कर्नाटक: लॉकडाउन के बीच रथ उत्सव में उमड़ी भक्तों की भीड़, 5 आयोजक गिरफ्तार
पुलिस (Police) इस कार्यक्रम को रोक न दे इसलिए लोगों ने सुबह ही करीब 15 से 20 मिनट के लिए इसका आयोजन किया. इस मामले में पांच आयोजकों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि चित्तपुर तालुक के रावूर गांव में भगवान सिद्धिलिंगेश्वर मंदिर के वार्षिक रथ उत्सव का आयोजन बृहस्पतिवार को सुबह करीब 15-20 मिनट के लिए किया गया था. मंदिर प्रबंधन ने पहले कहा था कि इस बार कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जाएगा.
चितपुर गांव में गुरुवार को सिद्धलिंगेश्वर मंदिर रथ उत्सव (Chariot Festival) में सैकड़ों की संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया। यह यात्रा जिला प्रशासन से बिना अनुमति निकाली गई थी और रथयात्रा के दौरान स्थानीय पुलिस और प्रशासन खामोश रहा। लेकिन मीडिया में खबरें आने के बाद प्रशासन जगा।
बताया गया है कि प्रशासन सभी ग्रामीणों को सिद्धलिंगेश्वर रथ उत्सव में भाग न लेने की चेतावनी दी गई थी। लेकिन इसके बावजूद भारी संख्या में लोगों ने शिरकत की। क्योंकि कलबुर्गी राज्य के उन आठ जिलों में शामिल है, जो कोरोनावायरस के ‘हॉटस्पॉट’ हैं। सरकार के दिशानिर्देशों के तहत यहां लॉकडाउन का सख्ती से लागू किया जाना जरूरी है। अब पुलिस रथयात्रा में शामिल होने वाले ग्रामीणों की जानकारी जुटा रही है।
सब इंस्पेक्टर को किया सस्पेंड
जिले के पुलिस अधीक्षक इडा मार्टिन मारबनियांग ने बताया कि एक पुलिस उप निरीक्षक और जिला प्रशासन के एक अधिकारी को निलंबित करते हुए पांच आयोजकों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा कि यह उत्सव प्रतिवर्ष शाम में आयोजित किया जाता है और मंदिर के अधिकारियों ने कुछ दिनों पहले पुलिस को लिख कर कहा था कि वह इस वर्ष कार्यक्रम आयोजित नहीं करेंगे.
उन्होंने कहा कि आमतौर पर समारोह शाम को आयोजित किया जाता है, लेकिन शायद वे जानते थे कि अगर वे इसे शाम को आयोजित करने की कोशिश करेंगे तो पुलिस उन्हें रोक देगी. इसलिए उन्होंने सुबह ही करीब 15 से 20 मिनट के लिए इसका आयोजन किया. कलबुर्गी कोरोना वायरस से प्रभावित क्षेत्रों में से एक है और देश में कोरोना वायरस से पहली मौत इसी जिले में हुई थी.