चंडीगढ़. पंजाब (Punjab) में कोरोना वायरस ( Corona virus) के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Chief Minister Captain Amarinder Singh) ने स्वास्थ्य विभाग से रोजाना 6000 लोगों का कोविड-19 टेस्ट करने के लिए कहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह स्पष्ट है कि पंजाब उन संबंधित राज्यों द्वारा अन्य स्थानों पर फंसे लोगों पर किए गए परीक्षणों पर भरोसा नहीं कर सकता है. सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कोरोना टेस्ट की संख्या को बढ़ाना होगा.
नांदेड़ मामले का भी किया जिक्र
इस तथ्य का उल्लेख करते हुए कि नांदेड़ गुरुद्वारे में कई कर्मचारियों ने अब सकारात्मक परीक्षण किया था, मुख्यमंत्री ने आकाली दल के दावे के साथ कहा कि नांदेड़ में कोई कोरोना पॉजिटिव मामले नहीं थे और तीर्थयात्रियों के वापस आने या पंजाब पहुंचने पर संक्रमित हुए हैं. उन्होंने एक बार फिर विपक्ष से इस तरह के गंभीर मुद्दे पर क्षुद्र राजनीति में लिप्त होने से रोकने के लिए कहा.
लंबी और खर्चीली लड़ाई
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कोरोना वायरस के खिलाफ जंग को लंबी और खर्चीली है. कैप्टन ने वीसी मंत्रिपरिषद की बैठक में कहा, कोविड-19 के खिलाफ राज्य की लड़ाई में यह एक महत्वपूर्ण समय है. स्वास्थ्य विभाग को परीक्षण क्षमता बढ़ाने की योजना के साथ आने का निर्देश देते हुए कैप्टन ने इससे भी खराब समय के लिए तैयार रहने के लिए भी कहा. कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि उन्होंने पहले ही मुख्य सचिव को केंद्र सरकार के साथ समन्वय कर 20000 प्रति दिन परीक्षण क्षमता बढ़ाने के लिए कहा है, ताकि आने वाले कुछ हफ्तों में प्रवासियों और अन्य लोगों को राज्य में वापसी की उम्मीद हो.
दो दिन में आएगी सभी रिपोर्ट्स
कैप्टन अमरिंदर ने मंत्रिमंडल को बताया कि उन्होंने पंजाबियों की वापसी की सुविधा के लिए प्रत्येक राज्य के साथ समन्वय करने के लिए व्यक्तिगत अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की थी. इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि सभी लंबित परीक्षण रिपोर्टों को अगले दो दिन में मंजूरी दे दी जाएगी, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि सकारात्मक मामलों की पहचान करने और उनका परीक्षण करने में कोई देरी न हो. उन्होंने कहा कि एक निजी लैब में रोपिंग द्वारा परीक्षण बढ़ाने की व्यवस्था को भी अंतिम रूप दिया गया है और आज राज्य भर से 2000 नमूनों को उनके पास भेजा गया है.
आउटसोर्स नियुक्तियां मंजूर
राज्य की परीक्षण सुविधा और कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में चिकित्सा तैयारियों को आगे बढ़ाने के लिए, मंत्रिपरिषद ने पटियाला, अमृतसर और फरीदकोट में सरकारी मेडिकल कॉलेजों में महत्वपूर्ण पदों के लिए आउटसोर्सिंग के आधार पर विभिन्न नियुक्तियों को मंजूरी दी गई है. एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि नियुक्तियां, जो पहले से ही छह महीने के लिए वित्त विभाग द्वारा अनुमोदित हैं, सरकारी मेडिकल कॉलेजों को वायरल परीक्षण प्रयोगशालाओं, अलगाव वार्डों आदि में महत्वपूर्ण कर्मचारी नियुक्त करने में सक्षम बनाएगी.