कोरोना वायरस: सावधान! अब सिर्फ बूढे नहीं, 60 साल से कम उम्र के करीब 50% लोगों की हो रही है मौत

भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) से अब 75 साल से ज्यादा उम्र के लोगों की मौत का आंकड़े में भारी कमी आई है.

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नई दिल्ली. भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) से अब तक एक हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 32 हजार लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. लेकिन पिछले कुछ समय में कई हैरान कर देने वाले आंकड़े सामने आ रहे हैं. कहा जाता है कि कोरोना से उन लोगों की ज्यादा मौतें होती हैं जो बूढ़े हैं, लेकिन भारत में अब ये पैटर्न बदलता दिख रहा है. भारत में मरने वाले करीब आधे मरीजों की उम्र 60 साल से कम है.

मौत के आंकड़ें

ये आंकड़े हैरान कर देने वाले इसलिए हैं, क्योंकि 18 अप्रैल से पहले 60 साल से कम उम्र के लोगों की मौत का आंकड़ा सिर्फ 25 फीसदी था. अब ये बढ़कर 50 फीसदी पहुंच गया है. इसके अलावा अब 75 साल से ज्यादा उम्र के लोगों की मौत का आंकड़े में भारी कमी आई है. शुरुआती दिनों में भारत में ये आंकड़ा 42.2 फीसदी था, लेकिन अब ये घटकर 9.2 फीसदी पर पहुंच गया है.

उम्र के हिसाब से मौत का आंकड़ा
स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक कोरोना से मरने वाले 14 फीसदी वो मरीज हैं, जिनकी उम्र 45 साल से कम है. 45 से 60 साल के बीच मौत का आंकड़ा 34.8 फीसदी है. इसके अलावा 60 से 75 साल के उम्र के मरीजों में मौत का आंकड़ा 42 फीसदी है. जबकि 75 से ज्यादा उम्र के लोगों में ये आंकड़ा सिर्फ 9.2 फीसदी है. यानी 60 साल से कम उम्र के लोगों में मौत का आंकड़ा 48.8 फीसदी है.

लॉकडाउन के बाद क्या?
लॉकडाउन का दूसरा फेज खत्म होने वाला है. एक्सपर्ट की मानें तो कोरोना संक्रमण की रफ्तार में कमी आ रही है. इस बीच  गृह मंत्रालय ने इस बात के संकेत दिए हैं कि 3 मई के बाद ऑरेंज और ग्रीन जोन के कई इलाकों में छूट मिल सकती है. इसके बारे में जल्द ही नए गाइडलाइन जारी किए जाएंगे. पांबदियों को लेकर गाइडलाइन बाद में जारी किए जाएंगे.

कहा जा रहा है कि उन इलाकों में छूट मिलेगी जहां पिछले 28 दिनों से कोई कोरोना के मामले न आए हों. इसके अलावा ऑरेंज ज़ोन यानी वो इलाका जहां पिछले 14 दिनों में कोरोना के कोई नए केस न आए हों वहां भी पाबंदियों पर कुछ ढील दी जा सकती है.

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