प्रदेश में संक्रमण के 718 केस, इनमें से 321 हजूर साहिब से लौटे श्रद्धालु

राज्य सरकार ने बताया कि शराब की बिक्री बंद होने से प्रति माह 521 करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है पंजाब में पिछले 24 घंटे में 169 मामले सामने आए हैं, इनमें से अमृतसर में 60, फिरोजपुर और पटियाला में 24-24 केस मिले हैं

जालंधर. आए दिन भयावह होते जा रहे कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए पंजाब में करीब 40 दिनों से कर्फ्यू लगा है। शुरुआत में थोड़ी सख्ती दिखाई दी, लेकिन इसके बाद से पुलिस ने कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों के साथ नरमी बरतनी शुरू कर दी थी। लेकिन, अब एक बार फिर से संक्रमण के मामले लगातार सामने आने के बाद पुलिस की सख्ती बढ़ गई है। अमृतसर, जालंधर और राज्य के दूसरे इलाकों से कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों पर पुलिस की सख्ती की तस्वीरें सामने आई है।

अब नांदेड़ से लौटे श्रद्धालु बने कोरोना कैरियर
प्रदेश में अब तक कोरोना संक्रमण के 718 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 321 हजूर साहिब से लौटे हैं। सबसे ज्यादा जालंधर में 106 लोग संक्रमित पाए गए हैं। पंजाब में पिछले 24 घंटे में 169 मामले सामने आए हैं। इनमें से अमृतसर में 60, फिरोजपुर और पटियाला में 24-24, लुधियाना में 22, जालंधर में 16, फतेहगढ़ साहिब में आठ, मोहाली में छह, फाजिल्का में चार, बठिंडा दो व संगरूर, होशियारपुर व मोगा में एक-एक नए मरीजों की पुष्टि हुई है। फिरोजपुर में सामने आए 24 मामलों में से 18 हजूर साहिब से लौटे हैं, जबकि छह राजस्थान से आए हैं। लुधियाना में 22 में से 18 हजूर साहिब से आए हैं। जालंधर के 16 मामलों में से एक हजूर साहिब से आया है। अमृतसर में सरकारी लैब टेक्नीशियन के अलावा अन्य सभी 59 लोग हजूर साहिब से लौटे हैं। मोहाली में पॉजिटिव आए छह लोगों में से पांच हजूर साहिब से लौटे हैं।

कर्फ्यू अपडेट्स:

अमृतसर: क‌र्फ्यू पास पर लेकर रोजमर्रा का सामान जुटाने के लिए घर से निकलने वाले लोगों को कई पुलिस नाकों पर मुश्किल का सामना करना पड़ा। झब्बाल रोड, खासा की तरफ से आने वाले डेयरी कारोबारियों को भी शहर में दाखिल नहीं होने दिया गया। रणजीत एवेन्यू, सुल्तानविंड रोड, मजीठा रोड और छेहरटा के इलाकों में कई जगहों पर राशन और दूध की दुकान कुछ कदमों की दूरी पर होने के बावजूद लोगों को घरों से नहीं निकलने दिया। पुलिस कमिश्नर डॉ. सुखचैन सिंह गिल ने लोगों से अपील की है कि प्रशासन का सहयोग करें। उन्होंने बताया कि जिन इलाकों में लोग क‌र्फ्यू ज्यादा तोड़ रहे हैं, वहां ड्रोन से नजर रखी जा रही है। उल्लंघन करने पर 13 एफआइआर दर्ज करके 55 लोगों को गिरफ्तार किया है। कुछ आरोपियों को ओपन जेल में पांच से सात घंटे तक रखा। फिर उन्हें समझाकर छोड़ दिया।

जालंधर: जालंधर में कर्फ्यू तोड़ने वालों पर पुलिस खासी सख्त नजर आ रही है। मोहल्ला सुराज गंज समेत कई जगह पुलिस कर्मचारियों को बेवजह सड़क पर घूम रहे लोगों पर लाठियां भांजते देखा गया। हालांकि पकड़े गए तीन युवक कान पकड़कर गलती की माफी भी मांग रहे थे, लेकिन बावजूद इसके थाना भार्गव कैंप पुलिस के कर्मचारियाें ने इन्हें डंडे मारे। इसी बीच मिल्क बार चौक पर बेकरी का सामान निकले एक अमोल मेहमी नामक एक युवक ने एएसआई पर गाड़ी चढ़ा दी। पुलिस वाले को अर्टिगा गाड़ी के बोनट पर वह लगभग 50 मीटर से ज्यादा घसीटते हुए ले गया। हालांकि पुलिस ने पीछा करके उसे पकड़ लिया।

लुधियाना: पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने फेसबुक पर लाइव हो करीब डेढ़ घंटे तक लोगों की समस्याएं सुनी। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि क‌र्फ्यू के दौरान सुबह 7 से 11 बजे तक कुछ दुकानों को खोलने की मंजूरी दी गई है। पुलिस ने शहर को चार जोन में बांटा है। जिन इलाकों में कोरोना के मरीजों की संख्या अधिक है, उन इलाकों में राहत नहीं है। तीन तरह से दुकानों को खोलने की इजाजत मिल रही है। मोहल्लों में सिर्फ किराना की दो से तीन दुकानदारों को मंजूरी दी जाएगी। इसके अलावा चौक व अन्य बाजारों में जिन दुकानदारों को परमिशन मिलेगी, उन्हें भी सख्ती से नियमों का पालन करना पड़ेगा। अगर दुकानदार ने आने वाले ग्राहकों के बीच शारीरिक दूरी का पालन नहीं किया तो उसी समय उसकी दुकान को सील कर दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री से चर्चा होने के बाद किया जाएगा आदेश जारी
पंजाब सरकार की मांग पर केंद्र सरकार ने शराब की दुकानें खोलने की इजाजत शुक्रवार को दे दी थी, लेकिन पंजाब सरकार ने अभी इस मामले में कोई आदेश जारी नहीं किया। एडिशनल चीफ सेक्रेटरी होम सतीश चंद्रा ने कहा कि सरकार शनिवार को इस संबंध में मुख्यमंत्री से चर्चा कर आदेश जारी करेगी। सभी डिप्टी कमिश्नरों से कहा जाएगा कि वो दुकानों को खोलने संबंधी नियम और समय निश्चित करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि केवल दुकानों में शराब की बिक्री होगी, अहाते आदि नहीं खुलेंगे। दरअसल, बीते दिनों मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर कहा था कि राज्य सरकार को शराब की बिक्री बंद होने से प्रति माह 521 करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है। अगर दूसरी दुकानें खोलने की इजाजत दी जा सकती है तो शराब के ठेके भी खोले जा सकता है। कैप्टन की इस मांग पर विपक्षी पार्टियों ने आलोचना भी की थी।

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