हुगली. कोरोना संकट के बीच पश्चिम बंगाल के हुगली (Hooghly) जिले के कई इलाकों में हिंसा झड़पों के बाद धारा 144 लागू कर दी गई है. इस मामले में अब तक 93 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. तनाव के माहौल को देखते हुए हुगली जिले में इंटरनेट सेवाएं (internet Services) बंद कर दी गई हैं. इंटरनेट पर यह रोक 17 मई की शाम 6 बजे तक लागू रहेगी.
इस बीच पुलिस ने बुधवार हिंसाग्रस्त इलाके का दौरा करने जा रहे बीजेपी सांसद लॉकेट चटर्जी और अर्जुन सिंह को रोक दिया. दोनों सांसद हुगली के डीएम वाई रत्नाकर राव से मिलना चाहते थे. हालांकि, मुलाकात हो नहीं पाई, क्योंकि डीएम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में व्यस्त थे.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, सोमवार को यहां के उर्दू बाज़ार में कोरोना वायरस के मामले आने के बाद हिंसाक झड़पें हुईं, उसके बाद तेलिनीपाड़ा में झड़प शुरू हो गई. इसके बाद कई स्थानों पर हिंसाक वारदातें हुईं. इस दौरान दोनों पक्षों की ओर से देसी बम फेंके गए.
रिपोर्ट के मुताबिक, पश्चिम बंगाल के भदेश्वर स्थित तेलनीपाड़ा में मंगलवार सुबह से एक बार भी हिंसा भड़क गई. उपद्रवियों ने तेलनीपाड़ा के शगुन बागान, बाबू बाजार और तांती पाड़ा में बमबाजी की. बदमाशों ने यहां के घरों और दुकानों में लूटपाट करके उसे आग के हवाले कर दिया. रास्ते पर खड़े कई वाहनों को भी जला दिया गया था.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को हुगली जिले में सांप्रदायिक संघर्ष के बारे में कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा, ‘लॉकडाउन के बीच सांप्रदायिक संघर्ष में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. दोषी पाए जाने पर किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा.’