अमृतसर. पंजाब सरकार ने राज्य में लॉकडाउन को 4 सप्ताह तक और बढ़ाने का फैसला किया है। अब राज्य में 30 जून तक लॉकडाउन की स्थिति रहेगी। हालांकि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शनिवार रात केंद्र सरकार द्वारा घोषित अनलॉक-1 के अनुरूप कुछ छूट देने की भी घोषणा भी की है। दरअसल, राज्य में लॉकडाउन 31 मई को समाप्त हो रहा था। इसके मद्देनजर आगे के कदम के बारे में सलाह देने के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने विशेषज्ञ कमेटी का गठन किया था।
इस कमेटी ने मुख्यमंत्री को अपनी रिपोर्ट सौंप दी और इसके बाद कैबिनेट से सलाह के बाद सीएम कैप्टन अमरिंदर ने राज्य में लॉकडाउन 5.0 की घोषणा की। विशेषज्ञ कमेटी ने राज्य में मॉल आदि खोलने पर असहमति जताई। कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि पंजाब में लॉकडाउन बढ़ाने के दौरान लोगों को कोरोना सुरक्षा प्रोटोकॉल का कड़ाई से करना होगा
पंजाब सरकार राज्य में 30 जून तक लॉकडाउन बढ़ा दिया है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शनिवार रात पंजाब में लॉकडाउन चार और सप्ताह के लिए बढ़ाने का ऐलान किया। इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा घोषित अनलॉक-1 के अनुरूप कुछ छूट देने की भी घोषणा भी की है।
बता दें कि राज्य में लॉकडाउन 31 मई को समाप्त हो रहा था। इसके मद्देनजर आगे के कदम के बारे में सलाह देने के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने विशेषज्ञ कमेटी का गठन किया था। इस कमेटी ने मुख्यमंत्री को अपनी रिपोर्ट सौंप दी और इसके बाद कैबिनेट से सलाह के बाद सीएम कैप्टन अमरिंदर ने राज्य में लॉकडाउन 5.0 (Lockdown 5.0) की घोषणा की। विशेषज्ञ कमेटी ने राज्य में मॉल आदि खोलने पर असहमति जताई।
मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन के बारे में घोषणा करने से पहले स्वास्थ्य विशेषज्ञों के साथ वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिये विचार-विमर्श किया। इसके बाद उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों और कैबिनेट मंत्रियों भारत भूषण आशु, बलबीर सिंह सिद्धू और तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा के साथ चर्चा की।
उधर, पंजाब में कोरोना से अब तक 2301 लोग संक्रमित पाए गए हैं और इनमें से 48 की मौत हो चुकी है। बीते कुछ दिनों से राज्य में दी गई राहत के चलते 78 प्रतिशत उद्योगों में काम शुरू हो गया है। इनमें करीब 68 फीसदी कामगार लौट आए हैं। बीते दिन उद्योगपतियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उद्योगों में काम शुरू होने पर संतोष जताते हुए सरकार की ओर से पूरे सहयोग का भरोसा दिलाया।
कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि पंजाब में लॉकडाउन बढ़ाने के दौरान लोगों को कोरोना सुरक्षा प्रोटोकॉल का कड़ाई से करना होगा। इसमें शारीरिक दूरी (physical distance) और मास्क पहनना शामिल है! मुख्यमंत्री ने गरीबों को मुफ्त मास्क वितरित करने का भी आदेश दिया। उन्होंने खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री भारत भूषण आशू को निर्देश दिया कि वह जरूरतमंद और गरीबों को राशन के हिस्से के रूप में मास्क के वितरण के लिए तत्काल कदम उठाएं। डीजीपी दिनकर गुप्ता ने वीडियो कॉन्फ्रेंस में बताया कि मास्क पहनने को लेकर जिलों में सख्ती की जा रही है। इसका उल्लंघन करने वालों से जुर्माना वसूला जा रहा है। जुर्माने के रूप में अब तक एक करोड़ रुपये से अधिक की वसूली की गई है।
डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि राज्य में अब तक मास्क न पहनने के लिए 36820 लोगों को जुर्माना किया जा चुका है और 4032 लोगों को सार्वजनिक स्थानों पर थूकने के लिए जुर्माना किया गया है। सिर्फ पिछले 24 घंटे में मास्कस में पहनने के लिए 6061 लोगों को जुर्माना और थूकने के नियमों के उल्लंघन के लिए 503 लोगों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज की गई।
बैठक के दौरान मुख्य सचिव करण अवतार सिंह ने बताया कि राज्य में आने वाले सभी लोगों को 14 दिन के लिए आवश्यक तौर पर उनके घरों में क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने अपने फेसबुक सेशन में कहा की जो लोग राज्य से या विदेशों से बाहर आ रहे हैं और रिपोर्ट नहीं कर रहे हैं उनसे संपर्क करना एक बड़ी चुनौती है। ऐसे लोग दूसरों के लिए भी खतरा पैदा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि 9560 ऐसे लोग हैं जिनका पता करके उनकी जांच की गई है। इनमें से कई केस कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं ।
फिलहाल ऐसे हैं प्रदेश के विभिन्न इलाकों के हालात…
जालंधर में विभिन्न इलाकों में पुलिस ने तो अपने बैरिकेड्स हटा लिए, लेकिन शहर के लोगों द्वारा लगाए बांस आदि अभी ज्यों के त्यों हैं। हालांकि इनमें से कई इलाके तो कोरोना मुक्त हो गए हैं। अब जब शहर खुलने लगा है तो लोग इसका विरोध कर रहे हैं। सबसे ज्यादा परेशानी तो उन इलाकों में हैं, जिनकी गलियां मुख्य मार्ग को निकलती हैं। दूसरे इलाकों से आने वाले लोग जब इन गलियों से निकलते हैं तो या उनको रास्ते बंद मिलते हैं या उतनी ही जगह मिलती है, जिसमें से एक वाहन ही निकल सके।
अमृतसर में किराये पर रह रहे एक मजदूर के परिवार को मकान मालिक ने घर से निकाल दिया। अब यह परिवार अपने सामान की पेटियां बांधकर सड़कों पर रहने को मजबूर है। गुरदासपुर के कस्बा कलानौर के रहने वाले सुरेंद्र सिंह ने बताया कि लॉकडाउन से पहले वह काम के सिलसिले में पत्नी, दो भाई काला व पप्पू के साथ अमृतसर आया था। सब लोग यहां गुरुद्वारा शहीदां साहिब के पास सब्जी मंडी क्षेत्र में किराये के एक मकान में रह रहा था। लगभग दो महीने रहने के बाद मालिक ने घर से निकलने को बोल दिया। अब तीन दिन से अपना सामान उठाकर कभी किसी चौक तो कभी किसी चौक पर दो ईंटों का चूल्हा बनाकर अपना जीवन बसर कर रहे हैं। रात में कई बार पुलिस भी तंग करने लग जाती है।
लुधियाना शहर से प्रवासियाें को लेकर जाएंगी सात ट्रेनें, सुबह से पहुंचे लोग
लुधियाना से शनिवार को सात ट्रेनें जाएंगी। इनमें कटनी (स्टॉपेज ग्वालियर और बीना), बरकाखाना (स्टॉपेज धनबाद, डालटनगंज), कटिहार (स्टापेज पूर्णिया, बेगुसराय व गोंडा), आरा या भोजपुर (स्टॉपेज पटना, हरदोई, लखनऊ व बक्सर), औरंगाबाद (स्टॉपेज गया, हरदोई, लखनऊ, सुलतानपुर व भभुआ), दरभंगा (स्टॉपेज मधुबनी, बरेली, गोरखपुर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर) और खगड़िया (स्टॉपेज सहरसा, इटावा, डीडीयू, छपरा और हाजीपुर) शामिल हैं। इसी के चलते बिहार, मध्य प्रदेश और झारखंड जाने वाले लोगों को सुबह 10 बजे गुरु नानक स्टेडियम में बुलाया गया था। दूसरी ओर लोग इससे भी घंटों पहले पहुंच गए। डिप्टी कमिश्नर प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि अब तक आठ लाख लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था और उनमें से तीन लाख ट्रेन से जा चुके हैं।
