Lockdown: प्रयागराज में फंसे करीब 10 हजार छात्रों को सीएम योगी का तोहफा, इन जिलों में पहले 300 बसें पहुंचाएंगी घर

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश अवस्थी ने बताया कि पहले चरण में ये 300 बसें, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, जौनपुर, प्रतापगढ़, कौशाम्बी, फतेहपुर और चित्रकूट छात्र-छात्राओं को लेकर जाएंगीं. इसके बाद दूसरे चरण में प्रदेश के दूसरे जिलों जाएंगीं.

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लखनऊ. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार  (Yogi Government) ने प्रयागराज (Prayagraj) में केंद्रीय यूनिविर्सिटी और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले करीब 10 हजार छात्र-छात्राओं (Students) के लिए विशेष इंतजाम किए हैं. दरअसल सरकार लॉकडाउन में फंसे इन छात्रों को 300 बसों से इनके घर भेजने की तैयारी कर रही है.
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प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज ही मीटिंग में कहा कि जब हम कोटा में फंसे बच्चों की चिंता कर सकते हैं तो प्रयागराज में यूपी के ही विभिन्न जिलों के छात्र-छात्राओं को भी उनके घर पहुंचाएंगे. अवनीश अवस्थी ने बताया कि प्रयागराज में करीब 9 से 10 हजार छात्र-छात्राएं हैं, इन्हें 300 बसें लगाकर इन्हें गृह जनपद पहुंचाने का आदेश हुआ है. इस संबंध में रोडवेज डिपार्टमेंट के साथ डीएम और एसएसपी को आदेश जारी हो गए हैं. इन्हें चरणबद्ध तरीके से भेजा जाएगा. जो भी बसें प्रयागराज से भेजी जाएंगीं. उनमें आरक्षी भी तैनात किए जाएंगे. ये प्रयागराज में तीन स्थानों से चलेंगीं.
पहले चरण में इन जिलों में भेजे जाएंगे छात्र

अवनीश अवस्थी ने बताया कि पहले चरण में ये 300 बसें, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, जौनपुर, प्रतापगढ़, कौशाम्बी, फतेहपुर और चित्रकूट छात्र-छात्राओं को लेकर जाएंगीं. इसके बाद दूसरे चरण में प्रदेश के दूसरे जिलों जाएंगीं. यदि वहां कोई अन्य प्रदेश के छात्र होंगे तो उन्हें भी अनुमति मिल जाएगी. सभी छात्रों से निवेदन है कि जल्दीबाजी न करें, दो दिन में ये व्यवस्था हो जाएगी.

सरकारी टीचर बनेंगे कोरोना वॉरियर्स

इसके अलावा उन्होंने बताया कि प्रदेश के डिग्री कॉलेजों से लेकर बेसिक टीचरों तक सभी को कोरोना वॉरियर्स बनाया जाएगा. इसके लिए सीएम योगी ने निर्देश दिया है कि सभी को ट्रेनिंग दी जाए. पैरामेडिकल स्टाफ और अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी स्तर के लोग सभी को ट्रेनिंग देंगे. इसके लिए हर जिले में मास्टर ट्रेनर्स की तैनाती की जाएगी. इस दौरान एक ऐप भी तैयार किया जाएगा, जिससे इन्हें नियमों का पालन करने में आसानी होगी.

अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस आपदा से निपटने के लिए गठित टीम-11 के साथ दैनिक बैठक करते हुए प्रदेश में आपदा की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की. उन्होंने स्वास्थ्य सुविधाओं की बढ़ोत्तरी को आवश्यक बताते हुए जनसुविधाओं का समुचित ध्यान रखने के लिए निर्देशित किया है.

हरियाणा से UP लाए गए 12 हजार से अधिक मजदूर, गृह जिलों के लिए किया गया रवाना
लखनऊ. कोविड-19 (COVID-19) के कारण लागू देशव्यापी लॉकडाउन (Lockdown) के बीच हरियाणा (Haryana) से 12 हजार से अधिक प्रवासी कामगार उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) वापस आ चुके हैं. गौरतलब है कि सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर दूसरे प्रदेशों में रह रहे उत्तर प्रदेश के मजदूरों को लाने की प्रक्रिया शुरू की गई है. इन लोगों को इनके गृह जनपद भेज दिया गया है. प्रदेश सरकार की तरफ से सोमवार को यह जानकारी दी गई. मजदूरों के बाद अब प्रयागराज में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों को भी उनके घर भेजने की योजना सरकार की तरफ से बनाई गई है.

