ऑक्‍सीजन थैरेपी से COVID-19 के इलाज की नई उम्‍मीद, भोपाल में स्‍वस्‍थ्‍य हुए 57 फीसदी मरीज

भोपाल (Bhopal) के चिरायु हॉस्पिटल (Chirayu Hospital) में अब तक इलाज के लिए आए कुल 660 व्यक्तियों में से 378 व्यक्तियों का ऑक्‍सीजन थेरेपी (oxygen therapy) की मदद से सफल इलाज किया गया है.

0 1,000,246
भोपाल. ऊंचे मनोबल और दृढ़ इच्छाशक्ति से जीवन की कठिन से कठिन परिस्थितियों पर भी विजय प्राप्त की जा सकती है. कोरोना (Corona) से डरे नहीं, इसका सामना करे. यह बात आज चिरायु अस्पताल (Chirayu Hospital) से डिस्चार्ज हुए 19 कोरोना युद्ध विजेताओं ने सभी भोपालवासियों से कही है.चिरायु अस्पताल में  अर्ली ऑक्सीजन थैरेपी (oxygen therapy) से इनका सफल इलाज किया गया है. ये सभी व्यक्ति पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घरों को लौट पाए हैं.

भोपाल में रिकवरी रेट 57% से अधिक

चिरायु अस्पताल के डायरेक्टर डॉ अजय गोयनका ने बताया कि उन्होंने अर्ली ऑक्सीजन थैरेपी से सभी मरीजों का सफल इलाज किया गया है. इस थेरेपी की मदद से भोपाल ने 57% रिकवरी दर हासिल की है. अब तक इलाज के लिए आए कुल 660 व्यक्तियों में से  378 व्यक्तियों का इस थेरेपी की मदद से सफल इलाज किया गया है.हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने सभी डिस्चार्ज हुए सभी  कोरोना योद्धाओं को अपने घर पर ही 14 दिवस होम क्वॉरेंटाइन होने की सलाह दी. होम क्वॉरंटाइन अवधि पूर्ण होने के बाद इन सभी से अपना प्लाज्मा डोनेट करने की अपील भी की गई.

विज्ञापन
डिस्‍चार्ज हुए लोगों की सूची में शामिल हुए यह नाम
गुरुवार को चिरायु हॉस्पिटल से 19 कोरोना वायरस से संक्रमित रहे मरीजों को डिस्‍चार्ज किया गया है. डिस्चार्ज हुए 19 व्यक्तियों में विवेक कुमार वागादरे, राजवीर यादव, सुदामा साहू, आनंद शुक्ला , डॉ अनुराग रहांगडाले, ज्ञान सिंह यादव, राघवेन्द्र तिवारी, संतोष मंडलोई, नंदकिशोर, राखी जिनेवाल, प्रकाश भंडारी, फूलवती बाई, सुल्ताना बेगम, प्यारे मियां, माधव सिंह मेहर, संजीव शाक्य, मोहम्मद इशाक रुगी, मोहम्मद यायहा  और शुभंकर बघेल के नाम शामिल है.

लॉकडाउन का पालन करने की अपील
आज डिस्चार्ज हुए सभी व्यक्तियों ने जिला प्रशासन और चिरायु अस्पताल के डॉक्टर नर्सेज और मेडिकल स्टाफ का हार्दिक धन्यवाद दिया.  उन्‍होंने बताया कि उनका मनोबल बढ़ाने और तनाव कम करने के लिए उन्हें मनोरंजक गेम्स खिलाए गए.बसभी कोरोना योद्धाओं ने भोपाल वासियों से अपील की है कि कोरोना से डरे नहीं यह एक सामान्य बीमारी की तरह है और इसका इलाज संभव है. सभी अपने घरों में रहे लॉकडाउन का पालन करें और प्रशासन को इस कोरोना संक्रमण से लड़ने में अपना योगदान दें.

Leave A Reply

Your email address will not be published.