दुकानदारों और राहगीरों को नाके पर रोककर बिना मास्क घूमने पर 17 चालान
पठानकोट जिले में लगातार बढ़ रहे कोरोना मामलों को देखते हुए पुलिस ने सलारिया चौक पर नाकाबंदी कर बिना मास्क घूमने वाले लोगों को रोका। 17 के चालान काटे। डीएसपी सिटी राजेंद्र मन्हास के नेतृत्व में इस अभियान की शुरुआत करते पुलिस टीम की ओर से स्थानीय दुकानदारों और राहगीरों को रोका गया। संतोषजनक जवाब न देने की सूरत में पुलिस ने उनके चालान काटे।
शंभू बॉर्डर पर नहीं हो रही पंजाब में एंट्री करने वालों की स्क्रीनिंग
पंजाब के स्वास्थ्य विभाग ने हरियाणा की सीमा पर शंभू में लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग के लिए तैनात सेहत टीम को वापस बुला लिया है। अब बिना स्क्रीनिंग लोग प्रदेश में आ रहे हैं। इस आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता कि अगर कोई कोरोना संदिग्ध हुआ तो संक्रमण और फैल सकता है। शंभू बॉर्डर पर तैनात शिक्षा विभाग के नोडल अफसर हरप्रीत सिंह ने बताया कि उनकी टीम हर व्यक्ति की ट्रैवल हिस्ट्री का रिकॉर्ड बनाती है। अब यहां किसी की स्क्रीनिंग नहीं हो रही है। वहीं शंभू बॉर्डर से टीम हटाने के संबंध में सिविल सर्जन डॉ. हरीश मल्होत्रा ने कहा कि उच्चाधिकारियों के आदेश के बाद ही टीम हटाई गई है।
नाभा में लाइट, साउंड एंड डीजे एसोसिएशन ने दुकानें खोलने की अनुमति मांगी
उधर, नाभा में लाइट, साउंड एंड डीजे वालों ने एसोसिएशन के अध्यक्ष अमन कलसी के नेतृत्व में एक मांगपत्र तहसीलदार सुखजिदर सिंह टिवाना को सौंपा। इन लोगों का कहना है कि इस व्यवसाय से हजारों लोगों को आजीविका चल रही है। काम बंद होने की वजह से घरों में राशन नहीं है। दुकानों और घरों का किराया भी नहीं दे पा रहे हैं। सरकार उन्हें भी समय-समय पर दुकानें खोलने की इजाजत दे, जिससे गुजर चल सके।
गुरदासपुर जिले के कस्बा दीनानगर इलाके में पुलिस बल ने डीएसपी महेश सैनी के नेतृत्व में फ्लैग मार्च निकाला। इस दौरान थाना प्रभारी बलदेव राज शर्मा भी मौजूद थे। इस दौरान लोगों को शारीरिक दूरी का ध्यान रखने और बाहर निकलते समय मुंह पर मास्क पहने के लिए अपील की जा रही थी। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि लोगों ने जिला प्रशासन के आदेशों का पालन नहीं किया उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
तरनतारन में गांव मुगलचक्क पन्नुआं के लोगों ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी से संबंधित लोगों को ही राशन दिया जा रहा है। प्रशासन द्वारा लोगों को जब गेहूं बांटने की मुहिम शुरू की गई तो गांव के कई लोगों के नाम रद्द किए गए थे। इस पर ग्रामीणों ने विरोध करते हुए राशन वाली ट्रॉली घेरकर सरकार खिलाफ प्रदर्शन किया।
नेतृत्व कर रहे देहाती मजदूर सभा के नेता इंद्रजीत सिंह संधू ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान गरीबों को राशन मुहैया नहीं करवाया गया है। उल्टा सस्ते दाम पर मिलने वाली गेहूं बंद कर दी गई है। अब मोदी सरकार द्वारा जारी की गई गेहूं और दाल की योजना से दूर किया जा रहा है।
दूसरी तरफ पट्टी के कुल्ला चौक पर ट्रैफिक पुलिस ने इंस्पेक्टर गुरप्रीत सिंह की अगुआई में नाकाबंदी करके वाहनों की चेकिंग की। मास्क नहीं पहनने वाले नौ लोगों के 200-200 चालान काटे।