कोरोनावायरस / आर्मी चीफ नरवणे बोले- महामारी के दौर में भारत दुनिया को दवाईयां निर्यात कर रहा है, पाकिस्तान अब भी टेरर एक्सपोर्ट में व्यस्त

आर्मी चीफ के मुताबिक, भारत और दुनिया महामारी से लड़ रहे हैं, पाकिस्तान इस दौर में भी आतंकी साजिशों से बाज नहीं आ रहा भारतीय सेना ने पिछले दिनों पीओके के दुंधियाल में आतंकियों के लॉन्च पैड्स नेस्तनाबूद कर दिए थे शुक्रवार दोपहर पाकिस्तान ने फिर पुंछ में फायरिंग के साथ मोर्टार दागे

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कुपवाड़ा. आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे के मुताबिक, कोरोना महामारी के दौर में भी पाकिस्तान आतंकी साजिशों से बाज नहीं आ रहा।  नरवणे ने शुक्रवार को कहा कि भारत दुनिया को कोरोना से निपटने के लिए दवाईयां निर्यात कर रहा है। लेकिन, पाकिस्तान अब भी आतंकवाद के एक्सपोर्ट में व्यस्त है। आर्मी चीफ शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर पहुंचे। यहां एलओसी पर हालात की समीक्षा की। इसके बाद मीडिया से बातचीत की। यहां उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूछे गए सवाल और जवाब…

Q : पद संभालने के बाद आप तीसरी बार जम्मू-कश्मीर आए हैं। पिछले कुछ दिनों में संघर्ष विराम उल्लंघन बढ़ा है। आम नागरिकों को भी काफी नुकसान हुआ है। आप इसे कैसे देखते हैं।
A : जैसा कि आप जानते हैं पिछले हफ्ते खराब मौसम का फायदा उठाकर घुसपैठ की कोशिश करने वाले पांच आतंकियों को हमने मार गिराया। बदकिस्मती से हमारे पांच बहादुर जवान भी शहीद हुए। मैं खुद यहां के हालात का जायजा लेने आया हूं कि किस तरह हमारे जवान हालात का मुकाबला कर रहे हैं। बर्फ का फायदा उठाकर पाकिस्तान आर्मी घुसपैठ की साजिशें रच रही है। खुफिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एलओसी के उस पार आतंकियों के सभी लॉन्च पैड्स एक्टिव हैं। उनकी फायरिंग में आठ साल का बच्चा भी मारा गया। निर्दोष कश्मीरी भी मारे गए हैं। दुनिया को इस पर ध्यान देना चाहिए। पाकिस्तान कश्मीरियों के दोस्त होने का दावा करता है। मैं पूछना चाहता हूं कि ये किस तरह की दोस्ती है। वो लोगों को मार रहा है और आतंकवाद फैला रहा है। मैं यहां अपने लोगों से मिलने आया हूं। हम यहां अमन और खुशहाली लाने की कोशिश कर रहे हैं। यहां मैं ये साफ कर देना चाहता हूं कि भारतीय सेना दुश्मन की हर हरकत का माकूल जवाब दे रही है।

Q :  अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद जो हालात हैं, उनके बारे में आपका क्या आंकलन है। इस पर आगे क्या रणनीति है?

A :  यहां हालात सुधरे हैं और उनमें स्थिरता आई है। इसमें सरकार और सुरक्षा बलों का योगदान है। ज्यादातर पाबंदियां हटाई जा चुकी हैं। रोजमर्रा की चीजें सही चल रही हैं। कोविड-19 की वजह से कुछ जरूरी कदम उठाए गए हैं। दुनिया कोरोनावायरस से लड़ रही है। लेकिन, पाकिस्तान अब भी आतंकियों को भेजकर आम लोगों को निशाना बना रहा है। तीन दिन पहले ही कश्मीर के एक रिटायर्ड सैनिक पर हमला हुआ। हम सतर्कता में जरा भी ढील नहीं दे सकते। लोगों को इस वक्त पाकिस्तान का दोहरा चरित्र और झूठ देखना चाहिए। मैं यहां के लोगों से अपील करता हूं कि वो पाकिस्तानी प्रोपेगंडा के झांसे में न आएं। घाटी में अमन और विकास में हमारा साथ दें।

Q :  भारतीय सेना स्थानीय प्रशासन की महामारी से निपटने के मामले में कैसे सहायता कर रही है?

