अलर्ट-नेपाल के रास्ते भारत में दाखिल किए जा रहे कोरोना संक्रमित जेहादी! 50 कोरोना संदिग्ध पहुंचे

पश्चिमी चंपारण (बेतिया) के जिलाधिकारी कुंदन कुमार के पत्र के मुताबिक भारत में अब तक 40 से 50 कोरोना संदिग्ध आ चुके हैं, जिनका मकसद केवल भारत में कोरोना फैलाना है.

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नई दिल्ली. केंद्र और राज्य सरकारें कोरोना (Coronavirus) के खिलाफ जंग जीतने की हर मुमकिन कोशिश में लगी हुई हैं. इन सभी प्रयासों के बीच कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिनकी कोशिश भारत (india) में कोरोना के सं​क्रमण को बढ़ाना है. खबर है कि नेपाल (nepal) के रास्ते कुछ कोरोना संक्रमित लोगों को भारत में भेजा गया है और कुछ और लोगों को दाखिल कराने की तैयारी चल रही है. इस बात का खुलासा पश्चिमी चंपारण (बेतिया) के जिलाधिकारी कुंदन कुमार की एक चिट्ठी सामने आने के बाद हुआ. इस चिट्ठी में बताया गया है कि कैसे नेपाल की सीमा से संक्रमित लोगों को भारत भेजने की साजिश रची जा रही है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जिलाधिकारी ने सीमा सुरक्षा बल की 47वीं वाहिनी बटालियन को सूचित किया है कि नेपाल की सीमा से कोरोना संक्रमित संदिग्धों को भारत में दाखिल कराया गया है. पत्र के मुताबिक भारत में अब तक 40 से 50 कोरोना संदिग्ध आ चुके हैं, जिनका मकसद केवल भारत में कोरोना फैलाना है.

चिट्ठी में बताया गया है कि इन सभी लोगों को जालिम मुखिया नाम के एक शख्स ने भारत में दाखिल कराया है. जालिम मुखिया ह​थियारों का तस्कर है और नेपाल के जिला पारसा के सेरवा थाना अंतर्गत जग्रनाथपुर गांव का रहने वाला है. जालिम मुखिया एक सोची समझी साजिश के तहत कोरोना संदिग्धों को नेपाल बॉर्डर से भारत में दाखिल करा रहा है. जिलाधिकारी ने सीमा सुरक्षा बल से अनुरोध किया है कि वह चौकसी और बढ़ा दें और किसी भी संदिग्ध को देखने पर उससे पूछताछ करें.

डीएम के पत्र को गंभीरता से लेते हुए गृह सचिव अमीर सुबानी ने कहा कि सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है. गृह मंत्रालय से इस संबंध में जानकारी दे दी गई है. उन्होंने बताया कि सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है और किसी को भी सीमा पार से भारत में दाखिल नहीं होने दिया जाएगा. सभी अधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है.

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