बठिंडा में भ्रूण लिंग जांच के मामले में 9 पर केस दर्बज, बठिंडा सेहत विभाग अधिकारियों की कार्यशैली पर उठने लगे सवाल

बड़ा सवाल- हरियाणा व चंडीगढ़ बैठे अधिकारियों को थी जानकारी, तो लोकल अधिकारी आंखे मूंदकर क्यों बैठे रहे

-अब मामले में उच्चस्तरीय जांच की उठने लगी मांग, अस्पताल के दलालों पर केस पर प्रबंधकों की कार्यशैली की नहीं हो रही जांच

बठिंडा. बीते दो दिनों में सेहत विभाग की तरफ से शहर के नामदेव रोड के एक निजी अस्पताल समेत परसराम नगर स्थित एक घर में चल रहे भ्रूण जांच केंद्रों का खुलासा होने के बाद बठिंडा पुलिस ने थाना सिविल लाइन व थाना कैनाल कालोनी में 3A, 5(1),6,23,25,29 एक्ट 1994,120 आईपीसी दी प्री नेटल डायग्नोसिस्ट टेक्निक रेगुलेशन एंड प्रीबेशनल आफ मिस्यूज एक्ट भ्रूण परिक्षण करने व टेक्नालाजी का गलत इस्तेमाल कर लोगों से जालसाजी करने के मामले में अलग-अलग दो मामले दर्ज किए है। दोनों मामलों में नामजद 9 आरोपितों में से आठ की गिरफ्तारी पुलिस की तरफ से की जा चुकी है, जबकि एक गिरफ्तारी अभी बाकी है, जिसके लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। फिलहाल पुलिस अधिकारियों का दावा है कि उसे भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पकड़े गए आरोपितों को मेडिकल जांच करवाने के बाद अदालत में पेश किया जाएगा, ताकि पुलिस रिमांड हासिल कर पूछताछ की जा सके और गिरोह में और कौन-कौन शामिल है, उनका भी खुलासा किया जा सके। फिलहाल पुलिस दोनों मामले की पड़ताल कर यह पता लगाने में जुटी है कि आरोपितों ने अभी तक कितने लोगों को अपने जाल में फंसाया है।

वहीं दूसरी तरफ यह भी चर्चा है कि बठिंडा शहर में अवैध भ्रूण जांच केंद्र चल रहे है, जिसकी जानकारी चंडीगढ़ हैड आफिस बैठे अधिकारियों के अलावा हरियाणा सेहत विभाग के जानकारी मिल सकती है, लेकिन लोकल स्तर पर बैठे अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं है। यह बात किसी व्यक्ति के गले से नीचे नहीं उतर रही है। वही इस पूरे मामले में प्राइवेट अस्पतालों की तरफ से ग्राहकों को चुंगल में फंसाने के लिए रखे पब्लिक रिलेशन अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवाल उठने लगे है। उक्त लोग जहां कुछ आरएमपी डाक्टरों के पास पहुंचने वाले मरीजों को अस्पतालों में तबदील करने का काम करते थे वही अब इनकी तरफ से भ्रूण जांच करवाने जैसे काम करने का खुलासा भी हो रहा है।
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नर्स दिलाती थी विश्वास, तो दलाल कार में लेकर आने व छोड़ने तक करता था काम

बीती शनिवार को परसराम नगर गली नंबर 29 स्थित एक घर से पकड़े गए आरोपित गुरमीत सिंह निवासी गांव नियोर, इकबाल सिंह, उसकी पत्नी कुलविंदर कौर व एक महिला किरणजीत कौर निवासी परसराम नगर बठिंडा को मौके से गिरफ्तार कर थाना कैनाल कालोनी में केस दर्ज किया है। इन चारों ने मिलकर अपना एक गिरोह बना रखा था, जोकि घर के अंदर ही अवैध स्कैन सेंटर चलाकर भ्रूण लिंग जांच का काम करते थे। हालांकि, आरोपितों से भ्रूण जांच करने वाली कोई मशीन बरामद नहीं हुई है, लेकिन घर से पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन बरामद जरूर हुई है। जिसे सील कर सेहत विभाग ने जांच के लिए अपने कब्जे में ली है। जिस मशीन से महिलाओं की जांच की जा रही थी वह अल्ट्रासाउंड मशीन की डमी मशीन थी।

