देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 30 हजार के पार; पंजाब में दूसरे राज्यों से आने पर 21 दिन तक अनिवार्य क्वारैंटाइन में रहना होगा

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया- देश में मरीजों की रिकवरी रेट 23% हुआ, 17 दिन से 28 जिलों में कोई केस नहीं मंगलवार को गुजरात में 164, राजस्थान में 73, तमिलनाडु में 121, आंध्रप्रदेश में 82 नए केस सामने आए

नई दिल्ली. देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 30 हजार 23 हो गई है। मंगलवार को गुजरात में 164, राजस्थान में 73, तमिलनाडु में 121, आंध्रप्रदेश में 82 समेत 550 से ज्यादा रिपोर्ट पॉजिटिव आईं। पंजाब में आज कोई नया केस नहीं मिला, लेकिन राज्य में संक्रमण और न फैले इसलिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दूसरे प्रदेशों से आने वालों को 21 दिन तक क्वारैंटाइन करने का फैसला लिया है। ये आंकड़े covid19india.org और राज्य सरकारों से मिली जानकारी के अनुसार हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में 29 हजार 435 संक्रमित हैं। इनमें से 21 हजार 632 का इलाज चल रहा है, 6868 ठीक हुए हैं और 934 की मौत हुई है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव कुमार ने शाम को बताया कि कोरोना मरीजों की रिकवरी रेट 23.83 फीसदी हो गई है। 17 ऐसे जिले हैं जहां पहले केस आए थे, लेकिन पिछले 28 दिनों में यहां कोई मामले सामने नहीं आए हैं। उन्होंने बताया कि आईसीएमआर का कहना है कि कोरोना के लिए कोई थैरेपी नहीं है। ऐसे में प्लाज्मा थैरेपी को इसके लिए इलाज नहीं कहा जा सकता है। आईसीएमआर ने सिर्फ अध्ययन करने के लिए इसे शुरू किया है।

दिल्ली में राशन के लिए परेशान लोग

देश में जारी लॉकडाउन के दौरान दिल्ली के मंडावली इलाके में लोग पिछले 11 दिन से राशन के लिए जूझ रहे हैं। ये तमाम लोग गरीब हैं और राशन के लिए सरकारी दुकानों पर ही निर्भर हैं।

कोरोना अपडेट्स 

  • केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि देश में पिछले 14 दिनों में केस दोगुने होने की दर 8.7 दिन है, जबकि 7 दिन से यह 10.2 दिन है। आईसीएमआर से मंजूरी मिलने के बाद हम मई तक आरटी-पीसीआर और एंटीबॉडी टेस्ट किट बनाना शुरू कर देंगे। इनकी मदद से 31 मई से रोजाना एक लाख टेस्ट करने का लक्ष्य है।
  • मुंबई में 55 साल से ज्यादा उम्र के सभी पुलिसवालों को ऐहतियातन छुट्‌टी पर जाने को कहा गया हैं। शहर में कोरोना से अब तक तीन पुलिसकर्मियों की जान चली गई है। वहीं, मुंबई में मंगलवार सुबह तक मरने वालों की कुल संख्या 219 तक पहुंच गई थी।
  • तमिलनाडु में आंध्रप्रदेश की सीमा पर दो रिमोट चेकप्वाइंट्स पर अवैध रूप से एंट्री करने वालों को रोकने के लिए दीवार खड़ी कर दी। हालांकि, विवाद होने पर इसे हटा लिया गया। सिनागुंडा और पोन्नई में यह दीवार बनाई गई थी। वेल्लोर कलेक्टर एस सुंदरम ने इसकी पुष्टि की।

5 दिन जब संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले आए

दिन मामले
25 अप्रैल 1835
23 अप्रैल 1667
26 अप्रैल 1607
19 अप्रैल 1580
27 अप्रैल 1561

26 राज्य और 6 केंद्र शासित प्रदेशों में फैला संक्रमण
कोरोनावायरस अब तक देश के 26 राज्यों में पैर पसार चुका है। वहीं, देश के 6 केंद्र शासित प्रदेश (यूटी) में भी यह संक्रमण पहुंच चुका है। इनमें दिल्ली, चंडीगढ़, अंडमान-निकोबार, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और पुडुचेरी शामिल हैं।

