बड़ी बात : तीन की जगह दो घंटे होगा परीक्षा का समय! जानें यूजीसी के और भी अहम सुझाव

विश्व​​विद्यालय अनुदान आयोग (UGC) की कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में की कई सिफारिशें की हैं.

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नई दिल्ली. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) की अकादमिक कैलेंडर समिति ने अपनी रिपोर्ट में कई अहम सिफारिश की हैं. समिति ने जहां प्रवेश प्रक्रिया को 1 से 31 अगस्त तक शुरू करने की बात कही है, वहीं एक अहम सिफारिश में परीक्षा (Exam) का समय तीन घंटे की बजाय दो घंटे करने को भी कहा गया है. समिति ने कहा है कि दूसरे और तीसरे वर्ष के छात्रों के लिए कक्षाएं 1 अगस्त से शुरू की जाएं, जबकि प्रथम सेमेस्टर के लिए नया बैच 1 सितंबर से शुरू हो.

अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा गठित समिति ने अपनी रिपोर्ट में ये भी कहा है कि वार्षिक परीक्षा 50 फीसदी अंकों की होनी चाहिए, जबकि अन्य 50 फीसदी अंक पूर्व में आयोजित सेमेस्टर परीक्षा के प्रदर्शन पर आधारित किए जाएं.

40 फीसदी पाठ्यक्रम ऑनलाइन

इतना ही नहीं, समिति ने अकादमिक सत्र 2020-21 में 40 फीसदी पाठ्यक्रम ऑनलाइन माध्यम से करवाने का भी सुझाव दिया गया है. ये सुझाव इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि कोरोना वायरस से उपजे हालात के बाद आनलाइन पढ़ाई के चलन में काफी तेजी आई है. रिपोर्ट के मुताबिक, 16 मई से 31 मई तक ऑनलाइन मोड से प्रोजेक्ट वर्क, इंटरनल असेस्मेंट, पाठ्यक्रम पूरा करना, इंटर्नशिप रिपोर्ट व प्लेसमेंट ड्राइव का काम हो जाना चाहिए.

1 से 30 जून तक गर्मियों की छुट्टियां
रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि एक जून से 30 जून तक गर्मियों की छुट्टियां रहेंगी. सभी विश्वविद्यालय अकादमिक सत्र 2020-21 के लिए एक अगस्त से लेकर 31 अगस्त तक दाखिला प्रक्रिया पूरी कर लें. जबकि 30 सितंबर तक प्रवेश परीक्षा से विभिन्न डिग्री प्रोग्राम में दाखिले से संबंधित सभी दस्तावेजों की जांच कर सीट अलॉट कर दी जाए.

थीसिस जमा करने को एक महीने का अतिरिक्त समय 
समिति के अनुसार, पीएचडी, एमफिल स्कॉलर्स को डिग्री पूरी करने और थीसिस जमा करने के लिए छह महीने का एक्सटेंशन पीरियड जोड़ा जाए. समिति ने कैरी फॉरवर्ड नाम से प्रमोट करने का भी सुझाव दिया है. दूसरे वर्ष के छात्रों को प्रमोट कर अगली कक्षा में भेजा जाए, लेकिन कोरोना से हालात ठीक होने पर परीक्षा लिए जाने की भी बात कही गई है.

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