मुंबई: बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर का आज मुंबई में निधन हो गया. वह लंबे वक्त से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे. बताया जा रहा है कि ऋषि कपूर का अंतिम संस्कार आज ही किया जाएगा. मुंबई में मरीन लाइंस के चंदनवाड़ी इलाके के शमशान घान पर वह पंचतत्व में विलीन होंगे.
बेहद करीबी 15 लोगों को ही अंतिम संस्कार में जाने की इजाजत
देश में जारी लॉकडाउन के बीच प्रशासन ने अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए बेहद करीबी 15 लोगों को ही इजाजत दी है. निधन के बाद आज सुबह अस्पताल के बाहर बड़ी संख्या में लोग जुट गए थे, लेकिन मुंबई पुलिस ने सभी को वापस कर दिया. अंतिम वक्त में ऋषि कपूर के साथ पत्नी नीतू, बेटे रणवीर समेत पूरा परिवार मौजूद रहा.
ऋषि कपूर की बेटी रिदिमा कपूर दिल्ली में फंसी
बता दें कि ऋषि कपूर की बेटी रिदिमा कपूर फिलहाल दिल्ली में ही हैं. वह साउथ ईस्ट दिल्ली के फ्रेंड्स कॉलोनी ईस्ट में रहती हैं. साउथ ईस्ट डीसीपी के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने उनको मुम्बई जाने का मूवमेंट पास जारी कर दिया है.
बता दें कि ऋृषि कपूर का जन्म चार सितंबर 1952 को मुंबई में हुआ था. वह पृथ्वीराज कपूर परिवार में जन्मे थे. उनके पिता भी अभिनेता-निर्देशक राज कपूर थे. अपनी पहली ही फ़िल्म ‘मेरा नाम जोकर’ के लिए उन्हें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार ही मिला था. उन्हें ‘चिंटू’ के नाम से भी जाना जाता था. साल 2008 में उन्हें फ़िल्मफ़ेयर की ओर से लाइफ़टाइम अचीवमेंट पुरस्कार दिया गया था.
‘बॉबी’ फ़िल्म के उनके किरदार को काफ़ी पसंद किया जाता है. इसके अलावा उनकी ‘प्रेम रोग’, ‘नगीना’, ‘चांदनी’ जैसी पुरानी फ़िल्मों को भी पसंद किया जाता है. हाल ही में आईं उनकी फ़िल्में ‘मुल्क’, ‘दो दूनी चार’, ‘अग्निपथ’ और ‘102 नॉट आउट’ जैसी फ़िल्में भी काफ़ी पसंद की गईं थीं.
ऋषि कपूर 67 साल के थे। ल्यूकेमिया यानी ब्लड कैंसर से जूझ रहे थे। गुरुवार सुबह मुंबई के एचएन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल में उनका निधन हो गया। बुधवार को इरफान खान के निधन की खबर से बॉलीवुड उबरा भी नहीं था कि ऋषि कपूर के जाने की खबर आ गई। वे खुशमिजाजी के लिए जाने जाते थे। आखिरी वक्त तक भी उन्होंने अपना यह अंदाज नहीं छोड़ा। अस्पताल में डॉक्टरों-मेडिकल स्टाफ को हंसाते रहे, उनका मनोरंजन करते रहे।
इससे पहले पिछले गुरुवार भी उनकी सेहत खराब हुई थी। उन्हें अस्पताल में भर्ती भी कराया गया था, लेकिन चार घंटे बाद डिस्चार्ज कर दिया गया था। बाद में चेस्ट इन्फेक्शन, सांस लेने में दिक्कत और बुखार के कारण बुधवार को उन्हें दोबारा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। उनकी हालत बिगड़ने के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया, लेकिन तड़के तीन बजे उन्होंने रिस्पॉन्ड करना बंद कर दिया। जब उन्होंने अंतिम सांस ली, तब उनके साथ पत्नी नीतू और बेटे रणबीर मौजूद थे।
