15 जून के आस-पास खुल सकते हैं शॉपिंग मॉल, सिनेमाहॉल में लागू हो सकते हैं ये नियम
लॉकडाउन (Lockdown) ने फिल्म इंडस्ट्री की कमर तोड़ रखी है. फिर चाहें वह बॉलीवुड, टीवी, साउथ या फिर अन्य क्षेत्रीय सिनेमा हो. इस पूरे मामले पर बात करते हुए PVR ने बताया कि सिनेमहॉल जून के मध्य तक खुल सकते है. लेकिन इसके लिए नए नियम आएंगे.
नई दिल्ली. भारत में दुनिया का सबसे बड़ा लॉकडाउन (Lockdown 4) 14 और दिनों के लिए बढ़ा दिया गया है. यह देशबंदी का चौथा फेज होगा, जो सोमवार 18 मई से शुरू हो गया और 31 मई को खत्म होगा. इस पूरे मामले पर CNBC TV18 के साथ खास बातचीत में PVR के चेयरमैन और एमडी अजय बिजली (PVR CMD Ajay Bijli) ने बताया कि 15 जून के आस-पास शॉपिंग मॉल खुल सकते है. इसके 1-2 हफ्ते बाद सिनेमाहॉल को खोलने की मंजूरी भी दी जा सकती है. आपको बता दें कि मार्च के अंत से देश में सभी जगहों पर शॉपिंग मॉल और सिनेमाहॉल बंद हैं.
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण यानी एनडीएमए ने केंद्र सरकार और राज्यों को देशबंदी जारी रखने के निर्देश दिए. इसके बाद गृह मंत्रालय ने नई गाइडलाइंस जारी कर दीं. इसके मुताबिक, सिनेमा हॉल, शॉपिंग मॉल, जिम, स्वीमिंग पूल, एंटरटेनमेंट पार्क, थिएटर, ऑडिटोरियम और असेंबली हॉल बंद रहेंगे.
अब आएंगे सिनेमाहॉल में बैठने के नए नियम- अजय बिजली आगे कहते हैं कि, सिनेमाहॉल में बैठने के कुछ बदलाव किए जा सकते है. जैसे फैमली एंड ग्रुप को एक साथ बिठाया जाएगा. वहीं, दूसरे लोगों को बिठाने के लिए कुछ दूरी रखी जाएगी. लॉकडाउन के बाद जल्दी-जल्दी मूवी रिलीज हो सकती हैं. वहीं, सभी लोगों के लिए ओटीटी प्लेटफॉर्म पर मूवी रीलीज करना आसान काम नहीं है.
#OnCNBCTV18 | Ajay Bijli, CMD of PVR says ‘Not feasible for everyone to release movies on OTT platform’. Adds that malls may open mid-June, post that within 2-3 weeks cinemas too may open@_PVRCinemas@blitzkreigm @Nigel__Dsouza @latha_venkatesh pic.twitter.com/DQwOPRSTJ9
— CNBC-TV18 (@CNBCTV18News) May 18, 2020
आपको बता दें कि इससे पहले 15 मई को PVR ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर फिल्मों की रिलीज को ध्यान में रखते हुए एक बयान जारी किया था. इस बयान के जरिए उन्होंने फिल्म मेकर्स ने निवेदन किया कि वे अपनी फिल्मों की रिलीज को थिएटर खुलने तक थाम कर रखें.
पीवीआर पिक्चर्स के सीईओ कमल ज्ञानचंदानी ने कहा, ‘हम मानते हैं कि थियेटर रिलीज हमारे फिल्म निर्माताओं की मेहनत और रचनात्मक प्रतिभा का अनुभव करने का सबसे अच्छा तरीका है. ऐसा दशकों से न सिर्फ भारत में, बल्कि दुनिया भर में होता रहा है.’