प्रवासियों को घर पहुंचाने के लिए चलीं बस-ट्रेनें / 345 मजदूर नासिक से भोपाल लौटे; जयपुर-पटना से 1200 यात्री और कोटा से एक हजार छात्र रवाना
लॉकडाउन में फंसे लोगों की घर वापसी के लिए रेलवे ने 6 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें शुरू कीं मप्र सरकार दूसरे राज्यों में फंसे प्रदेश के करीब 40 हजार मजदूरों को बसों से ले आई, एक लाख और लाएगी
नई दिल्ली. लॉकडाउन के बीच दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों, छात्रों और अन्य लोगों के लिए 24 घंटे में 6 स्पेशल ट्रेन चलाई गईं। इन ट्रेनों को चलाने में गृह मंत्रालय की गाइडलाइन का पूरा पालन किया जा रहा है। कोच में यात्रियों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठाया जा रहा है। रवानगी और संबंधित स्टेशन पर पहुंचने पर उनकी थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। गृह जिले में 14 दिन क्वारैंटाइन करने के बाद ही उन्हें घर भेजा जाएगा।
Pune: 74 buses from Maharashtra brought back stranded students from Kota, Rajasthan, last night. All students underwent health screening at Swar Gate bus stand and were advised home quarantine#Maharashtra pic.twitter.com/DbNGnLnIAg
— ANI (@ANI) May 2, 2020
ट्रेन चलाने के लिए शर्तें भी रखी गई हैं। लोगों को भेजने वाली और बुलाने वाली राज्य सरकारों के आग्रह पर ही विशेष ट्रेनें चलेंगी। शुरुआती और आखिरी स्टेशन के बीच में ट्रेनें कहीं नहीं रुकेंगी। श्रमिकों को ट्रेन में बैठाने से पहले स्क्रीनिंग करवाना राज्य सरकार की जिम्मेदारी होगी। जिन लोगों में लक्षण नहीं होंगे, उन्हें ही जाने की इजाजत मिलेगी।
शुक्रवार को ये छह ट्रेनें रवाना हुईं
1. जयपुर (राजस्थान) से पटना (बिहार)
2. कोटा (राजस्थान) से हटिया (झारखंड)
3. नासिक (महाराष्ट्र) से लखनऊ (उत्तरप्रदेश)
4. नासिक (महाराष्ट्र) से भोपाल (मध्य प्रदेश)
5. लिंगम्पल्ली (तेलंगाना) से हटिया (झारखंड)
6. अलुवा (केरल) से भुवनेश्वर ( ओडिशा)
मध्य प्रदेश: टिकट प्रशासन ने खरीदे
छह डिब्बों की ट्रेन 345 मजदूरों को लेकर भोपाल शनिवार को भोपाल के मिसरोद स्टेशन पहुंची। जिन लोगों के पास पैसे नहीं थे, उनके टिकट जिला प्रशासन ने खरीदे। मप्र सरकार दूसरे राज्यों में फंसे प्रदेश के करीब 40 हजार मजदूरों को बसों के जरिए ले आई है। अब छह राज्यों में फंसे एक लाख छह हजार मजदूरों को वह ट्रेन के जरिए वापस लाएगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार को रेल मंत्री से बात कर 80 से 100 ट्रेनें मांगेंगे और रूट तय करेंगे।
राजस्थान: 1200 यात्री जयपुर-पटना ट्रेन में रवाना किए गए
राजस्थान के जयपुर से 1200 यात्रियों को जयपुर-पटना ट्रेन में रवाना किया गया। वहीं, कोटा से एक हजार छात्र रवाना किए गए। इनमें झारखंड समेत अन्य राज्यों के छात्र शामिल हैं। मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने बताया कि श्रमिक और प्रवासी भारतीय रेलवे को निर्धारित साधारण श्रेणी का किराया देकर विशेष ट्रेनों में यात्रा कर सकेंगे। यात्री जल्द एवं सुरक्षित घर पहुंच सकें, इसके लिए अधिकारी रेलवे के साथ लगातार समन्वय कर रहे हैं।
First Shramik special train, carrying 1225 workers from Lingampalli in Telangana reached Hatia in Jharkhand last night at 23.15 hrs#IndiaFightsCorona@PMOIndia @PiyushGoyal @SureshAngadi_ pic.twitter.com/6Pp8U7tAjW
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) May 2, 2020
आंध्रप्रदेश: झारखंड के लिए 1200 मजदूर रवाना किए गए
हैदराबाद के लिंगमपल्ली स्टेशन से 1200 प्रवासी मजदूरों को लेकर स्पेशल ट्रेन शुक्रवार देर रात रांची के हटिया रेलवे स्टेशन पहुंची। ट्रेन से उतरने के बाद मजदूरों के चहरों पर मुस्कान दिख रही थी। इस दौरान रेलवे, पुलिस-प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे। ट्रेन से उतरने के बाद मजदूरों को सोशल डिस्टेंसिंग के तहत स्टेशन के बाहर लाया गया। फिर स्क्रीनिंग के बाद उन्हें उनके जिले के लिए स्टेशन के बाहर लगे बस में बिठाकर घरों की ओर रवाना किया गया।
महाराष्ट्र: पुणे पहुंचे छात्र
महाराष्ट्र सरकार ने 74 बसों के जरिए राजस्थान के कोटा में फंसे सभी छात्रों को वापस बुला लिया है। इन्हें पहले पुणे ले जाया गया है। यहां इनकी जांच होगी और क्वारैंटाइन किया जाएगा।
छत्तीसगढ़: एक लाख लोग दूसरे राज्यों में फंसे
छत्तीसगढ़ सरकार ने शनिवार को बताया कि राज्य के एक लाख लोग देश के अलग-अलग राज्यों में फंसे हुए हैं। इनमें मजदूर भी शामिल हैं। श्रम विभाग के सचिव एस बोरह ने बताया कि यह संख्या और बढ़ सकती है। लोग हमें संपर्क कर रहे हैं।