परिवार ने बताया- ल्यूकेमिया के बावजूद परिवार, दोस्त, फिल्में और खाना उनके फोकस में था
ऋषि कपूर के निधन के बाद परिवार की तरफ से यह मैसेज जारी किया गया- ‘‘दो साल तक ल्यूकेमिया से जंग के बाद हमारे प्यारे ऋषि कपूर का आज सुबह 8 बजकर 45 मिनट पर निधन हो गया। अस्पताल के डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ ने कहा कि वे आखिर तक उनका मनोरंजन करते रहे। दो महाद्वीपों में उनका दो साल तक इलाज चला और इस दौरान वे खुशमिजाज और जिंदादिल बने रहे। परिवार, दोस्त, लजीज खाना और फिल्में उनके फोकस में रहीं। इस दौरान उनसे जो भी मिला, वह यह जानकार ताज्जुब में था कि उन्होंने कैसे बीमारी को खुद पर हावी नहीं होने दिया।
दुनियाभर में अपने फैन्स से मिल रहे प्यार के वे कर्जदार थे। उनके जाने के बाद सभी फैन्स यह समझ पाएंगे कि ऋषि चाहते थे कि वे आंसू नहीं, मुस्कुराहट के साथ याद किए जाएं। इस नुकसान के बीच हम यह जान रहे हैं कि दुनिया एक बेहद मुश्किल दौर से गुजर रही है। लोगों की आवाजाही और इनके इकट्ठा होने पर पाबंदियां हैं। हम उनके सभी फैन्स, चाहने वालों और दोस्तों से यह गुजारिश करते हैं कि वे नियम-कानूनों का सम्मान करें।’’
ऋषि कपूर और इरफान डी-डे फिल्म में एक साथ नजर आए थे
यह सीन डी-डे फिल्म का है। यह फिल्म 2013 में रिलीज हुई थी। इसमें ऋषि कपूर और इरफान खान ने एकसाथ काम किया था। इरफान खान का बुधवार और ऋषि कपूर का गुरुवार को निधन हुआ। इरफान को ब्रेन कैंसर और ऋषि को ब्लड कैंसर था।
2 साल पहले कैंसर हुआ था
2018 में ऋषि कपूर को कैंसर हुआ था। इलाज के लिए वो अमेरिका गए थे। वहां 11 महीने रहने के बाद पिछले साल सितंबर में भारत लौटे थे। अमेरिका में पूरे वक्त उनके साथ पत्नी नीतू ही थीं। रणबीर कपूर कई बार उनसे मिलने न्यूयॉर्क गए थे। कुछ दिनों पहले ऋषि ने एक इंटरव्यू में कहा था, “अब मैं बहुत बेहतर महसूस कर रहा हूं। और कोई भी काम कर सकता हूं। सोच रहा हूं कि एक्टिंग दोबारा कब शुरू करूं। पता नहीं लोगों को अब मेरा काम पसंद आएगा भी या नहीं। न्यूयॉर्क में मुझे कई बार खून चढ़ाया गया था। तब मैंने नीतू से कहा था- उम्मीद करता हूं कि नए खून के बावजूद मैं एक्टिंग नहीं भूलूंगा।”
फरवरी में दो बार अस्पताल में भर्ती हुए थे ऋषि
ऋषि कपूर फरवरी में दो बार अस्पताल में भर्ती हुए थे। एक बार जब वे दिल्ली में एक पारिवारिक कार्यक्रम में भाग लेने गए थे तो उन्हें वहां के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उस समय खुद ऋषि ने कहा था कि वे संक्रमण से पीड़ित थे। मुंबई लौटने के बाद उन्हें फिर से वायरल बुखार के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उनकी तबीयत जल्दी सुधर जाने के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई थी।
एक महीने से सोशल मीडिया से दूर थे
