नई दिल्ली. देश में कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में राज्य सरकारें भी केंद्र सरकार के साथ खड़ी हैं. वहीं लॉकडाउन (Lockdown) को लेकर पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने बुधवार को बातचीत की. उन्होंने कहा कि सरकार लॉकडाउन में रिस्क उठाने को तैयार है. राज्य की सभी जूट मिलों को खोला जाएगा. साथ ही दूसरे राज्यों में फंसे बंगाल के प्रवासी मजदूरों और परिवारों तक मदद भी पहुंचाई जाएगी.
समय पर जरूरी उत्पाद पहुंचाना चाहते हैं
ममता बनर्जी ने कहा कि हम राज्य में सिर्फ 18 जूट मिल नहीं खोलेंगे, बल्कि पूरे राज्य की जूट मिलों को खोलेंगे और उत्पादन सुनिश्चित करेंगे. इनमें सिर्फ 15 फीसदी लोग ही काम करेंगे. उन्होंने कहा कि हम देश के अन्य हिस्सों में इस संकट के समय में जरूरी उत्पाद पहुंचाना चाहते हैं. इसलिए ये फैसला लिया है.
डॉक्टरों के लिए रोस्टर प्लान
ममता बनर्जी ने यह भी कहा कि उन्होंने अपने प्रमुख सचिव को निर्देश दिए हैं कि राज्य के सभी डॉक्टरों की ड्यूटी के लिए रोस्टर प्लान तैयार किया जाए. इसके मुताबिक प्रत्येक डॉक्टर लगातार सात दिन काम करे और अगले 7 दिन घर पर आराम करे. इससे दबाव में बेहतर काम करने में आसानी होगी.
सांप्रदायिक राजनीति करने का वक्त नहीं
ममता बनर्जी ने मुंबई के बांद्रा में हुए मजदूरों के जमाव की घटना पर कहा कि वह किसी भी राज्य सरकार या केंद्र सरकार को इसके लिए दोष नहीं देंगी. यह सांप्रदायिक राजनीति करने का वक्त नहीं है. हम सभी को एकजुट होकर काम करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल बोर्ड के तहत आने वाले स्कूलों, कॉलेजों की 11वीं कक्षा के छात्रों को अगली कक्षा, सेमेस्टर में प्रवेश दिया जाएगा.