जयपुर. किसानों को राहत देने के लिए सोमवार से प्रदेश में एक नई योजना का शुभारम्भ होने जा रहा है. किसानों (Farmers) को अब अपनी फसल गिरवी रखने पर महज 3 प्रतिशत की ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध होगा. किसान अपनी फसल गिरवी रख उसके कुल मूल्य का 70 प्रतिशत ऋण ले सकेंगे. सोमवार को प्रदेश के सभी जिलों में एक साथ ग्राम सेवा सहकारी समितियों पर ऋण वितरण कर इस योजना की शुरुआत की जाएगी. सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना के मुताबिक भारत में सबसे कम ब्याज दर पर किसान को रहन ऋण देने की प्रदेश की यह विशेष पहल है. कोविड-19 (Covid-19) महामारी के दौरान किसानों को अपनी फसल कम दामों में ना बेचनी पड़े इसके लिए सीएम अशोक गहलोत ने इस योजना का ऐलान किया था. अब किसान फसल के बदले ऋण लेकर अपनी जरूरतें पूरी कर सकेंगे और अच्छे भाव मिलने पर फसल को बेच सकेंगे.
जून में 25 हजार को लाभ
सहकारिता विभाग के प्रमुख सचिव नरेशपाल गंगवार का कहना है कि योजना के तहत जून माह में 25 हजार किसानों को लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है. लघु एवं सीमांत किसानों को डेढ़ लाख रुपये तक और बड़े किसानों को 3 लाख रुपये तक का ऋण मिल सकेगा. योजना के लिए हर साल कृषक कल्याण कोष से 50 करोड़ का अनुदान भी मिलेगा. योजना के तहत साढ़े 5 हजार ग्राम सेवा सहकारी समितियों को ऋण उपलब्ध करवाने की पात्रता दी गई है.
हर साल 2 हजार करोड़ का ऋण
प्रमुख सचिव नरेशपाल गंगवार के मुताबिक सरकार की मंशा हर साल 2 हजार करोड़ रूपये रहन ऋण के रूप में देकर किसानों की मदद करने की है. सरकार की इस इच्छा को अमलीजामा पहनाने के प्रयास किए जा रहे हैं. ऋण वितरण में लगे सहकारी समितियों के कार्मिकों के लिए भी प्रोत्साहन योजना लाई जाएगी. जिलों के प्रबंध निदेशकों को निर्देश दिए गए है कि ज्यादा से ज्यादा रहन ऋण वितरित कर किसानों को लाभान्वित किया जाए.