राज्य सरकार के स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक, अमृतसर से 15 मामले सामने आए. इसके बाद लुधियाना से छह, जालंधर और पठानकोट से चार-चार, बठिंडा से तीन और फाजिल्का, मुक्तसर, रूपनगर, एसबीएस नगर, संगरूर, होशियारपुर और गुरदासपुर से एक-एक मामला सामने आया.
बुलेटिन के मुताबिक, नए मामलों में विदेश से लौटे दो लोग भी शामिल हैं. जालंधर, लुधियाना, मोहाली, संगरूर और बठिंडा के विभिन्न अस्पतालों से 14 मरीजों को ठीक होने के बाद छुट्टी दी गई. बुलेटिन के अनुसार अब तक 2043 मरीज ठीक हो चुके हैं.
इसमें बताया गया है कि फिलहाल 325 मरीज बीमारी का इलाज करा रहे हैं. बुलेटिन में बताया गया कि दो मरीजों की हालत नाजुक है और वे वेंटिलेटर पर हैं. इस बीच पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि राज्य में अभी तक कोविड-19 संक्रमण के लिए एक लाख से अधिक नमूनों की जांच की जा चुकी है.
उन्होंने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘पंजाब में एक लाख से अधिक नमूनों की जांच कर ली गई है.’ उन्होंने कहा कि राज्य में प्रतिदिन करीब 4500 नमूनों की जांच की जा रही है. वहीं केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में बृहस्पतिवार को 80 वर्षीय एक महिला कोविड-19 से संक्रमित पायी गई, जिससे यहां कुल मामले बढ़कर 302 हो गए.
अधिकारियों ने बताया कि महिला बापूधाम कॉलोनी की रहने वाली है जो कि शहर का सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र है. उसके परिवार के छह सदस्यों की भी जांच की जाएगी. बुलेटिन के अनुसार आठ मरीजों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई जिससे यहां अभी तक ठीक हुए मरीजों की संख्या बढ़कर 222 हो गई. बुलेटिन के अनुसार चंडीगढ़ में ऐसे मरीजों की संख्या अभी 75 है जिनका अभी इलाज चल रहा है. अभी तक पांच मरीजों की वायरस से मौत हुई है.
अमृतसर में दुर्ग्याणा तीर्थ खोले जाने से पहले सैनिटाइज किया, लुधियाना में भी सोमवार से ओपीडी खुलेगी
पंजाब में कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए लगे पांचवें फेज के लॉकडाउन का शुक्रवार को पांचवां दिन है। सरकार की तरफ से कई तरह की राहत दिए जाने के चलते बाजारों और ऑफिसों में भीड़ जमा हो रही है। अनलॉक का असर संक्रमण पर भी पड़ रहा है। राज्य में गुरुवार को 58 नए मामले सामने आए, वहीं शुक्रवार को जालंधर में भी 8 नए मामले जुड़ने के बाद अब तक का आंकड़ा 2566 हो गया है। इनमें से राज्य में अब तक 53 लोगों की मौत हो गई, वहीं 88% के करीब मरीज स्वस्थ भी हो चुके हैं।
अमृतसर में राज्य में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित होने के साथ-साथ प्रशासन भी खासा गंभीर नजर आ रहा है। अनलॉक-1 में 8 जून को दुर्ग्याणा तीर्थ को खोले जाने की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इनके चलते शु़क्रवार को मंदिर परिसर को सैनिटाइज किया जा रहा है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के मुताबिक यहां मूर्तियों, ग्रंथों को छूना मना है। सामूहिक प्रार्थना के साथ-साथ प्रसाद या पवित्र जल वितरण पर भी पाबंदी रहेगी।
ओपीडी शुरू होने से पहले इस तरह हो रही तैयारियां
लुधियाना सिविल अस्पताल में सोमवार से ओपीडी शुरू होने जा रही है। इससे पहले कोरोना के 18 संदिग्ध मरीजों को शुक्रवार को मदर एंड चाइल्ड अस्पताल वर्धमान में भेज दिया गया। इसके बाद पूरे सिविल अस्पताल को सैनिटाइज किया जा रहा है।
मिशन फतेह के तहत गुरदासपुर सिविल डिफेंस ने जागरूकता मुहिम शुरू की। इसकी शुरुआत थाना सिविल लाइन एसएचओ मुख्तियार सिह, इंस्पेक्टर बलविंद्र सिंह और पोस्ट वार्डन हरबख्श सिंह ने पुलिस नाकों, बाईपास चौक और गुरदासपुर रोड पर मास्क बांटकर की गई। इस दौरान पुलिस विभाग व सिविल डिफेंस के वालंटियर ने कहा कि घर से बाहर जाते समय मुंह पर मास्क, शारीरिक दूरी और सार्वजनिक स्थल पर थूकने से परहेज करें।
पठानकोट से रोडवेज ने बसों के तीन रूटों पर 2-2 फेरे बढ़ाए
पठानकोट रोडवेज डिपो ने सर्विस बढ़ाना शुरू कर दिया है। पहले से जहां अमृतसर-चंडीगढ़ व जालंधर के लिए तीन-तीन बसें चल रही थी, वहीं शुक्रवार से इस सर्विस को बढ़ाकर पांच-पांच कर दिया है। एक-दो दिन बाद इनमें और बढ़ोतरी कर दी जाएगी। साथ ही डिपो आदेश मिलने के बाद इंटर स्टेट सुविधा भी जल्द शुरू कर देगा।
जिला तरनतारन को कोरोना से मुक्ति मिलने लगी है। आज मर्चेट नेवी के जवान गुरप्रीत सिंह ने कोरोना को मात देकर अपने घर लौटे। गांव कच्चा-पक्का निवासी जसवंत सिंह का लड़का गुरप्रीत सिंह चार माह 22 दिन से मुंबई स्थित समुंदर में तैनात था। 15 मई को तरनतारन से संबंधित मर्चेट नेवी के चार जवान वापस लौटे थे। इनको घरों में ही क्वारैंटाइन किया गया था। बाद में गुरप्रीत सिंह कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। डॉक्टरों ने गुरप्रीत को अस्पताल से विदा कर उनका सम्मान किया। अस्पताल में अब कोरोना के तीन मरीज बचे हैं।