पटना. राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर पर एनडीए के नेताओं ने लॉकडाउन के दौरान कार्गो विमान से दिल्ली से कोलकाता जाने का आरोप लगाया है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, सरकार और एविएशन अधिकारियों निर्देश पर दिल्ली, कोलकाता और गुवाहाटी एयरपोर्ट की 72 घंटे की सीसीटीवी फुटेज खंगाली गई है, ताकि इन आरोपों की जांच की जा सके।
पिछले तीन दिन के भीतर दिल्ली और कोलकाता के बीच 9 कार्गो विमानों ने उड़ान भरी है। एविएशन अधिकारियों ने एयर इंडिया, स्पाइस जेट और ब्लू डॉर्ट जैसी एविएशन कंपनियों से भी उड़ानों के संबंध में जानकारी मांगी है।
केंद्र से टकराव के बीच ममता ने प्रशांत को बुलाया
रिपोर्ट्स के मुताबिक, लॉकडाउन पर केंद्र सरकार से टकराव के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर को कोलकाता बुलाया था। बताया गया कि प्रशांत कार्गो फ्लाइट से कोलकाता पहुंचे और वे सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर चल रही खबरों की निगरानी के साथ ही विपक्षी पार्टी और मीडिया चैनल्स के आरोपों पर जवाबी कार्रवाई की रणनीति तैयार करेंगे।
जदयू और भाजपा ने कहा- यात्रा की इजाजत किसने दी
जदयू नेता डॉ. अजय आलोक ने कहा- एक से एक दुर्लभ जीव इस पृथ्वी पर उपलब्ध हैं। कार्गो विमान से डॉक्टर, नर्स, पारामेडिकल, मास्क, सेनेटाइजर, वेंटिलेटर और अन्य जरूरी समान मंगवाते हैं। ममता बनर्जी ने इतना भारी समान मंगवाया। प्रशांत को शर्म आनी चाहिए। लॉकडाउन का ऐसा उल्लंघन नहीं देखा गया। कार्गो प्लेन से आदमी कैसे चला गया? क्या वे कोलकाता में और बीमारी फैलाने गए हैं। पीके तो बिहार में डेढ़ लाख लोगों को खाना खिलाने की बात कहते थे। एक बार पैराशूट से बिहार में ही कूद जाते।
भाजपा के बिहार प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा- पीके लॉकडाउन में कार्गो फ्लाइट में छुपकर कोलकाता गए। प्रशांत की यात्रा का विवरण सार्वजनिक किया जाए। इस कोरोना के कहर के दौर में लॉकडाउन के बीच संबंधित कार्गो फ्लाइट की यात्रा करने का परमिशन उन्हें किसने दी? प्रशांत ने कार्गो के भीतर छुपकर दिल्ली से कोलकाता की अवैध यात्रा की है।
पीके का जवाब- भाजपा के पास सफर का ब्योरा है तो जनता के सामने रखे
प्रशांत किशोर ने कहा- आरोप लगाने वाले आरोपों की सच्चाई साबित करें। केंद्र में भाजपा की सरकार है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय और उड़ान संचालित करने वाला डायरेक्टॉरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन, दोनों केंद्र सरकार के नियंत्रण में है। अगर मैंने कार्गो प्लेन से यात्रा की है तो वे जब चाहें पूरा ब्योरा लोगों के सामने रख सकते हैं। पूरा ब्योरा लोगों के सामने पेश करना चाहिए। उनके आरोप सच साबित हुए तो मैं सार्वजनिक जीवन से संन्यास ले लूंगा। नहीं साबित हुए तो भाजपा व जदयू के नेताओं को देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।