465 लोग स्वस्थ हो चुके हैं. अब तक पाकिस्तान के पंजाब में संक्रमण के 37,090, सिंध में 36,364 , खैबर पख्तूनख्वा में 13,001, बलूचिस्तान में 6,221, इस्लामाबाद में 4,979, गिलगिट-बाल्टिस्तान में 927 तथा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में कोविड-19 के 361 मामले सामने आए हैं.


दुनिया में कोरोना Live: US, ब्राजील और भारत में सबसे ज्यादा नए केस मिले, 3300 की मौत

नई दिल्ली. दुनिया में रविवार को कोरोना वायरस (Coronavirus) से मरने वालों की संख्या चार लाख तक पहुंच गई है. रविवार को दुनिया भर में संक्रमण (Covid-19) के 1 लाख 13 हज़ार से ज्यादा नए केस सामने आए जिसके बाद कुल मामले बढ़कर अब 70 लाख से भी ज्यादा हो गए हैं. बीते 24 घंटे में 3300 लोगों की मौत के बाद कुल मौतों का आंकड़ा 4 लाख से भी ज्यादा हो गया है. नए केसों के मामले अमेरिका (US) और ब्राजील (Brazil) के बाद अब भारत (India) तीसरे नंबर पर बना हुआ है. रूस, पेरू, पाकिस्तान, सऊदी अरब और मैक्सिको और चिली भी कोरोना के हॉटस्पॉट बन गए हैं.#ब्राजील में आंकड़े नहींब्राजील में रविवार को 18000 से ज्यादा ने केस सामने आए जिसके बाद कुल मामले बढ़कर अब 6,91,962 हो गए हैं. यहां बीते 24 घंटे में 542 लोगों की मौत हो गयी जिसके बाद कुल मौतों का आंकड़ा बढ़कर अब 36,500 से ज्यादा हो गया है. इससे एक दिन पहले ही दक्षिण अमेरिका के सबसे अधिक प्रभावित देश ब्राजील ने मानक जन स्वास्थ्य नियमों को तोड़ते हुए संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा जारी करने पर रोक लगाई थी.

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ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो ने एक और कदम बढ़ते हुए शनिवार को ट्वीट किया कि ब्राजील में हुई मौतें देश की वास्तविक स्थिति को प्रदर्शित नहीं करती और कहा कि वायरस के संक्रमितों की संख्या को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है. बोलसोनारो की बीमारी की गंभीरता को लेकर लगातार स्वास्थ्य विशेषज्ञों से बहस हो रही है और उन्होंने ब्राजील के विश्व स्वास्थ्य संगठन से बाहर होने की चेतावनी भी दी है. बोलसोनारो के आलोचकों का कहना है कि बीमारी की भयावहता को छिपाने के लिए राष्ट्रपति इस तरह की बातें कर रहे हैं. ब्राजील की ओर से आखिरी बार आधिकारिक रूप से दी गई जानकारी के मुताबिक देश में करीब 34 हजार लोगों की कोविड-19 से मौत हुई है जो अमेरिका और ब्रिटेन के बाद सबसे अधिक है.#पोप ने जारी की अपीलपोप फ्रांसिंस ने लॉकडाउन से बाहर आ रहे देशों के लोगों से सतर्कता बरतने और प्रशासन द्वारा तय सामाजिक दूरी, साफ-सफाई और आवाजाही संबंधी नियमों का अनुपालन करने की अपील की है. पोप ने कहा, ‘सतर्क रहें, विजयी होने का जश्न नहीं मनाएं, इतनी जल्दी प्रसन्न नहीं हों. नियमों का पालन करें. ऐसे नियम हैं जो वायरस से बचने और दोबारा आगे बढ़ने के लिए बनाए गए हैं.’ अर्जेंटिना में जन्मे पोप ने वायरस से जा रही लोगों की जान खासतौर पर लातिन अमेरिका में हो रही मौतों पर निराशा जताई. इटली में सार्वजनिक स्थलों पर जमा होने को लेकर लगी रोक हटने के बाद रविवार को मशहूर सेंट पीटर्स स्क्वॉयर पर दोपहर की प्रार्थना में आशीर्वाद लेने के लिए जुटे सैकड़ों लोगों को अपनी खिड़की से देख पोप प्रसन्न दिखे.#अमेरिका-ब्रिटेन में ढील जारी
अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों ने कहा है कि महामारी का प्रकोप रुकने से पहले वे पाबंदियों में ढील दे सकते हैं. अमेरिका में कोरोना वायरस के साथ-साथ जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के भड़की हिंसा से निपटने के तरीकों को लेकर राष्ट्रपति ट्रंप पर हमला तेज होता जा रहा है. ब्रिटेन ने रविवार को खुलासा किया कि 15 जून से प्रार्थना स्थलों को निजी प्रार्थना के लिए खोला जा सकता है. ब्रिटेन में गत हफ्तों में इस बात को लेकर चिंता बढ़ी है कि प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की सरकार बहुत जल्दी पाबंदियों में ढील दे रही है जबकि रोजाना कोविड-19 के करीब आठ हजार मामले आ रहे हैं. ब्रिटेन में गैर जरूरी सामान की दुकानों को भी 15 जून से खोला जाना है. ब्रिटिश सरकार की आपातकाल पर वैज्ञानिक सलाहकार समूह की बैठक में शामिल प्रोफेसर जॉन एडमुंड्स ने कहा, ‘निश्चित रूप से महामारी खत्म नहीं हुई है और अभी बहुत लंबा सफर तय करना है.’

