भारतीय सीमा पर पकड़े गए 9 पाकिस्तानी नागरिक, खुफियां एजेंसियां हुई सतर्क
भारत- नेपाल की सीमा (Indo-Nepal Border) पर पाकिस्तानी नागरिकों (Pakistani National) के मौजूदगी ने भारतीय खुफिया विभाग (Indian Intelligence Department ) समेत दूसरी एजेंसी के कान खड़े कर दिए हैं.
सीतामढ़ी. नेपाल के रौतहट पुलिस ने 9 पाकिस्तानी नागरिकों (Pakistani National) को अपने कब्जे में लेकर जिले के करुनिया गांव स्थित मस्जिद में क्वारेंटिन किया है. पकड़े गए सभी पाकिस्तानी नागरिक नेपाल (Nepal) में धर्म प्रचार के लिए वहां पहुंचे थे. रौतहट जिलाधिकारी बासुदेव घिमिरे ने बताया कि इन सभी को करुनीया मस्जिद में क्वारेंटाइन (Quarantine) किया गया है. क्वारेंटाइन किए गए पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान मोहम्मद यूसुफ खान, मो. जैनुल्लाह, समसुल्लाह, मोहम्मद फवाद, रईश खान, गुरफंदीन, असगर खान, गुलाम रसूल और हलीमुल्लाह के रूप में की गई है.
जिलाधिकारी ने बताया कि कब्जे में लिए गए सभी पाकिस्तानी मौलाना जिले में इस्लाम धार्मिक प्रचार के लिये आए थे. ये सभी लॉकडान की घोषणा से पहले रौतहट आ गए थे. जानकारी मिली थी कि जिले के यमुना माई गांव पालिका वार्ड नवंबर एक स्थित मुखतम मस्जिद ईदगाह में 3 दिनों तक ठहरने के बाद सभी पाकिस्तानी मौलाना करुनिया स्थित मस्जिद में चले गए थे. कोरोना महामारी के खतरे को देखते हुए पकड़े गए सभी पाकिस्तानी मौलाना की थर्मल स्क्रीनिंग कराने के बाद करुनिया मस्जिद में क्वारेंटाइन किया गया है.
एसएसबी के जवान बार्डर पर कर रहे हैं फ्लैग मार्च
बताया गया है कि पाकिस्तानी मौलानाओं की हरकत पर नजर रखने के लिये मस्जिद के आस-पास पुलिस बल को मुस्तैद कर दिया गया है. वहीं सीतामढ़ी के सीमावर्ती इलाकों बैरगनिया सहित भारत नेपाल सीमा क्षेत्र से महज 15 किलोमीटर दूरी पर स्थित नेपाल के करूनीया गांव है, जहां पाकिस्तानी नागरिकों के मिलने से भारतीय क्षेत्र में भी दहशत का माहौल है. वहीं, एसएसबी के जवानों द्वारा नो मैंस लैंड में फ्लैग मार्च किया जा रहा है.
एसएसबी के असिस्टेंट कमांडेंट अनुराग कुमार ने बताया कि सीमा पर हमारे जवान पूरी तरह से तैनात है. भारत-नेपाल सीमा को पूरी तरीके से सील किया जा चुका है. इमरजेंसी हालत में भी हर आने जाने वालों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. मेडिकल जांच के बिना किसी भी शक्स को सीमा पर नहीं कराया जा सकता है. इतना ही नहीं, वैसे इलाके जहां एसएसबी का चेक पोस्ट नहीं है, वहां भी जवान लगातार गश्त लगा रहे है. गौरतलब है कि भारत का पड़ोसी मुल्क नेपाल भी करोना वायरस की चपेट है. नेपाल और भारत के सरहद के बीच दोनों तरह कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए मेडिकल शिविर लगाए गए है.
भारत-नेपाल का बार्डर पर संयुक्त अभियान
नेपाल में कोरोना वायरस से बचाव के लिए जगह-जगह कोरांटाइन सेंटर बनाए गए हैं, जिसमें संदिग्ध मरीजों को रखा जा रहा है. नेपाल के महोरती, जलेश्वर, रौतहट समेत कई ऐसे जिले है, जहां नेपाल सरकार भारतीय प्रशासन के सहयोग से कोरोना वायरस से बचाव के लिए लगातार मुहिम चला रहा है. इस सब के वाबजूद लोगों में यह शंका उत्पन्न हो रही है कि आखिर इतने संख्या में कैसे पाकिस्तानी नेपाल पहुंच गए. इधर दूसरी ओर, नेपाल में पाकिस्तानी नागरिकों की मौजूदगी से भारत के खुफिया विभाग समेत दूसरे संस्थानों के कान खड़े हो गए है.