राज्य कितने संक्रमित कितने ठीक हुए कितनी मौत
महाराष्ट्र 8590 1282 369
गुजरात 3712 394 181
दिल्ली 3108 877 54
राजस्थान 2335 744 51
मध्यप्रदेश 2165 357 110
तमिलनाडु 2058 1128 25
उत्तरप्रदेश 1986 399 31
आंध्रप्रदेश 1259 258 31
तेलंगाना 1003 332 25
पश्चिम बंगाल 697 109 20
जम्मू-कश्मीर 565 176 8
कर्नाटक 523 207 20
केरल 486 359 4
पंजाब 330 98 19
हरियाणा 304 218 3
बिहार 360 57 2
ओडिशा 118 38 1
झारखंड 104 17 3
उत्तराखंड 51 33 0
हिमाचल प्रदेश 40 22 2
असम 38 27 1
छत्तीसगढ़ 37 32 0
चंडीगढ़ 56 17 0
अंडमान-निकोबार 33 18 0
लद्दाख 22 16 0
मेघालय 12 0 1
पुडुचेरी 8 4 1
गोवा 7 7 0
मणिपुर 2 2 0
त्रिपुरा 2 2 0
अरुणाचल प्रदेश 1 1 0
मिजोरम 1 1 0

ये आंकड़े covid19india.org और राज्य सरकारों से मिली जानकारी के अनुसार हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में 29 हजार 435 संक्रमित हैं। इनमें से 21 हजार 632 का इलाज चल रहा है, 6868 ठीक हुए हैं और 934 की मौत हुई है।

पंजाब: राजस्थान में फंसे सैकड़ों मजदूर बॉर्डर पर पहुंचे, लुधियाना में प्रदर्शन कर श्रमिक बोले-कोरोना से नहीं भूख से डर लगता है

कोरोना वायरस की चेन तोड़ने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन में फंसे लोगों को लाए जाने का क्रम निरंतर जारी है। मंगलवार को लॉकडाउन के 28वें दिन राजस्थान में फंसे सैकड़ों मजदूरों को पंजाब लाया जा रहा है। ये लोग फाजिल्का जिले के अबोहर में श्रीगंगानगर से राजस्थान-पंजाब बॉर्डर पर पहुंच चुके हैं। यहां से चेकअप के बाद जो जहां का है, वहां क्वारैंटाइन किए जाने की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। इससे पहले नांदेड़ गए 467 श्रद्धालु सोमवार रात पंजाब पहुंच चुके हैं।

दूसरी ओर राज्य में इस खतरनाक महामारी के संक्रमण के 331 मामले सामने आ चुके हैं। सोमवार को इनमें से 19वीं मौत हुई है। 99 मरीज ठीक हो चुके हैं जबकि 213 अभी आईसोलेशन वार्ड में भर्ती हैं। सूबे में अभी तक 15516 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। इनमें से 12333 की रिपोर्ट निगेटिव और 2853 की पेंडिंग हैं। तरनतारन में पहली बार केस आने के बाद अब काेरोना 20 जिलों में फैल चुका है।

जालंधर: मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉलिंग के जरिए सिविल सर्जन से जाना हाल, बढ़ाया हौसला
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को सिविल सर्जन डॉ. गुरिंदर कौर चावला से वीडियो कॉलिंग के जरिए बात की और कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में प्रदेश में नंबर एक जालंधर का हाल जाना। कैप्टन ने सिविल सर्जन डॉ. चावला से उनकी और उनके स्टाफ की सेहत के बारे में भी बात की। उनका हौसला बढ़ाया। सिविल सर्जन ने उन्हें जानकारी दी कि जालंधर में अब तक ढाई हजार से ज्यादा टेस्ट हो चुके हैं और सैंपलिंग की प्रक्रिया तेज की जा रही है ताकि कोरोना वायरस आगे ना फैले। उन्होंने बताया कि जालंधर में कई ऐसे मरीजों को भी ढूंढा गया है, जिनमें कोरोना वायरस के कोई लक्षण नहीं थे। इस पर मुख्यमंत्री ने उनसे पूछा कि यह कैसे पता चलता है कि इन्हें कोरोना है जबकि उन्हें कोई लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हैं? इस पर सिविल सर्जन ने जवाब दिया कि पॉजिटिव आए मरीज के संपर्क में आए इन लोगों के भी सेहत विभाग टेस्ट कर रहा है, जिस वजह से उन्हें लक्षण आने से पहले ही कोरोना वायरस की पुष्टि हो रही है।