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#फ़्रांस और स्पेन ने भी पाबंदियां कम की
फ्रांस में सरकार ने घोषणा की कि वह मंगलवार से फ्रांस की मुख्य भूमि से कैरीबिया और हिंद महासागर स्थित उसके इलाकों में लोगों के जाने पर लगी पाबंदी में ढील देगा. स्पेन भी पाबंदियों में ढील देने की कड़ी में अगला कदम उठाने की तैयारी कर रहा है जिसके तहत सोमवार से कम क्षमता के साथ मैड्रिड और बार्सिलोना में रेस्तरां खुलेंगे. तुर्की के इस्तांबुल में लोग लॉकडाउन हटने के बाद पहली बार सप्ताहांत पर शहर के तटों और पार्कों में भीड़ लगाते नजर आए जिसपर स्वास्थ्य मंत्री ने उन्हें फटकार लगाई है. रूस अब भी परेशानी का सामना कर रहा है. शुक्रवार को यहां कोविड-19 के करीब नौ हजार नये मामले आए. पिछले एक हफ्ते से रोजाना लगभग इतने मामले आ रहे हैं.
#यूएई में कोविड-19 से भारतीय डॉक्टर की मौत
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में कोरोना वायरस के कारण 61 वर्षीय एक भारतीय डॉक्टर की मौत हो गई. वह एक अस्पताल में कोविड-19 के मरीजों का इलाज कर रहे थे. उनके अस्पताल ने रविवार को यह जानकारी दी.‘गल्फ न्यूज’ ने अस्पताल द्वारा जारी एक बयान के हवाले से बताया कि शनिवार को अल आइन अस्पताल में महाराष्ट्र के नागपुर के रहने वाले डॉ सुधीर रामभाऊ वाशिमकर की मौत हो गई. वह वीपीएस हेल्थकेयर नेटवर्क के तहत अल आइन के बुर्जील रॉयल अस्पताल में कार्यरत थे. अस्पताल ने कहा, ‘डा.वाशिमकर बुर्जील रॉयल अस्पताल में कोविड-19 मरीजों का इलाज कर रहे थे. वह नौ मई को कोविड-19 से संक्रमित पाये गये थे. इसके दो दिन बाद 11 मई को उन्हें अल आइन अस्पताल लाया गया.’#रूस में कोरोना वायरस के नौ हजार नए मामले सामने आए
रूस में एक दिन में कोविड-19 संक्रमण के लगभग नौ हजार नए मामले सामने आए हैं. एक ओर जहां कई यूरोपीय देशों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में कमी आ रही है, वहीं रूस में संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है. महामारी को लेकर गठित राष्ट्रीय कार्यबल ने कहा कि बीते एक दिन में करीब 8,984 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. इसके अलावा 134 लोगों की मौत हो गयी. रूस में मई के मध्य से हर दिन लगभग नौ हजार मामले सामने आ रहे हैं. रूस में अब तक कुल 5,859 लोगों की मौत इस वायरस के कारण हो चुकी है. दुनियाभर में कोविड-19 संक्रमण से अबतक चार लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.#भारतीय अमेरिकी सामुदाय के नेता रमेश पटेल का कोविड-19 से निधन
भारतीय अमेरिकी समुदाय के प्रमुख नेता और फेडरेशन ऑफ इंडियन असोसिएशन ऑफ न्यूयॉर्क, न्यूजर्सी एंड कनेक्टिकट (एफआईए ट्राई-स्टेट) के अध्यक्ष रहे रमेश पटेल की यहां कोरोना वायरस के कारण मौत हो गई. पटेल (78) के परिवार में उनकी पत्नी सुचेता और बेटा सुवास तथा बेटियां मनीषा और कुंजल हैं. अमेरिका में भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने पटेल के निधन पर शोक व्यक्त किया है. संधू ने ट्वीट किया, ‘कोविड-19 से करीब दो महीने तक जंग के बाद फेडरेशन ऑफ इंडियन असोसिएशंस के संस्थापक सदस्य और अध्यक्ष रमेश पटेल के निधन के बारे में जानकर बेहद दुख हुआ.

भारतीय-अमेरिकी समुदाय के बेहद सम्मानित नेता, हमें उनकी कमी काफी खलेगी। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे.’ न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूत संदीप चक्रवर्ती ने भी ट्वीट कर पटेल के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए इसे ‘भारतीय अमेरिकी समुदाय के लिये बड़ी क्षति’ करार दिया. सामुदायिक सेवा के अलावा पटेल ने न्यूयॉर्क पुलिस विभाग की फॉरेंसिक जांच शाखा में काम किया और 2013 में उन्हें प्रतिष्ठित इलिस आइलैंड मेडल ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया था.