  • इसमें रिपोर्ट के नाम पर एक प्रिंटर व कलर स्कैन शीट रखी हुई थी, जिसमें वह लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए नकली रिपोर्ट व फेक जानकारी देते थे। इस काम के बदले 20 हजार से 25 हजार रुपये प्रति ग्राहक वसूलते थे। पुलिस की तरफ से की जांच में सामने आया है कि पकड़े गए आरोपितों ने अब तक तीन से चार लोगों के भ्रूण की जांच की है।
  • उनके पास भ्रूण जांच की कोई मशीन नहीं है, वह डमी मशीन के जरिए तूका लगाकर ही लोगों को अपने जाल में फंसाते थे और उनसे पैसे वूसलते थे। पकड़ी गई महिला किरणजीत कौर पहले एक प्राइवेट अस्पताल में नर्स का काम करती थी। मेडिकल की जानकारी होने के चलते वह लोगों को अपनी बातों के झांसे में ले लेती थी, जबकि गुरमीत सिंह दलाल का काम करता था। वह लोगों को अपनी कार में लेकर आने और उनकी जांच करवाने के बाद उन्हें वापस छोड़कर आने का काम करता था, ताकि आसपास के लोगों को कोई शक ना हो सके, जबकि आरोपित दंपति पैसे लेने और अन्य काम करते थे। सेहत विभाग के मुताबिक यह गिरोह पूर्व काफी समय से सक्रिय था और बठिंडा जिले के अलावा आसपास के पड़ोसी जिले के अनपढ़ व ग्रामीणों लोगों को अपने झांसे में लेते थे। थाना कैनाल कालोनी के प्रभारी एसआई सुनील कुमार ने बताया कि चारों आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिन्हें अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड हासिल किया जाएगा।
सिविल लाइन पुलिस ने निजि अस्पताल में भ्रूण जांच करने में दर्ज किया केस

वहीं थाना सिविल लाइन पुलिस ने भी नामदेव देव रोड पर स्थित एक निजी अस्पताल में भ्रूण लिंग जांच करने के मामले में भी एक महिला समेत पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इसमें आरोपित जुगराज सिंह निवासी गांव बोहड़ा जिला फतेहाबाद (गिरफ्तारी होनी बाकी), इसकी पत्नी रूपिंदर कौर निवासी गांव बोहड़ा जिला फतेहाबाद, जगतार सिंह निवासी परसराम नगर बठिंडा, आरएमपी डाक्टर बजरंग लाल निवासी मतिदास नगर बठिंडा व गुरजीत सिंह निवासी फूस मंडी जिला मानसा (इन चारों की गिरफ्तारी हो चुकी है) पर मामला दर्ज किया है।

  • पुलिस का दावा है कि फरार आरोपित को भी जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस गिरोह की मुख्य सरगना महिला रूपिंदर कौर है, जोकि लोगों को अपने झांसे में लेकर अपने पति की मदद से उन्हें बठिंडा लेकर आती थी और उनका भ्रूण जांच करवाने का काम करती थी। गौर होकि बीती शुक्रवार को सिरसा पीएनडीटी सैल ने एक स्टिंग ऑपरेशन के तहत हरियाणा के दलालों व बठिंडा के दो आरएमपी डाक्टरों की मिलीभगत से एक निजी अस्पताल में इको मशीन के जरिए भ्रूण लिंग जांच करने का खुलासा किया था। सिरसा पीएनडीटी सेल के नोडल अफसर डॉ. बुधराम के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम ने पुलिस को साथ लेकर अस्पताल में रेड कर दो दलालों को मौके पर भ्रूण लिंग जांच करने के बाद पकड़ लिया, जबकि तीसरा मौके से खिसक गया। इसे बाद में घर से पकड़ा गया। ये आरोपी अस्पताल में रखी इको मशीन के जरिए भ्रूण लिंग जांच करते थे, जिसे भी जब्त कर ली गई थी।

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