नोएडा में 5 जमाती गिरफ्तार, तबलीगी जमात के मरकज में शामिल होने की जानकारी छिपाई
आरोपी तबलीगी जमात के मरकज में शामिल होने के बाद बिना किसी को सूचना दिए गांव में रह रहे थे. वे बाकायदा गांव में घूम भी रहे थे. आरोपियों पर लॉकडाउन के नियनों का उल्लंघन करने का आरोप है.
-
नोएडा में तबलीगी जमात से जुड़े 5 लोग गिरफ्तार
-
मरकज में शामिल होने की जानकारी पुलिस को नहीं दी
उत्तर प्रदेश के नोएडा में पुलिस ने तबलीगी जमात से जुड़े 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. वे दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज से निकलकर नोएडा के बेगमपुर गांव में रह रहे थे. उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को नहीं दी थी. गिरफ्तार किए गए लोगों के नाम वसीम, नूरहसन, कासिम, इमरान और दीवान हैं.
दरअसल, आरोपी तबलीगी जमात के मरकज में शामिल होने के बाद बिना किसी को सूचना दिए गांव में रह रहे थे. वे बाकायदा गांव में घूम भी रहे थे. आरोपियों पर लॉकडाउन के नियनों का उल्लंघन करने का आरोप है. उनके इस कार्य से गांव के अन्य लोगों मे भी कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने की पूरी संभावना थी.
बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलने को लेकर तबलीगी जमात पिछले कुछ दिनों से चर्चा में है. राज्यों की सरकारें कोरोना के तेजी से फैलने के लिए जमात को जिम्मेदार ठहराती रही हैं.
शामली में 15 जमाती गिरफ्तार
इससे पहले उत्तर प्रदेश के शामली में पुलिस ने 15 जमातियों को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार किए गए जमातियों में 12 विदेशी शामिल हैं. पुलिस ने एक माह पूर्व इनके खिलाफ वीजा उल्लघंन और महामारी अधिनियम सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था. बताया जाता है कि यह सभी जमाती बिना पुलिस को सूचना दिए शामली में रह रहे थे.
अब तक पकड़ में नहीं आया मौलाना साद
दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज से कोरोना संकट तब बढ़ा था, जब यहां 2000 से ज्यादा जमातियों की भीड़ जुटी थी. बिना बताए और बगैर किसी कानूनी इजाजत के बड़ी संख्या में विदेशी जमाती पहुंचे थे तो देश के अलग-अलग हिस्सों से भी बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए थे. मामला बढ़ने के बाद तबलीगी जमात के मरकज का मुखिया मौलाना साद छिपा हुआ है. तब से वो सामने नहीं आया. अलग-अलग दावे करता रहा. अपना संदेश जमातियों तक पहुंचाता रहा है.