सरकार ने की थी 300 बसों की व्यवस्था

अपर मुख्य सचिव गृह और सूचना अवनीश अवस्थी ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अन्य राज्यों में 14 दिन का पृथक-वास पूरा कर चुके उत्तर प्रदेश के श्रमिकों, कामगारों तथा मजदूरों को चरणबद्ध तरीके से वापस लाए जाने के सम्बन्ध में निर्देश दिए थे. उन्होंने कहा इस पर अमल करते हुए शनिवार को हरियाणा से 2224 मजदूरों को 82 बसों से लाया गया था और रविवार शाम तक 9992 मजदूर 328 बसों से वापस आ गए हैं. इन मजदूरों को 394 बसों से उनके गृह जनपद पहुंचा दिया गया. उन्होंने बताया कि अब इसी तरह प्रयागराज में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी और विश्वविदयालयों तथा अन्य कॉलेजों में पढ़ रहे छात्रों को उनके घर भेजने का काम जल्द ही शुरू किया जा रहा है. अवस्थी ने बताया कि प्रयागराज में करीब दस हजार छात्र है इनके लिए 300 बसों की व्यवस्था की गई है. इन छात्रों को चरणबद्ध तरीके से उनके उनके घर पहुंचाया जाएगा.

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क्वारंटाइन समाप्त होने के बाद मजदूरों को मिलेगा रोजगार
अवस्थी ने कहा हरियाणा से लाए गये इन मजदूरों को उनके गृह जनपद में 14 दिन तक पृथक-वास में रखा जाएगा. इसके लिए बड़ी संख्या में आश्रय गृह तैयार किये जाने के निर्देश दिए गए हैं. इनमें पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाया जाएगा, भोजन एवं शौचालय की सुचारू व्यवस्था की जाएगी. दूसरे प्रदेशों से वापस लाए गए मजदूरों का क्वारंटाइन (पृथक-वास) समय समाप्त होने के बाद उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने की भी तैयारी करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि इन्हें अपने गांव या उसके आसपास ही रोजगार मिल सके
COVID-19: ICMR के सहयोग से SGPGI में भी जल्द शुरू होगी प्लाज्मा थेरेपी….
लखनऊ. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (Pandemic Coronavirus) के इलाज के लिए उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल कालेज (King George Medical College) में प्लाज्मा थेरेपी (Plasma therapy) से कोरोना वायरस रोगियों का इलाज आरंभ होने के बाद अब शहर के संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) में भी प्लाज्मा थेरेपी पर काम शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है. भारतीय आर्युविज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के सहयोग से एसजीपीजीआई में अगले हफ्ते से प्लाज्मा थेरेपी शुरू होने की संभावना है.

KGMU में भर्ती डॉ. पर प्लाज्मा थेरेपी का प्रयोग

संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. डॉ. आरके धीमान ने सोमवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ‘संस्थान ने आईसीएमआर के सहयोग से प्लाज्मा थेरेपी पर काम करने की पूरी तैयारी कर ली है. संस्थान में इसके लिये डाक्टरों की एक विशेष टीम भी बना ली गयी है. आईसीएमआर से अनुमति मिलते ही यहां भी प्लाज्मा थेरेपी से कोरोना वायरस मरीजों का इलाज शुरू हो जायेगा. बता दें कि लखनऊ की किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में रविवार रात प्लाज्मा थेरेपी प्रक्रिया शुरू हुयी. रविवार को वहां एक कोरोना वायरस रोगी को प्लाज्मा थेरेपी दी गयी.

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यह रोगी 58 वर्षीय डाक्टर हैं जिनको प्लाज्मा देने वाली कनाडा की एक महिला डाक्टर है. वह पहली कोरोना वायरस रोगी थीं जो यहां केजीएमयू में भर्ती हुई थीं. केजीएमयू के डाक्टरों के मुताबिक रविवार देर शाम मरीज को 200 मिली प्लाज्मा दिया गया और उनकी स्थिति पर नजर रखी जा रही है. अगर आवश्यकता हुयी तो सोमवार या मंगलवार को उन्हें दूसरी डोज दी जायेगी. अभी तक केजीएमयू में कोरोना वायरस से ठीक हुये तीन मरीज अपना प्लाज्मा दान कर चुके हैं.कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद मशहूर गायिका कनिका कपूर को एसजीपीजीआई में ही भर्ती कराया गया था.

कनिका कपूर को प्लाज्मा के लिए बुलाने पर अभी विचार नहीं!

एसजीपीजीआई के निदेशक धीमान से जब पूछा गया कि क्या कनिका कपूर को प्लाज्मा दान करने के लिये पीजीआई बुलाया जाएगा, इस पर उन्होंने कहा कि इस बारे में अभी कोई विचार नही किया गया है. हालांकि कनिका कपूर ने प्लाज्मा देने की इच्छा जताई है. पिछले सप्ताह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में प्लाज्मा थेरेपी पर काम जल्द शुरू करने का निर्देश दिया था. अधिकारियों ने बताया था कि मुख्यमंत्री ने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को प्रदेश में प्लाज्मा थेरेपी को बढ़ावा देने का निर्देश दिया है जिस पर डॉक्टर्स काम कर रहे हैं. दिल्ली में प्लाज्मा थेरेपी के सकारात्मक नतीजे आने के बाद कोरोना के इलाज में इस थेरेपी पर काम किया जा रहा है. (इनपुट-भाषा)

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