विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा- कोई भी देश गलती न करे, कोरोना संक्रमण लंबे वक्त तक हमारे बीच रहेगा
डब्लूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस अधानोम गेब्रेसस ने कहा- कई देश वायरस से लड़ने के शुरुआती दौर में हैं, मामले और बढ़ सकते हैं दुनिया में अब तक एक लाख 84 हजार 217 लोगों की मौत हो चुकी है और 26 लाख 37 हजार 673 संक्रमित हैं
जिनेवा. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना संक्रमण को लेकर दुनिया को चेताया है। इसका कहना है कि यह वायरस हमारे बीच लंबे वक्त तक बना रहेगा। इसलिए कोई गलती न करे और अलर्ट रहे। कई देश इससे लड़ने के शुरुआती दौर में हैं। संगठन के प्रमुख डॉ. टेड्रोस अधानोम गेब्रेसस ने बताया कि जिन देशों को लग रहा है कि उन्होंने कोरोनावायरस पर काबू पा लिया है, वहां मामले दोबारा बढ़ रहे हैं। अफ्रीका और अमेरिका में संक्रमण के बढ़ते मामले हमारे लिए चेतावनी हैं।
डॉ. टेड्रोस ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सही वक्त पर 30 जनवरी को वैश्विक आपातकाल (ग्लोबल इमरजेंसी) की घोषणा की थी। ताकि दुनिया के सभी देश कोरोना महामारी के खिलाफ योजना बना सकें और तैयारी करें। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि पश्चिमी यूरोप में यह महामारी अब स्थिर हुई है तो कहीं घटती नजर आती है। लेकिन यहां भी मामले बढ़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि मेरी सलाह है कि कोई गलती न करे। हमारी लड़ाई लंबी है, क्योंकि यह वायरस हमारे साथ लंबे वक्त रहेगा।
ट्रम्प ने डब्लूएचओ पर सवाल उठाए, फंडिंग रोकी
अमेरिका कोरोना को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन की भूमिका पर सवाल उठाता रहा है। ट्रम्प प्रशासन का कहना है कि संगठन ने चीन में फैले कोविड-19 (कोरोनावायरस) की गंभीरता को छिपाया। अगर संगठन ने बुनियादी स्तर पर काम किया होता तो यह महामारी पूरी दुनिया नहीं फैलती और मरने वालों की संख्या काफी कम होती। इसके बाद, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कुछ दिन पहले संगठन को दी जाने वाली फंडिंग रोक दी थी। अमेरिका हर साल डब्लूएचओ को 400-500 मिलियन डॉलर (करीब 3 हजार करोड़ रुपए) फंड देता है, जबकि चीन का योगदान 40 मिलियन डॉलर (करीब 300 करोड़ रुपए) है।
दुनिया में वायरस से 84 हजार से ज्यादा मौतें
दुनिया में कोरोनावायरस से अब तक एक लाख 84 हजार 217 लोगों की मौत हो चुकी हैं। 26 लाख 37 हजार 673 संक्रमित हैं, जबकि सात लाख 17 हजार 625 ठीक हो चुके हैं। अमेरिका में बुधवार को 2341 जान गई है। यहां अब तक 47 हजार 676 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, संक्रमण के आठ लाख 48 हजार 994 मामले सामने आए हैं।