होशियारपुर: जालंधर के लोगों की एंट्री बंद, हाईवे और लिंक रोड समेत सभी रास्ते सील
जालंधर में लगातार बढ़ते कोरोना के मामले के बीच होशियारपुर जिला प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है। होशियारपुर के डीसी ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि जालंधर के लोगों की होशियारपुर में एंट्री पूरी तरह बंद रहेगी। यही नहीं, उन्होंने जालंधर की तरफ से आने वाले सभी लिंक रोड, हाईवे और अन्य मार्ग सील कर दिया है।

पटियाला: एनएचएम के मुलाजिमों ने काले बिल्ले लगाकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया
राष्ट्रीय सेहत मिशन (एनएचएम) के मुलाजिमों ने काले बिल्ले लगा कर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। यूनियन के राज्य प्रधान अमरजीत सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय सेहत मिशन के कर्मचारी कोविड-19 के खिलाफ जंग में अपनी मौत की परवाह किए बिना फ्रंट लाइन और पूरी मेहनत और तनदेही के साथ ड्यूटी कर रहे हैं, लेकिन पंजाब सरकार इन मुलाजिमों की तरफ से दिन-रात की जा रही ड्यूटी को अनदेखा करते हुए कम वेतन दे रही है। राज्य सरकार ने समय-समय पर उनको पक्का करने के लारे ही लगाए हैं। चाहे इन मुलाजिमों को राष्ट्रीय सेहत मिशन में काम करते 15 साल हो चुके हैं, परंतु राज्य सरकार की तरफ से अभी तक इन मुलाजिमों को नौकरी की सुरक्षा किसी भी तरह का बीमा और कोविड-19 दौरान किसी भी तरह की कोई आर्थिक मदद का ऐलान अभी तक नहीं किया गया। पिछले दिन ही सरकार ने करीब 120 मुलाजिम के वेतन 40 प्रतिशत तक बढ़ाए थे। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से बाकी 13 हजार मुलाजिमों का वेतन तो क्या बढ़ाना था, उलटा मुलाजिमों के वेतन में वृद्धि पर भी रोक लगा दी।

लुधियाना के वार्ड-30 में पार्षद जसपाल सिंह ग्यासपुरा के दफ्तर श्रमिक राशन के लिए प्रदर्शन करते हुए। एक सप्ताह में दूसरी बार भूखे लोगों ने पार्षद का घेराव किया है।

लुधियाना: मजदूर बोले-भूख में तो कोरोना से भी डर नहीं लग रहा साहब
एक माह से कारखाने बंद हैं। ऐसे में श्रमिकों के पास न पैसे हैं और न ही अन्न। कई इलाकों में सरकारी मदद नहीं मिल रही, जिससे उनका धैर्य टूटने लगा है। लुधियाना के वार्ड-30 में बड़ी संख्या में श्रमिक पार्षद जसपाल सिंह ग्यासपुरा के दफ्तर पहुंचे और उनका घेराव कर दिया। सूचना मिली तो पार्षद भी दफ्तर पहुंच गए। श्रमिकों को झुंड में देख पार्षद ने उन्हें शारीरिक दूरी बनाकर खड़े होने को कहा। इस पर श्रमिकों ने कहा कि साहब भूख में अब तो कोरोना से भी डर नहीं लग रहा। पहले सरकारी राशन दिलाओ फिर कोरोना से बचाव के तरीके बताते रहना। कुछ दिन पहले भी अकाली पार्षद जसपाल सिंह ग्यासपुरा का घेराव किया था। तब पार्षद ने भरोसा दिलाया था कि मेयर बलकार सिंह संधू से बैठक करने जा रहे हैं उसके बाद राशन की व्यवस्था करवाई जाएगी। एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी श्रमिकों को राशन नहीं मिला तो वह दोबारा पार्षद का घेराव करने पहुंच गए। पार्षद जसपाल सिंह ग्यासपुरा का कहना है कि उनके वार्ड में हजारों लोग ऐसे हैं। सरकार ने अपनी व्यवस्था में सुधार नहीं किया तो वह भी श्रमिकों के साथ सड़क पर आ जाएंगे।

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