झारखंड सरकार प्रवासी मजदूरों को चार्टर्ड प्लेन से लाएगी घर वापस, केंद्र से मांगी अनुमति

झारखंड सरकार की ओर से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) को पत्र भी भेजा गया है जिसमें लद्दाख, अण्डमान और नार्थ ईस्ट (Ladakh, Andaman and North East) में फंसे मजदूरों को चार्टर्ड प्लेन से वापस लाने की अनुमति मांगी गई है जिससे वहां फंसे प्रवासियों की सुरक्षित वापसी हो सके.

0 1,000,123
रांची. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Jharkhand Chief Minister Hemant Soren) ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिख कर प्रदेश के प्रवासी मजदूरों को चार्टड प्लेन (Chartered Plain) से वापस लाने की अनुमति मांगी है. दरअसल वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (Pandemic Coronavirus) के संक्रमण से बचाव के चलते लागू किया गया लॉकडाउन चौथे चरण में प्रवेश कर चुका है. ऐसे में काम-धंधे सब ठप पड़ गए हैं. रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो जाने के चलते प्रवासी श्रमिक अपने घर लौटना चाहते हैं लेकिन लद्दाख, अण्डमान और नार्थ इस्ट में फंसे मजदूरों की घर वापसी बड़ा टास्क है.
लद्दाख, अण्डमान और नार्थ ईस्ट से मजदूरों की होनी है वापसी
झारखंड सरकार की ओर से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) को पत्र भी भेजा गया है जिसमें लद्दाख, अण्डमान और नार्थ ईस्ट (Ladakh, Andaman and North East) में फंसे मजदूरों को चार्टर्ड प्लेन से वापस लाने की अनुमति मांगी है. झारखंड सरकार का कहना है कि लद्दाख, अण्डमान और नार्थ ईस्ट में फंसे मजदूरों को बस या ट्रेन से लाना संभव नहीं है. इसलिए अगर गृह मंत्रालय इन इलाकों के मजदूरों को चार्टर्ड प्लेन से लाने की अनुमति दे देती है तो उनकी सुरक्षित घर वापसी कराई जा सकती है.
NBT में छपी रिपोर्ट के मुताबिक झारखंड सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) को लिखे पत्र में इस बात का भी जिक्र किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) की अनुमति मिलने के बाद झारखंड में डेढ़ लाख प्रवासी मजदूरों की घर वापसी हो चुकी है. झारखंड सरकार ने 12 मई को भी मजदूरों को चार्टर्ड प्लेन से लाने की अनुमति मांगी थी. लद्दाख में करीब 200, उत्तर-पूर्वी राज्यों में करीब 450 श्रमिक अब भी फंसे हुए हैं. झारखंड मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का कहना है कि गृह मंत्रालय चार्टर्ड प्लेन की अनुमति दे देगा तो इन मजदूरों की सम्मान पूर्वक घर वापसी सुनिश्चित हो सकेगी. प्रवासियों की समस्याओं पर बात करते हुए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा, झारखंड के साथ-साथ दूसरे राज्य के लोग भी जो झारखंड में फंसे हैं अथवा झारखंड से गुजरकर अपने राज्य जा रहे हैं, उन्हें उनके गंतव्य तक पहुंचने में भी हमारी सरकार सहायता कर रही है. सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि वैश्विक महामारी के संकट में लोगों को मानवता नहीं खोनी चाहिए.

Leave A Reply

Your email address will not be published.