पटियाला। कर्फ्यू में ड्यूटी पर तैनात एएसआइ हरजीत सिंह की कलाई काटने के बाद गुरुद्वारा श्री खिचड़ी साहिब के क्वार्टरों (निहंगों का डेरा) से गिरफ्तार हमला करने वाले निहंगों से पूरा गांव ही परेशान था। बलबेड़ा स्थित श्री खिचड़ी साहिब गुरुद्वारे के नाम डेरे के मुखी बलविंदर सिंह व उसके साथियों ने गांवों से अनाज व पैसा तो इकट्ठा किया, लेकिन गुरुद्वारा साहिब के सुधार व निर्माण कार्य पर खर्च नहीं किया।
गुरुघर के नाम पर लिए 39 लाख होने के बावजूद नहीं करवाया निर्माण कार्य
डेरे के मुखी बलविंदर सिंह, उसके बेटे व बहू सहित 11 लोगों की गिरफ्तारी के बाद गुरुद्वारा श्री खिचड़ी साहिब को संभालने की जिम्मेदारी हेड ग्रंथी बाबा लखविंदर सिंह को सौंप दी गई है। अब वह यहां पर गुरुद्वारा साहिब में नितनेम का पाठ जारी रखवाएंगे। उन्होंने बैसाखी पर श्री अखंड पाठ साहिब का भोग डालते हुए सभी को प्रसाद बांटा, लेकिन प्रसाद ग्रहण करने वाले सभी सेवादार व पुलिस मुलाजिम ही थे। हर बैसाखी पर गुरुद्वारा साहिब में 200 से अधिक लोग जुटते थे, लेकिन इस बार कफ्र्यू व विवादों के कारण कोई नहीं पहुंचा। रामनगर चौकी इंचार्ज एसआइ मोहन सिंह की मौजूदगी में भोग डाला गया।
गुरुद्वारा साहिब के इतिहास को लेकर दो राय
बलबेड़ा के नजदीक खेतों में डेरे में स्थापित इस गुरुद्वारा साहिब के इतिहास को लेकर लोगों में दो राय बनी हुई है। आसपास के गांव के बुजुर्गों की मानें तो गुरुद्वारा साहिब वाली जगह पर पहले पूरी तरह से खेत होते थे। 1997 में इस जगह पर बलविंदर सिंह ने निशान साहिब रखने के बाद घोषणा कर दी थी कि यहां पर गुरु साहिब ने खिचड़ी बनाई थी। इस जगह पर गुरुद्वारा श्री खिचड़ी साहिब बनेगा। यहां पर बनने वाली खिचड़ी खाने से लोगों की बीमारियां ठीक होंगी।
लोगों की धार्मिक आस्था इस कद्र जुड़ी कि देखते ही देखते इस जगह के आसपास कुल चार किल्ले जमीन पर बलविंदर सिंह का कब्जा हो गया। लोगों के सहयोग से गुरुद्वारा साहिब की बिल्डिंग भी बन गई, लेकिन डेरे के मुखी बलविंदर सिंह के हिंसक, गाली-गलौज व मनमानी के कारण लोगों ने किनारा करना शुरू कर दिया।
DGP ने कहा- निहंग हमला मामले की जांच 10 दिन में होगी पूरी, फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाएंगे ट्रायल
पटियाला में रविवार को पुलिस पार्टी पर निहंगों के हमले के मामले की जांच के लिए पंजाब पुलिस ने सक्रियता बढ़ा दी है। पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कहा है कि इस मामले की जांच 10 दिन में पूरी की जाएगी। पंजाब पुलिस मामले का ट्रायल फास्ट ट्रैक कोर्ट में करवाएगी। इस बीच सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील व आप के पूर्व विधायक एचएस फूलका ने भी कहा है कि दो दिन में चालान पेश कर 10 दिन में फैसला सुनाया जाना चाहिए।
सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक अशांति फैलाने पर तीन गिरफ्तार, निहंगों के हमले का किया था समर्थन
वहीं, इस मामले पर सोशल मीडिया पर भड़काऊ संदेश जारी करने के लिए पंजाब पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें होशियारपुर का भूपेंदर सिंह, गुरदासपुर के बटाला का दविंदर सिंह और मुक्तसर साहिब का कुलदीप सिंह भुल्लर शामिल है। तीनों पर सांप्रदायिक अशांति फैलाने, एपिडेमिक डिजीज एक्ट व नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत अलग-अलग एफआइआर दर्ज की गई हैं।
पुलिस के अनुसार भूपिंदर सिंह ने एक फेसबुक टीवी चैनल पर एक इंटरव्यू में निहंगों के हमले को सही बताया था। इस इंटरव्यू को बाद में हटा दिया गया। इसी तरह भुल्लर व दविंदर सिंह ने भी फेसबुक पर हमले की प्रशंसा करते हुए अन्य निहंगों से भी ऐसे हमले करने की अपील की थी। डीजीपी गुप्ता ने कहा कि पुलिस भूपेंदर सिंह के इंटरव्यू को चलाने वाले फेसबुक चैनल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने पर विचार कर रही है।
गौरतलब है कि रविवार को पटियाला में सब्जी मंडी में कुछ निहंगों ने पुलिस दल पर हमला कर दिया था। कर्फ्यू पास मांगने पर निहंग बलविंदर सिंह ने एएसआइ हरजीत सिंह का हाथ काट दिया था। सभी आरोपित बलबेड़ा स्थित गुरुद्वारा श्री खिचड़ी साहिब के परिसर में बने निहंग डेरे में छिप गए थी। पुलिस ने कमांडो कार्रवाई कर एक महिला समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया था।
कर्फ्यू के नियम तोडऩे वालों पर करेंगे सख्ती: डीजीपी
एक ट्वीट में गुप्ता ने कहा कि किसी को भी पंजाब में शांति व्यवस्था भंग करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। कफ्र्यू के नियमों को तोडऩे वालों के खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी।
निहंगों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में भी केस दर्ज
पटियाला। पसियाणा थाना में निहंग डेरे के प्रमुख बलिंदर सिंह व उसके बेटे जगमीत सिंह के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में तीसरा केस दर्ज किया है। एसआइ मोहन सिंह के अनुसार डेरे के पिछले हिस्से में तीन हजार नशीली गोलियां, सात बोरी हरी भांग, एक थैला डोडा पोस्त के पौधे बरामद किए गए थे।
एएसआइ हरजीत सिंह का हाथ निहंग डेरे के प्रमुख बलविंदर सिंह ने काटा था। बलविंदर सिंह ने ही गाड़ी से गेट को टक्कर मारी थी और नीचे उतरने के बाद तलवार से हमला कर दिया था। उसने हरजीत सिंह ने शरीर पर कई वार किए थे। वहीं, सोमवार को सभी आरोपितों को अदालत ने 11 दिन के रिमांड पर भेज दिया।