सोशल मीडिया पर लॉजिकल और अग्रेसिव कमेंट्स के लिए मशहूर ऋषि ने 2 अप्रैल के बाद ट्विटर अकाउंट पर कुछ भी पोस्ट नहीं किया। उन्होंने बीते दिनों दीपिका पादुकोण के साथ हॉलीवुड फिल्म “द इंटर्न” के रीमेक में काम करने की घोषणा भी की थी।
पृथ्वीराज कपूर के पोते और राज कपूर के बेटे
चिंटू के नाम से मशहूर ऋषि का जन्म 4 सितंबर 1952 को मुंबई के चेम्बूर में हुआ था। वे राज कपूर के दूसरे नंबर के बेटे और पृथ्वीराज कपूर के पोते थे। उन्होंने मुंबई के कैंपियन स्कूल और अजमेर के मेयो कॉलेज में अपने भाइयों के साथ पढ़ाई की। रणधीर कपूर उनके बड़े भाई और राजीव कपूर उनके छोटे भाई हैं। ऋषि और नीतू के दो बच्चे हैं- रणबीर और रिदीमा।
ऋषि की फिल्मी यात्रा
ऋषि कपूर ने 1970 में पिता की फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ से डेब्यू किया था। इस फिल्म में ऋषि ने अपने पिता के बचपन का किरदार निभाया था। ऋषि कपूर ने बतौर लीड एक्टर 1973 में आई फिल्म ‘बॉबी’ से शुरुआत की थी। अपने करियर में 1973-2000 तक 92 फिल्मों में रोमांटिक हीरो का किरदार निभाया। बतौर सोलो लीड एक्टर 51 फिल्मों में अभिनय किया। ऋषि अपने जमाने के चॉकलेटी हीरो में से एक थे। उन्होंने पत्नी नीतू के साथ 12 फिल्मों में अभिनय किया।
ऋषि ने निर्देशन में भी हाथ आजमाया। उन्होंने 1998 में अक्षय खन्ना और ऐश्वर्या राय बच्चन अभिनीत फिल्म ‘आ अब लौट चलें’ निर्देशित की। ऋषि कपूर ने अपने करियर की शुरुआत से हमेशा ही रोमांटिक किरदार निभाया था, लेकिन फिल्म ‘अग्निपथ’ में उनके खलनायक के किरदार को देख सभी हैरान रह गए। ऋषि को इसके लिए आईफा बेस्ट नेगेटिव रोल के अवार्ड से भी नवाजा गया।
ऋषि कपूर के परिवार का बयान-
‘’हम सबके प्यार ऋषि कपूर दो सालों तक ल्यूकेमिया से लड़ने के बाद आज सुबह 8.45 बजे अस्पताल में हम सब को छोड़कर चले गए. डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ का कहना है कि वह आखिर तक सभी का मनोरंजन करते रहे थे. वह कैंसर से चल रही लड़ाई के दो सालों में हमेशा दृढ़ निश्चय और जिंदादिल रहे थे. परिवार, दोस्त, खाना और फिल्में हमेशा उनके ध्यान में रही थीं और जो भी उनसे मिलता था ये देखकर दंग था कि आखिर वह इस बीमारी से जूझते हुए भी इस बीमारी को खुद पर हावी नहीं होने देते.
वह पूरी दुनिया से अपने फैंस के की तरफ से भेजे गए प्यार से अभिभूत थे. उनके इन आखिरी दिनों में हमें एक ही बात समझ आई कि वह चाहते हैं कि हम उन्हें हमेशा हंसते हुए और मुस्कुराहट के साथ ही याद रखें न कि आंसुओं के साथ. में व्यक्गित तौर पर क्षति हुई है. साथ ही हम समझते हैं कि पूरी दुनिया एक भयानक संकट से जूझ रही है. ऐसे में कई तरह की पाबंदियां हैं. हम उनके सभी फैंस और चाहने वालों से बस यही प्रथर्ना करते हैं कि वह इस समय में भी नियमों के पालन का ध्यान रखें और लो पाबंदियां लगी हैं उन्हें समझें. वह भी ऐसा ही चाहते होंगे.’’
