जुलाई में लॉन्च होगी सरकार की ये स्कीम, आपके पास लाखों कमाने का मौका

ETF या एक्सचेंज ट्रेडेड फंड शेयरों के एक सेट में निवेश करते हैं. ये अमूमन एक खास इंडेक्स को ट्रैक करते हैं. ईटीएफ म्यूचुअल फंड जैसे होते हैं. लेकिन, दोनों में बड़ा अंतर यह है कि ईटीएफ को केवल स्टॉक एक्सचेंज से खरीदा या बेचा जा सकता है. जिस तरह आप शेयरों को खरीदते हैं.

नई दिल्ली.भारत बॉन्ड ईटीएफ (Bharat ETF Bond) जुलाई में दस्तक देने वाला है. म्यूचुअल फंड सहित कई निवेशक ईटीएफ के बारे में बहुत नहीं समझते हैं. ईटीएफ या एक्सचेंज ट्रेडेड फंड शेयरों के एक सेट में निवेश करते हैं. ये अमूमन एक खास इंडेक्स को ट्रैक करते हैं. ईटीएफ म्यूचुअल फंड जैसे होते हैं. लेकिन, दोनों में बड़ा अंतर यह है कि ईटीएफ को केवल स्टॉक एक्सचेंज से खरीदा या बेचा जा सकता है. जिस तरह आप शेयरों को खरीदते हैं. ठीक वैसे ही आप एक्सचेंज के कारोबारी घंटों के दौरान ईटीएफ को भी खरीद सकते हैं. यही वजह है कि हम यहां इनके बारे में बुनियादी चीजें बता रहे हैं.
एडलवाइज एसेट मैनेजमेंट ने भारत बॉन्ड ईटीएफ (BHARAT Bond ETF) की दूसरी किस्त जुलाई में लॉन्च करने की घोषणा की. दूसरी किस्त में नई भारत बॉन्ड ईटीएफ की दो सीरीज आएगी जिसकी

मैच्युरिटी क्रमश: अप्रैल 2025 और अप्रैल 2031 होगी. समान मैच्युरिटी वाले भारत बॉन्ड फंड्स ऑफ फंड्स (FOF) में वो निवेशक भी निवेश कर सकेंगे, जिनके पास डीमैट अकाउंट (Demat account) नहीं हैं.
भारत बॉन्ड ईटीएफ प्रोग्राम, डिपार्टमेंट ऑफ इन्वेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट द्वारा शुरू की गई भारत सरकार की एक स्कीम है और बाद में एडलवाइज एसेट मैनेजमेंट को इसे डिजाइन और प्रोडेक्ट को मैनेज करने की जिम्मेदारी दी गई.
दो नई ईटीएफ सीरीज के लॉन्च से एडलवाइज म्यूचुअल फंड का उद्देश्य बाजार से 14,000 करोड़ रुपए जुटाना है.

India's first debt Exchange Traded Fund, Bharat Bond

एडलवाइज असेट मैनेजमेंट ने कहा कि इस इश्यू के माध्यम से बाजार की मांग के आधार पर 11,000 करोड़ रुपए अतिरिक्त जुटाने का लक्ष्य है. इसके जरिए जो राशि जुटाई जाएगी वह 3,000 करोड़ रुपए ही होगी. पर इस दौरान ज्यादा रिस्पॉन्स निवेशकों से आता है तो इसे बढ़ाकर 14,000 करोड़ रुपए तक किया जा सकता है.

कैसे लगेगा टैक्स-इस बॉन्ड ईटीएफ पर डेट म्यूचुअल फंड की तरह टैक्स लगता है. यानी अगर निवेश को तीन साल से ज्यादा समय के लिए रखा जाता है तो इंडेक्सेशन बेनिफिट के साथ 20 फीसदी की दर से टैक्स लगता है. तीन साल वाले विकल्प में करीब 6.3 फीसदी रिटर्न मिलेगा. वहीं, 10 साल वाले विकल्प में 7 फीसदी ब्याज मिलेगा.

कितना मिलेगा मुनाफा
मान लें अगर आप भारत बॉन्ड ईटीएफ में एक लाख रुपए निवेश करते हैं तो उस पर 7.58 फीसदी की दर से रिटर्न मिलता है तो 10 साल में आपका पैसा बढ़कर 2.07 लाख रुपए हो जाएगा. फिर इस पर आपको 7,836 रुपए टैक्स के तौर पर चुकाना होगा. ऐसे में आपको 1.99 लाख रुपए मिलेंगे.

कितने न्यूनतम निवेश की जरूरत है-भारत बॉन्ड ईटीएफ में कम से कम निवेशक 1,000 रुपये निवेश कर सकते हैं. इसके बाद 1,000 रुपये के मल्टीपल में निवेश किया जा सकता है.

क्या इसमें कोई एक्जिट लोड होगा-एलॉटमेंट की तारीख से 30 दिन पूरा होने पर या इससे पहले निवेश को भुनाने पर 0.10 फीसदी एक्जिट लोड लगेगा. हालांकि, 30 दिन पूरा होने जाने पर रिडेम्प्शन/स्विच करने पर कोई चार्ज नहीं लगेगा.

छोटे निवेशकों के लिए इसमें क्या है-इस ईटीएफ के प्रबंधन का जिम्मा एडलवाइज एएमसी पर है. इस फंड के लिए इसने ‘फंड ऑफ फंड’ (एफओएफ) भी लॉन्च किया है. इससे सामान्य म्यूचुअल फंड की तरह खुदरा निवेशकों को निवेश करने की सहूलियत मिलेगी. छोटे निवेशकों के लिए यह एफओएफ सुविधा और लिक्विडिटी के लिहाज से ज्यादा बेहतर है.
इसकी तुलना किस अन्य प्रोडक्ट से की जा सकती है- भारत बॉन्ड ईटीएफ में 2023 और 2030 की मैच्योरिटी अवधि है. इस लिहाज से इसकी तुलना फिक्स्ड मैच्योरिटी प्लानों और बैंकिंग व पीएसयू फंडों के साथ हो सकती है. डेट म्यूचुअल फंडों के मुकाबले बॉन्ड ईटीएफ की कॉस्ट कहीं कम है.
 ये कंपनियां होंगी शामिल
बॉन्ड ईटीएफ निफ्टी भारत बॉन्ड सूचकांकों में निवेश करता है. इसमें एक्जिम बैंक, एचपीसीएल, हुडको, आईआरएफसी, नाबार्ड, एनएचएआई, एनएचपीसी, एनटीपीसी, पीएफसी, एनपीसीआईएल, पावर ग्रिड, आरईसी और सिडबी सहित AAA रेटेड सावर्जनिक क्षेत्र की कंपनियां शामिल हैं. पिछले साल दिसंबर में भारत बॉन्ड ईटीएफ के पहले चरण में सफलतापूर्वक 12,400 करोड़ रुपए से अधिक की राशि जुटाई गई थी.
भारत बॉन्ड ईटीएफ प्रोग्राम में एक्सचेंजों पर निवेशकों की भागीदारी और अच्छी लिक्विडिटी देखने को मिलती है. फंड हाउस ने कहा कि बिड-डेस्क प्रेड (बाय एंड सेल कॉस्ट के बीच का अंतर) 5 से 10 बीपीएस की रेंज में रहा है. इन ईटीएफ में डेली एवरेज ट्रेडिंग वैल्यू 3 से 3.5 करोड़ रुपए के बीच रहा है, जिससे यह भारत में अधिक लिक्विड ईटीएफ में से एक है.

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