कोरोना संकट: पाकिस्तान में भोजन के बदले हिंदुओं पर धर्म परिवर्तन का दबाव!

मिलिन्द परांडे ने कहा कि पाकिस्तान में आज मात्र डेढ़ से दो प्रतिशत हिंदू बचे हैं. इसके बावजूद कोरोना जैसी महामारी के दौर में उन्हें प्राथमिक अधिकारों से वंचित किया जा रहा है. एक ओर भारत के प्रधानमंत्री सम्पूर्ण विश्व की चिंता कर रहे हैं, तो वहीं पाकिस्तान भोजन और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधा नहीं दे पा रहा है.

0 999,067
  • पाकिस्तान में हिंदुओं के साथ हो रहा भेदभाव
  • भोजन के बदले बनाया जा रहा धर्मांतरण का दबाव

विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय महामंत्री मिलिन्द परांडे ने पाकिस्तान पर अल्पसंख्यक हिन्दुओं के साथ भेदभाव का आरोप लगाते हुए, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग और भारत सरकार से ध्यान देने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस का महाप्रकोप है. सभी देशों में कोरोना वायरस को चुनौती देने के लिए युद्ध स्तर पर सामूहिक प्रयास किए जा रहे हैं. किंतु पाकिस्तान में ऐसी वीभत्स परिस्थितियों में भी वहां के अल्पसंख्यक हिन्दुओं के साथ धार्मिक आधार पर भेदभाव हो रहा है.

Hindus: Pakistan Hindus victims of 'religious apartheid': Hindu ...

उन्होंने कहा कि हिंदुओं को ना सिर्फ भोजन एवं स्वास्थ्य जैसी जीवन की प्राथमिक आवश्यकताओं से वंचित रखा जा रहा है बल्कि उन पर धर्म परिवर्तन के लिए अनुचित व अमानवीय दबाव भी बनाया जा रहा है.

केन्द्रीय महामंत्री ने मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए कहा कि इस बारे में कई रिपोर्ट्स आई है जिससे पाकिस्तान की मंशा जाहिर होती है.

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में आज मात्र डेढ़ से दो प्रतिशत हिंदू बचे हैं. इसके बावजूद कोरोना जैसी महामारी के दौर में उन्हें प्राथमिक अधिकारों से वंचित किया जा रहा है. एक ओर भारत के प्रधानमंत्री सम्पूर्ण विश्व की चिंता कर रहे हैं, तो वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री वहां रहने वाले हिंदू अल्पसंख्यकों को भोजन और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधा भी सुनिश्चित नहीं कर पा रहे हैं.

उन्होंने आगे कहा, “हमें तो ये भी जानकारी मिली है कि भीषण परिस्थितियों का अनुचित लाभ उठाकर वहां रहने वाले हिंदुओं पर भोजन के बदले धर्मांतरण का दबाव बनाया जा रहा है. यह उनके मानवाधिकारों का गम्भीर उल्लंघन नहीं तो और क्या है?

उन्होंने विश्व मानवाधिकार आयोग से मांग की है कि वह पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों पर हो रहे धार्मिक भेदभाव तथा उत्पीड़न का संज्ञान लें. साथ ही इस मामले में हस्तक्षेप कर उन्हें तुरंत भोजन और स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित कराएं. वहीं भारत के विदेश मंत्रालय से परांडे ने अपील की है कि वह भी इस संबंध में पाकिस्तान पर कूटनीतिक दबाव बनाकर बचे-खुचे हिन्दुओं के प्राणों की रक्षा करें.

Leave A Reply

Your email address will not be published.