67 साल की उम्र में कहा दुनिया को अलविदा
बता दें कि ऋृषि कपूर का जन्म चार सितंबर 1952 को मुंबई में हुआ था. वह पृथ्वीराज कपूर परिवार में जन्मे थे. उनके पिता भी अभिनेता-निर्देशक राज कपूर थे. अपनी पहली ही फ़िल्म ‘मेरा नाम जोकर’ के लिए उन्हें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार ही मिला था. उन्हें ‘चिंटू’ के नाम से भी जाना जाता था. साल 2008 में उन्हें फ़िल्मफ़ेयर की ओर से लाइफ़टाइम अचीवमेंट पुरस्कार दिया गया था.
‘बॉबी’ फ़िल्म के उनके किरदार को काफ़ी पसंद किया जाता है. इसके अलावा उनकी ‘प्रेम रोग’, ‘नगीना’, ‘चांदनी’ जैसी पुरानी फ़िल्मों को भी पसंद किया जाता है. हाल ही में आईं उनकी फ़िल्में ‘मुल्क’, ‘दो दूनी चार’, ‘अग्निपथ’ और ‘102 नॉट आउट’ जैसी फ़िल्में भी काफ़ी पसंद की गईं थीं.
बॉलीवुड के कद्दावर एक्टर ऋषि कपूर ने इस दुनिया से अलविदा कह दिया है. कैंसर से लंबी लड़ाई के बाद 30 अप्रैल को उन्होंने मुंबई के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया. फिल्म जगत से ऋषि कपूर का बहुत पारा नाता रहा है. कपूर खानदान में सबसे पहले ऋषि के दादा पृथ्वीराज कपूर ने साल 1929 में सिनेमा जगत में कदम रखा था. और ऋषि कपूर ने सबसे पहले अपने पिता राज कपूर की फिल्मों ‘श्री 420’ और ‘मेरा नाम जोकर’ में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट काम किया था. आइए आपको ऋषि कपूर के परिवार और खानदान के बारे में बताते हैं.
बॉलीवुड का कपूर खानदान
पृथ्वीराज कपूर से कपूर खानदान की सिनेमा जगत में एंट्री हुई. साल 1923 में पृथ्वीराज की रामसरनी मेहरा से शादी हुई. दोनों के चार बच्चे हुए- राज कपूर, शम्मी कपूर, शशि कपूर और बेटी उर्मी. 29 मई 1972 को पृथ्वीराज कपूर का निधन हो गया. एक महीने बाद उनकी पत्नी का भी निधन हो गया.
पृथ्वीराज के बेटे राज कपूर की साल 1949 में कृष्णा मल्होत्रा से शादी हुई. दोनों के पांच बच्चे हुए- रणधीर कपूर, ऋषि कपूर, राजीव कपूर, रीमा और रितु. राज कपूर की पत्नी फिल्मों से दूर रहीं.
ऋषि कपूर का परिवार
राज कपूर के बेटे ऋषि कपूर ने साल 1980 में अपनी दोस्त नीतू सिंह से शादी की थी. दोनों ने एक साथ कई फिल्मों में काम किया है. दोनों के दो बच्चे हैं- रणबीर कपूर और रिद्दीमा कपूर. रणबीर फिल्मों में काफी एक्टिव रहते हैं, लेकिन रिद्दीमा की फिल्मों में रुचि नहीं देखी गई है.
साल 1971 में राज कपूर के दूसरे बेटे रणधीर कपूर ने बबीता से शादी की. दोनों की दो बेटियां हुईं- करिश्मा कपूर और करीना कपूर. राज कपूर के तीसरे बेटे राजीव कपूर की साल 2001 में आर्किटेक आरती सबरवाल से शादी हुई. हालांकि अब दोनों का तालाक हो चुका है. राजीव ने कुछ फिल्मों में काम किया लेकिन उन्हें कोई खास पहचान नहीं मिली.