#वैक्सीन मिलने में एक साल लगेगा
सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग ने रविवार को कहा कि कोरोना वायरस का टीका व्यापक रूप से उपलब्ध होने में कम से कम एक साल लगेगा और लोगों को लंबे समय तक कोविड-19 के साथ ‘‘जीना सीखना’’ चाहिए. उन्होंने सिंगापुर के लोगों से कहा कि वे साफ-सफाई रखकर, मास्क पहनकर, सामाजिक दूरी के नियमों का पालन कर और भीड़भाड़ वाले स्थानों से बचकर कोरोना वायरस को सीमित करने में अपनी भूमिका निभाएं. ली ने महामारी के बाद सिंगापुर के भविष्य को लेकर छह राष्ट्रीय प्रसारणों में से पहले में कहा, ‘टीके के व्यापक रूप से उपलब्ध होने में कम से कम एक साल लगेगा. हमें लंबे समय तक कोविड-19 के साथ जीना सीखना होगा जैसा कि हमने विगत में क्षय रोग जैसी अन्य घातक संक्रामक बीमारियों के समय किया है.’ उन्होंने महामारी से निपटने में सिंगापुर की प्रगति को भी रेखांकित किया. प्रधानमंत्री के संबोधन प्रसारण के बाद सिंगापुर के मंत्री भी नौ से 20 जून के बीच अन्य प्रसारणों में संबंधित विषय पर अपनी बात रखेंगे.

#बांग्लादेश में कोरोना वायरस से एक दिन में 42 मौत
बांग्लादेश में रविवार को कोरोना वायरस से एक दिन में सर्वाधिक 42 लोगों की मौत हुई और 2,743 नए मामले आने के साथ ही कोविड-19 के कुल मामलों की संख्या 65 हजार के पार हो गई. बीडीन्यूज 24 डॉट कॉम की खबर में स्वास्थ्य निदेशालय के हवाले से कहा गया कि देश में कोरोना वायरस के 2,743 नए मामलों के साथ संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 65,769 हो गई है. अतिरिक्त महानिदेशक स्वास्थ्य सेवा नसीमा सुल्तान ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि घातक विषाणु की जद में आए 13,903 लोग अब तक ठीक हो चुके हैं जिनमें से 578 पिछले 24 घंटे में ठीक हुए हैं. इस बीच, ढाका ट्रिब्यून अखबार ने खबर दी कि सरकार ने नयी लॉकडाउन रणनीति का मसौदा तैयार किया है जिसमें देश में कोरोना वायरस संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए क्षेत्रों को रेड, येलो और ग्रीन जोन में बांटा जाएगा.

#नेपाल में कोविड-19 के 213 नये मामले
नेपाल में कोरोना वायरस संक्रमण के 213 नये मामले सामने आने के साथ देश में कोविड-19 मामलों की कुल संख्या बढ़ कर 3,448 हो गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को यह जानकारी दी. स्वास्थ्य एवं जनसंख्या मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि संक्रमण के नये मामलों में 209 पुरूष और चार महिलाएं हैं. बयान के मुताबिक रविवार को दो महिलाओं सहित 102 मरीजों को संक्रमण मुक्त होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई. नेपाल में किसी एक दिन में संक्रमण मुक्त होने की यह सर्वाधिक संख्या है. अब तक कुल 467 लोग संक्रमण मुक्त हुए हैं. देश में कोविड-19 से 13 लोगों की मौतें हुई हैं. देश के 77 जिलों में 71 में यह महामारी फैली है. भारत की सीमा से लगे प्रांत संख्या-दो में संक्रमण के सर्वाधिक मामले सामने आये हैं और यह संख्या 1,161 है. काठमांडू घाटी में संक्रमण के 92 मामले सामने आ चुके हैं। स्थिति को देखते हुए सरकार ने काठमांडू घाटी को सील कर दिया है और देश की राजधानी में लोगों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है.

#चीन में कोरोना वायरस संक्रमण के 11 नए मामले
चीन में कोरोना वायरस संक्रमण के 11 नए मामले सामने आए हैं जिनमें से पांच मामले बिना लक्षण वाले संक्रमण के हैं. इसी के साथ देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 83,036 पर पहुंच गए हैं. राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने शनिवार को कहा कि संक्रमण से किसी की मौत की फिलहाल कोई जानकारी नहीं है. आयोग ने कहा कि संक्रमण के छह पुष्ट मामले और पांच बिना लक्षण वाले मामले सामने आए हैं. एनएचसी ने कहा कि बिना लक्षण वाले संक्रमण के 236 मामलों से में से 154 मामले अकेले वुहान से हैं और सभी चिकित्सकीय निगरानी में है. शनिवार को देश में संक्रमण के पुष्ट मामले बढ़कर 83,036 हो गए हैं और 70 लोगों का उपचार चल रहा है.

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