Coronavirus: राजस्थान के कोटा में खौफ, कुछ महिलाओं ने प्लास्टिक बैग में थूककर इसे घरों में फेंका, घटना CCTV कैमरों में कैद
कोटा के वल्लभवाड़ी एरिया में कुछ घरों में कतिपय महिलाओं की ओर से ऐसे प्लास्टिक बैग फेंकने की घटना CCTV कैमरे में कैद हुई है. ऐसी घटनाओं ने क्षेत्र में लोगों में भय चलते फैल गया है.
कोटा: Coronavirus Outbreak: ऐसे समय जब कोरोना वायरस की महामारी के कारण पूरा देश परेशान है, राजस्थान के कोटा में कुछ महिलाओं द्वारा प्लास्टिक बैग मे थूककर इसे कुछ घरों में फेंकने की तस्वीरें सामने आई हैं. कोटा के वल्लभवाड़ी एरिया में कुछ घरों में कतिपय महिलाओं की ओर से ऐसे प्लास्टिक बैग फेंकने की घटना CCTV कैमरे में कैद हुई है. ऐसी घटनाओं ने क्षेत्र में लोगों में भय चलते फैल गया है. गौरतलब है कि कोरोना वायरस की महामारी केचलते सार्वजनिक स्थलों पर थूकने को प्रतिबंधित किया गया है, ऐसे में इन महिलाओं की ‘हरकत’ ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. घटना सामने आने के बाद पुलिस सतर्क हो गई है.
Rajasthan: CCTV cameras capture some women spitting in plastic bags &throwing them in some houses in Vallabhvadi area of Kota despite ban on spitting in public in view of #COVID19. "Area has been sanitised&search is on for accused," says Gumanpura Circle Inspector Manoj Sikarwar. pic.twitter.com/iCAvNCa0kk
— ANI (@ANI) April 13, 2020
गुमानपुरा सर्कल इंस्पेक्टर मनोज सिकरवार ने कहा, ‘क्षेत्र को सेनिटाइज कराया गया है और आरोपी महिलाओं की तलाश की जा रही है.’ गौरतलब है कि राजस्थान के कोटा शहर में हाल में कोरोना वायरस के कई मामले सामने आए हैं. राजस्थान की बात करें तो यहां कोरोना संक्रमण के अब तक 800 से अधिक मामले सामने आए हैं, इसमें से 780 का इलाज चल रहा है. 21 लोग संक्रमण से मुक्त हो गए हैं जबकि राज्य के तीन लोगों को अब तक कोरोना वायरस के कारण जान गंवानी पड़ी है.
गौरतलब है कि 180 से ज्यादा देशों में फैल चुका यह वायरस अब तक एक लाख से ज्यादा जानें ले चुका है. दुनियाभर में 17 लाख से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हैं. सोमवार सुबह स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत में इस वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 9152 हो गई है. पिछले 24 घंटों में कोरोना के 796 नए मामले सामने आए हैं और 35 लोगों की मौत हुई है. देश में अभी तक 308 लोगों की मौत हो चुकी है, हालांकि 857 मरीज इस बीमारी को हराने में कामयाब भी हुए हैं. देश के सभी राज्यों से इसके मरीज सामने आ रहे हैं.