राज कपूर का परिवार
पृथ्वीराज कपूर के बेटे और ऋषि कपूर के पिता राज कपूर तीन भाई थे. पृथ्वीराज के दूसरे बेटे शम्मी कपूर ने साल 1955 में गीता बाली से शादी की. गीता बाली की मौत के बाद शम्मी ने नीला देवी से शादी कर ली. शम्मी और गीता के दो बच्चे हुए- आदित्य राज कपूर और कंचन. आदित्य ने कुछ फिल्मों में काम किया है लेकिन कंचन फिल्मों से दूर रही. आदित्य राज कपूर ने साल 1982 में प्रीति से शादी की. दोनों के दो बच्चे हैं- विश्व प्रताप कपूर और तुलसी कपूर.
पृथ्वीराज के तीसरे बेटे शशि कपूर ने साल 1958 में जेनिफर केंडल से शादी की. दोनों के तीन बच्चे हुए- करन कपूर, कुणाल कपूर और संजना कपूर. शशि और जेनिफर ने कुछ फिल्मों में साथ काम किया है.
दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर का मुंबई के सर एच. एन. रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में निधन हो गया है. ऋषि कपूर लंबे समय से कैंसर का इलाज करा रहे थे. 67 साल की उम्र में उन्होंने आखिरी सांस ली और दुनिया को अलविदा कह दिया. ऋषि कपूर का जन्म: 4 सितंबर, 1952 में हुआ था. ऋषि कपूर एक भारतीय फ़िल्म अभिनेता, फ़िल्म निर्माता और निर्देशक भी थे.
कपूर का जन्म पंजाब के हिंदू परिवार में ऋषि राज कपूर के रूप में मुंबई के चेम्बूर में हुआ था. वह अभिनेता-फिल्म निर्देशक राज कपूर और अभिनेता पृथ्वीराज कपूर के पोते के दूसरे पुत्र थे. उन्होंने कैंपियन स्कूल, मुंबई और मेयो कॉलेज, अजमेर में अपने भाइयों के साथ अपनी स्कूली शिक्षा की. उनके भाई रणधीर कपूर और राजीव कपूर; मातृ चाचा, प्रेम नाथ और राजेंद्र नाथ; और पैतृक चाचा, शशि कपूर और शम्मी कपूर सभी अभिनेता हैं. उनकी दो बहनें बीमा एजेंट रितु नंदा और रिमा जैन हैं.
ऋषि कपूर ने अपने करियर की शुरुआत बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट की थी. उन्हें बॉबी के लिए 1974 में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार और साथ ही 2008 में फ़िल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार सहित अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है. उन्होंने उनकी पहली फ़िल्म में शानदार भूमिका के लिए 1971 में राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार प्राप्त किया.
ऋषि कपूर स्वर्गीय राज कपूर के बेटे और प्रूथ्वीराज कपूर के पोते है. परम्परा के अनूसार उन्होने भी अपने दादा और पिता के नक्शे कदम पर पैर रखते हूए फिल्मों में अभिनय किया और वे एक सफल अभिनेता के रूप में उभर आए. मेरा नाम जोकर यह उनकी पहली फिल्म है जिसमें उन्होने अपने पिता के बचपन का रोल किया. जो किशोर अवस्था में अपने टिचर से ही प्यार करने लगता है. परन्तु बॉबी फिल्म में वे बतौर अभिनेता के रूप में दिखायी दिए. ऋषि कपूर और नीतू सींह की शादी 22 जनवरी 1980 में हुइ थी.
इनके दो बच्चे हैं रणबीर कपूर जो की एक अभिनेता है और रिदीमा कपूर जो एक ड्रैस डिजाइन है. करिश्मा कपूर और करीना कपूर इनकी भतीजियां हैं. ऋषि कपूर सोशल मीडिया पर उनकी टिप्पणियों के लिए विवादों में हैं.