मुंबई में संक्रमित गर्भवती महिलाओं के लिए अलग अस्पताल बनाया; पुणे में 50 साल के मरीज की मौत
महाराष्ट्र में लॉकडाउन के फेज-2 का शुक्रवार को तीसरा दिन है। शुक्रवार को पुणे में कोरोना संक्रमण से 50 साल के व्यक्ति की मौत हो गई। इसके साथ शहर में मरने वालों की संख्या 50 हो गई। वहीं, राज्य में अब तक 195 लोग दम तोड़ चुके हैं। उधर, राज्य सरकार ने 20 अप्रैल से खेती से जुड़े कामों में ढील देने का फैसला लिया है। इसके तहत, फसल खरीदने वाली संस्थाएं, कृषि उपकरण की बिक्री और मरम्मत वाली दुकानें, बीज, खाद की दुकानें को कारोबार करने की इजाजत होगी।
राज्य में गुरुवार को 268 नए संक्रमित मिले। इसके साथ कुल मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 3202 तक पहुंच गया। वहीं, मुंबई में यह आंकड़ा बढ़कर 2073 तक पहुंच गया। यह किसी दूसरे राज्य के कुल मरीजों की संख्या से ज्यादा है। राज्य में 1 मार्च से 15 अप्रैल के बीच कुल 56 हजार 673 लोगों की कोरोना जांच हुई। इनमें से 52 हजार 762 टेस्ट निगेटिव आए। 15 अप्रैल की शाम तक राज्य में 71 हजार से ज्यादा लोगों को होम क्वारैंटाइन किया गया है। वहीं, 6 हजार से ज्यादा लोगों किसी हॉस्पिटल या होटल में आइसोलेट किया गया है।
कोरोना संक्रमित गर्भवती महिलाओं के लिए अलग हॉस्पिटल बना
मुंबई में कोरोना पॉजिटिव गर्भवती महिलाओं के लिए एक अस्पताल अलग से तैयार किया गया है। मुंबई के घाटकोपर के रजवाड़ी हॉस्पिटल में कोरोना संक्रमित गर्भवती महिलाओं का इलाज होगा। दरअसल, मुंबई से एक 30 साल की कोरोना पॉजिटिव गर्भवती महिला की मौत का मामला सामने आ चुका है। इसके बाद बीएमसी ने गर्भवती महिलाओं के लिए अलग से इलाज कराने की योजना बनाई थी।
कोरोना अपडेट:
- पुणे जिले के शिकारपुर गांव में एक सोनोग्राफी सेंटर के डॉक्टर की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद पिछले 6 दिनों के दौरान उनके सेंटर में आने वाले कई लोगों को क्वारैंटाइन किया गया है, जिसमें कई गर्भवती महिलाएं शामिल हैं।
- कोरोना का हॉटस्पॉट बने वर्ली इलाके से बढ़ते मरीजों के बीच एक राहत वाली खबर भी आई है। वर्ली कोलीवाडा से क्वारैंटाइन किए गए 371 लोगों में से 129 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है, जिन्हें वापस घर भेज दिया गया। इन लोगों को पोद्दार हॉस्पिटल और विशाखा गेस्ट हाउस में क्वारैंटाइन किया गया था। लगातार दूसरी जांच में इन 129 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद इन्हें घर भेजा गया।
- धारावी में गुरुवार को 26 नए कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए, जिससे यहां मरीजों की संख्या बढ़कर 86 हो गई। धारावी की लक्ष्मी चॉल में कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति की गुरुवार को मौत हो गई, जिसके बाद यहां मरने वालों का आंकड़ा नौ हो गया। धारावी में मुकुंद नगर और मुस्लिम नगर में सर्वाधिक 18-18 कोरोना मरीज मिले हैं।
- केईएम अस्पताल के दो रेजिडेंट डॉक्टरों में कोरोना की पुष्टि के बाद हड़कंप मच गया है। इनमें एक कस्तूरबा में पोस्टेड थे, जबकि दूसरे केईएम में। बीएमसी प्रशासन ने पूरे हॉस्टल को सील कर दिया है। इस हॉस्टल के करीब 55 डॉक्टर अब क्वारैंटाइन हैं।
- राज्य में अगर कोरोना की स्पीड की बात की जाए तो 9 मार्च को पहला मामला सामने आने के बाद एक महीने में एक हजार केस सामने आए। जबकि संक्रमितों की संख्या दो हजार तक पहुंचने में 6 दिन का समय लगा। वहीं 3 हजार तक की संख्या पर यह सिर्फ 4 दिन में पहुंच गई। वहीं, मुंबई में 6 दिन में संक्रमितों की संख्या दोगुने से ज्यादा बढ़ी है।
- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश भर में कोरोना के 170 हॉटस्पॉट घोषित किए हैं। इनमें मुंबई सहित महाराष्ट्र के 11 जिले भी शामिल हैं। मुंबई के अलावा सूची में पुणे, ठाणे, नागपुर, सांगली, अहमदनगर, यवतमाल, औरंगाबाद, बुलढाणा, मुंबई उपनगर और नासिक जिलों के नाम हैं। कोरोना के सबसे ज्यादा मरीज महाराष्ट्र में है। मुंबई शहर और मुंबई उपनगर जिले में ही राज्य के आधे से ज्यादा लोग संक्रमित हैं।
- मुंबई में नहीं हुआ ‘कम्युनिटी ट्रांसमिशन’: बीएमसी
- मुंबई में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या दो हजार पार कर गई है। हालांकि, बीएमसी प्रशासन ने दावा किया है कि मुंबई में कोरोना वायरस अभी ‘कम्युनिटी ट्रांसमिशन’ के स्तर तक नहीं पहुंचा है। यह दावा मुंबई में शुरू किए गए ‘फीवर क्लिनिक’ में लोगों की जांच और उसके बाद पाए गए कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या के आधार पर किया गया है।
- मुंबई में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बीएमसी 97 ‘फीवर क्लिनिक’ चला रही है, जिसमें अब तक 3,585 लोगों की प्राथमिक जांच की गई। इनमें से 912 लोगों में कुछ लक्षण दिखाई देने पर उनके स्वाब को लैब में जांच के लिए भेजा गया था। उसमें से सिर्फ 5 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए।
पुणे: ससून हॉस्पिटल की तीन नर्स संक्रमित
महाराष्ट्र सरकार द्वारा संचालित ससून अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में कार्यरत तीन नर्स कोरोना संक्रमित पाई गई हैं। एक अधिकारी ने बताया कि नर्सों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है। साथ ही उक्त नसों के संपर्क में आए हॉस्पिटल स्टाफ के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।