सोनिया गांधी का ट्रंप कार्ड और कई इशारे: क्या COVID-19 त्रासदी, करा सकती है कांग्रेस की वापसी?
यह साफ है कि सोनिया COVID-19 को कांग्रेस के लिए लॉन्चिंग पैड बनाना चाहती हैं. और कई मायनों में यह ट्रंप कार्ड (Trump Card) के तौर पर मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) की वापसी है.
नई दिल्ली. कांग्रेस (Congress) की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) की कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों (chief ministers of Congress-ruled states) के साथ दूसरे दौर की बैठक में बताने लायक कई कहानियां और कई जरूरी इशारे हैं.
यह साफ है कि सोनिया, कोविड-19 (COVID-19) को कांग्रेस के लिए लॉन्चिंग पैड (Launching plank) बनाना चाहती हैं. और कई मायनों में यह ट्रंप कार्ड के तौर पर मनमोहन सिंह की वापसी है.
पंजाब में अमरिंदर सिंह सरकार की सलाहकार के तौर पर मदद कर रहे मनमोहन सिंह
कई अन्य देशों की तरह, लॉकडाउन के बाद भारत गंभीर आर्थिक प्रभावों को लेकर डरा हुआ है और यह बुजुर्ग पार्टी राजनीतिक नहीं तो कम से कम अपने सबसे अच्छे आर्थिक विकल्प के कदम आगे बढ़ाना चाहती है.
दरअसल, पंजाब मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के राज्य के आर्थिक हालात ठीक करने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री को सलाहकार के तौर पर लाने वाला पहला और एक मात्र कांग्रेस शासित राज्य बन गया है, जिसने यह संदेश दिया है.
विपक्ष शासित राज्यों को डर, केंद्र देगा बीजेपी शासित राज्यों को सहायता
नए राजस्व के क्षेत्र तलाशना राज्य सरकारों के सामने चुनौती बना हुआ है. विपक्ष शासित राज्यों को यह डर भी बना हुआ है कि केंद्र सरकार की मदद बीजेपी शासित राज्यों को जाएगी या उन्हें जिनके साथ दिल्ली के कार्य संबंध अच्छे हैं, जैसे दिल्ली और ओडिशा (Odisha).इसलिए राज्य सरकारों पर दबाव है. पंजाब (Punjab) के लिए इसके मुख्यमंत्री के मुताबिक 88% की कमी है.
दिल्ली नहीं ले सकती पंजाब में जोन के सीमानिर्धारण का फैसला: अमरिंदर
सोनिया के साथ एक मीटिंग के दौरान, अमरिंदर सिंह (Amarinder singh) ने कहा कि जोन के सीमानिर्धारण पर दिल्ली फैसला नहीं ले सकती है. जोन का तय किया जाना आर्थिक गतिविधियां शुरू करने के लिए एक महत्वपूर्ण मापदंड है.
ऐसे ही आंकड़े अन्य मुख्यमंत्रियों के जरिए भी दिए गए, जिसमें भूपेश बघेल और अशोक गहलोत भी शामिल थे. उन्होंने सोनिया और मनमोहन सिंह को बताया कि अगर केंद्र सरकार मदद नहीं करती है तो उनके लिए अपने यहां गरीबों (poors) की मदद करना बहुत मुश्किल होगा.
कमेटी कांग्रेसी राज्यों के लिए राजस्व जुटाने के अवसरों की कर रही तलाश
सूत्रों ने बताया कि एक सोनिया गांधी ने कोविड-19 के लिए जो विचार-विमर्श समिति बनाई है, उसने उपायों का एक ब्लूप्रिंट तैयार किया है. कमेटी की अध्यक्षता पूर्व प्रधानमंत्री कर रहे हैं और इसमें पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम (P Chidambaram) और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और राहुल गांधी आदि शामिल हैं.
कमेटी कांग्रेसी राज्यों के लिए काम कर रही है, जो राजस्व जुटाने के अवसरों की तलाश कर रहे हैं. शराब की दुकानों (Liquor Shops) के खुलने की घटना ऐसा ही एक क्षेत्र है.
पार्टी के दिग्गजों को एक बार फिर से सोनिया-मनमोहन की जोड़ी के सफल होने की उम्मीद
इसीलिए स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था में संतुलन बिठाने की कोशिश में पंजाब के मुख्यमंत्री ने शराब की होम डिलीवरी शुरू करने का फैसला किया है. ऐसा यह सुनिश्चित करने के लिए किया गया है कि कोई लंबी लाइनें न लगें, और इससे राजस्व (Revenue) में कोई कमी नहीं आई है.
सूत्रों का कहना है कि कमेटी खेती की गतिविधियों और छोटे उद्योगों को खोले जाने के लिए केंद्र से पैसे मांगेगी और निर्धारित मानकों के हिसाब से विदेश से सीधे निवेश (Investment) लाने की कोशिश करेगी.
यह वही सोनिया-मनमोहन टीम थी, जो कृषि ऋण योजना लेकर आई थी, जिसने 2009 में कांग्रेस में सत्ता में वापसी में मदद की थी. पार्टी के दिग्गजों (Veteran) को उम्मीद है कि यह विजेता जोड़ी इस बार फिर से सफल होगी.