A :  हम एक कई मोर्चों पर काम कर रहे हैं। देश की सीमाओं पर बाहरी खतरों से निपट रहे हैं। इसके अलावा घाटी में कोविड-19 संक्रमण को रोकने में स्थानीय प्रशासन की मदद कर रहे हैं। सैनिकों को संक्रमण से बचाने के लिए जरूरी प्रोटोकॉल का भी पालन किया जा रहा है। घुसपैठ पर पैनी नजर रखी जा रही है। चीफ सेक्रेटरी के कहने पर हमने अपना कमांड हॉस्पिटल आम लोगों के लिए खोल दिया है। देश के बाकी हिस्सों में भी सेना ने अपनी फैसेलिटीज को क्वैरैंटाइन सेंटर्स के लिए उपयोग के तौर पर दिया है। हमारी मेडिकल टीम मालदीव और कुवैत में तैनात हैं। वहां की सरकारों ने मदद मांगी थी। सार्क देशों की मदद के लिए सेना की यूनिट स्टैंडबाय मोड पर हैं। मुझे गर्व है कि हमारे जवान महामारी का भी मुकाबला कर रहे हैं और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का भी। हमारा मंत्र है- डरने की नहीं, सावधान रहने की जरूरत है।

Q :  कोवि़ड-19 के दौर में सेना के ऑपरेशन्स पर क्या असर हुआ। 

A :  हमने कई ऐहतियाती कदम उठाए हैं। सैनिकों के लिए गाइडलाइंस जारी की गई हैं। ज्यादा आवाजाही पर रोक है। कॉन्फ्रेंस और सेमिनार रद्द कर दिए गए हैं। फिलहाल, हमारा फोकस इस महामारी से निपटना है। भविष्य को लेकर भी हम कई सावधानियां बरत रहे हैं। अगर किसी सैनिक को दिक्कत है तो उसे करीबी मिलिट्री स्टेशन पर रिपोर्ट करने को कहा गया है। जरूरत पड़ने पर 14 दिन क्वैरैंटाइन किया जा रहा है। इसके लिए स्पेशल ट्रेन और एयरक्राफ्ट हैं। वापसी में ये ट्रेनें छुट्टी पर जाने वाले जवानों को लाती हैं। दक्षिण भारत से दो स्पेशल ट्रेन जम्मू और गुवाहाटी के लिए चलाने की तैयारी है। आज एक ट्रेन शुरू भी हो गई है। ये बेंगलुरु से बेलगाम, सिकंदराबाद और अंबाला होते हुए जम्मू जाएगी।

Q :  गर्मियां शुरू हो गई हैं। एलओसी पर आपकी क्या रणनीति होगी? इस बार कोई नयी चुनौती है क्या?

A :  इस बारे में लोकल कमांडर्स ही तय करते हैं कि क्या रणनीति होगी। कई चीजों पर विचार करना होता है। राष्ट्रीय हित में हम हमेशा देश के किसी भी हिस्से में ऑपरेशन्स को अंजाम देने के लिए तैयार रहते हैं। हम दुश्मन को जवाब देना जानते हैं। प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भी सेना रणनीति के हिसाब से जवाब देती है। ये साफ है कि आतंकवाद सहन नहीं किया जाएगा। घुसपैठ रोकने पर जोर दिया जाता रहेगा। कोविड-19 के खिलाफ प्रोटोकाल्स का पालन करते हुए भी हम आतंकवादियों पर दबाव बनाए रखेंगे।

पाकिस्तान ने फिर किया संघर्ष विराम का उल्लंघन
जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में शुक्रवार दोपहर पाकिस्तान ने फिर फायरिंग की। इस दौरान गोले भी दागे गए। न्यूज एजेंसी से बातचीत में रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल देवेंद्र आनंद ने इसकी पुष्टि की। कहा, “शुक्रवार दोपहर करीब 11 बजे पाकिस्तान की तरफ से फायरिंग की गई। इस दौरान मोर्टार भी दागे गए। यह घटना पुंछ के किरनी और कस्बा सेक्टर में हुई। भारतीय सेना जवाबी कार्रवाई कर रही है।” सेना की बम डिस्पोजल यूनिट ने मेंढर इलाके में करीब 12 मोर्टार डिफ्यूज किए। बुधवार को हुई फायरिंग में एक बुजुर्ग घायल हुए। चार मकानों को भी नुकसान पहुंचा।

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