स्पेसएक्स की लॉन्चिंग / नासा का क्रू डेमो-2 मिशन लॉन्च; पहली बार निजी कंपनी का रॉकेट 2 अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर आईएसएस पहुंचेगा
भारतीय समय के अनुसार स्पेसएक्स के रॉकेट ने शनिवार रात करीब 1 बजे उड़ान भरी 2011 के बाद पहली बार अमेरिका ने अपनी धरती से यात्रियों को स्पेस स्टेशन भेजा
वॉशिंगटन. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने 2 अंतरिक्ष यात्रियों को निजी कंपनी स्पेसएक्स के अंतरिक्ष यान से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) पर भेजा। ये अंतरिक्ष यात्री रॉबर्ट बेनकेन और डगलस हर्ले हैं। इस मिशन का नाम ‘क्रू डेमो-2’ और स्पेसक्राफ्ट का नाम ‘क्री ड्रैगन’ है। भारतीय समयानुसार शनिवार रात करीब 1 बजे मिशन की लॉन्चिंग हुई। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन तक पहुंचने में रॉकेट को 19 घंटे लगेंगे.
#WATCH SpaceX Falcon 9 rocket takes off with the SpaceX Crew Dragon spacecraft for International Space Station, with 2 NASA astronauts – Robert Behnken and Douglas Hurley. pic.twitter.com/83aXfAtK1d
— ANI (@ANI) May 30, 2020
21 जुलाई 2011 के बाद पहली बार अमेरिकी धरती से कोई मानव मिशन अंतरिक्ष में भेजा गया। स्पेसक्राफ्ट की लॉन्चिग अमेरिका के सबसे भरोसेमंद रॉकेट फॉल्कन-9 से की गई। स्पेसएक्स अमेरिकी उद्योगपति एलन मस्क की कंपनी है। यह नासा के साथ मिलकर भविष्य के लिए कई अंतरिक्ष मिशन पर काम कर रही है।
#WATCH SpaceX Falcon 9 rocket takes off with the SpaceX Crew Dragon spacecraft for International Space Station, with 2 NASA astronauts – Robert Behnken and Douglas Hurley. pic.twitter.com/83aXfAtK1d
— ANI (@ANI) May 30, 2020
27 मई को 17 मिनट पहले टला था मिशन
पहले यह लॉन्चिंग 27 मई की रात को नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से होनी थी, लेकिन मौसम खराब होने की वजह से 17 मिनट पहले मिशन रोक दिया गया था। नासा ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए लोगों से अपील की थी कि वे लॉन्चिंग देखने के लिए बाहर न निकलें। हालांकि, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उनकी बेटी इवांका अपने पति जेयर्ड और दोनों बच्चों के साथ केनेडी स्पेस सेंटर पहुंची थीं।
20 साल से आईएसएस मिशन पर काम चल रहा
- नासा 2000 के दशक की शुरुआत से ही आईएसएस पर मिशन पर काम कर रहा है। हालांकि, 2011 में उसने अपने रॉकेट से यह लॉन्चिंग करना बंद कर दी थी। इसके बाद इसके बाद अमेरिकी स्पेसक्राफ्ट रूस के रॉकेटों से भेजे जाने लगे।
- रूसी रॉकेट से लॉन्चिंग का खर्च लगातार बढ़ रहा था, ऐसे में अमेरिका ने स्पेसएक्स को बड़ी आर्थिक मदद देकर अंतरिक्ष मिशन के लिए मंजूरी दी। इस कंपनी ने 2012 में पहली बार अंतरिक्ष में अपना कैप्सूल भेजा।
- स्पेसएक्स कंपनी की स्थापना 2002 में की गई थी। इसका मकसद अंतरिक्ष में ट्रांसपोर्टेशन की लागत को कम करना है। साथ ही मंगल ग्रह पर इंसानी बस्तियां बनाना भी है।
A Starship prototype just exploded in Boca Chica, Texas during static fire testing. SpaceX was granted an FAA license yesterday to conduct suborbital flights, not sure when those first test flights will happen. Video/live feed from @NASASpaceflight pic.twitter.com/dqnQv1lqBV
— Joey Roulette (@joroulette) May 29, 2020
टेस्टिंग के दौरान स्पेसएक्स के रॉकेट में विस्फोट
स्पेसएक्स कंपनी एक हैवी लिफ्ट रॉकेट ‘स्टारशिप’ पर भी काम कर रही है। इस रॉकेट के एक प्रोटोटाइप में टेक्सास में लॉन्चिंग के दौरान विस्फोट हो गया। स्पेसएक्स की बोका चिका टेस्टिंग साइट पर शुक्रवार को टेस्टिंग की लाइव रिकॉर्डिंग चल रही थी। इसी समय विस्फोट हो गया जो लाइव रिकॉर्ड हुआ। यह रॉकेट अंतरिक्षयात्रियों को ले जाने वाले रॉकेट से बिल्कुल अलग है।