कोरोना वायरस: चीन के धोखे का जवाब देगा भारत! सभी खराब PPE किट करेगा वापस

भारत कोरिया (Korea) से कोविड-19 (Covid-19) के किट मंगवा रहा है जो कि रास्ते में है. ये बड़ा ऑर्डर जल्द ही भारत आने वाला है.

0 999,094

नई दिल्ली. भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (Indian Council of Medical Research)
की ओर से डॉ रमन गंगाखेड़कर ने गुरुवार को जानकारी दी कि चीन (China) की ओर से भारत को कुल 5 लाख किट प्राप्त हुई हैं. उन्होंने बताया कि ये किट चीन की दो फर्मों से ली गई है. वहीं सूत्रों की ओर से जानकारी मिली है कि भारत, चीन की ओर से मिली सभी खराब पीपीई किटों (PPE Kits) को अस्वीकार करेगा. इसमें से कुछ दान में मिली हैं जबकि कई क्वालिटी चेक में फेल हो गई हैं. उच्च पदस्थ सूत्रों ने यह भी जानकारी दी है कि भारत कोरिया (Korea) से और टेस्ट किट मंगवा रहा है जो कि रास्ते में हैं. ये बड़ा ऑर्डर जल्द ही भारत आने वाला है.

बता दें चीन ने कोविड-19 (Covid-19) वैश्विक महामारी से निजात पाने में मदद के लिए भारत को गुरुवार को कोरोना वायरस चिकित्सा किट्स भेजी थीं. बीजिंग (Beijing) में भारत के राजदूत विक्रम मिस्री ने ट्वीट किया, ‘‘रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट्स और आरएनए एक्सट्रैक्शन किट्स समेत कुल 650,000 किटों को आज तड़के ग्वांग्झू हवाई अड्डे से भारत के लिए भेजा गया.’’

15 मिनट में नतीजे देती है रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट
रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट (Rapid Antibody Test Kits) 15 मिनट में नतीजे देती हैं और किसी मरीज के कोरोना वायरस (Coronavirus) के संपर्क में आने के बारे में पता लगाने के लिए मुंह के लार के नमूने के बजाय रक्त के नमूने पर काम करती है. ऐसी जानकारी है कि चीन ने भारत में मौजूदा लॉकडाउन के दौरान सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में जांच बढ़ाने के उसके प्रयास के तौर पर पहले चिकित्सा किट्स की दो बड़ी खेप भेजीं .

मंगलवार को उन्होंने यहां मीडिया को बताया था कि भारत ने 30 लाख जांच किटों के अलावा कोविड-19 मरीजों का इलाज कर रहे चिकित्साकर्मियों के लिए चीन से 1.5 करोड़ निजी सुरक्षा उपकरण खरीदने का ऑर्डर दिया है. मिस्री ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हमारी जरूरतों को समय पर और सुचारू तरीके से तथा अनुमानित कीमत पर पूरा करना भारत-चीन संबंध के लिए सबसे अच्छा संकेत होगा.’’

चीन के लिए बड़ा बाजार बने भारत जैसे देश
कोरोना वायरस से करीब ढाई महीने तक जूझने के बाद चीन में कारखानों ने एक बार फिर काम शुरू कर दिया है और वह भारत समेत दुनियाभर में वेंटिलेटर और व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों (पीपीई) समेत चिकित्सा सामान की भारी मांग को एक बड़े कारोबारी अवसर के तौर पर देख रहा है. चीन से इन सामान के आयात के लिये भारत सहित कई देशों की निजी और सरकारी कंपनियां दोनों ही ऑर्डर दे रही हैं.

भारत ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए बंद की अवधि तीन मई तक बढ़ा दी है. देश में इस बीमारी से 414 लोगों की मौत हुई है और 12,380 लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं.

दुनिया के कई हिस्सों में कोरोना वायरस के फैलने के कारण चीनी चिकित्सा सामान की मांग बढ़ने पर चीन ने बुधवार को सभी देशों से सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त चीन की प्रतिष्ठित कंपनियों से इन सामान का आयात करने के लिए कहा तथा जालसाजी में शामिल लोगों को सजा देने की बात कही.

(भाषा के इनपुट के साथ)

Leave A Reply

Your email address will not be published.