उत्तराखंड: टनकपुर-पिथौरागढ हाईवे दो दिन से बंद , पहाड़ी से रुक-रुक कर गिर रहा मलबा, 80 से ज्यादा वाहन फंसे
स्वांला-धौन के बीच मलबा आने से मंगलवार रात से बंद 80 वाहन फंसे, देवीधुरा के रास्ते भेजी जा रही सब्जी-रसद सामग्री
टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) पर निर्माणाधीन बारहमासी मार्ग बृहस्पतिवार को भी नहीं खुल पाया। स्वांला-धौन के बीच सड़क पर भारी मलबा आने से मंगलवार रात नौ बजे से मार्ग बंद है। रास्ते में सेना के 12 वाहनों सहित 80 से ज्यादा वाहन फंसे हैं। 10 से ज्यादा वाहनों को चंपावत कोतवाली के पास रोका गया है। रुक-रुक कर पहाड़ी से मलबा और पत्थर गिरने से सड़क को सुचारु करने में दिक्कत आ रही है। वहीं अब सब्जी व रसद सामग्री की आपूर्ति देवीधुरा होते हुए की जा रही है।
सातवें दिन खुला गंगोत्री हाईवे
उत्तराखंड को केंद्र से मिला 669 करोड़ का जीएसटी मुआवजा, मेडिकल कॉलेजों को 10 करोड़ की धनराशि जारी
आर्थिक संकट का सामना कर रही प्रदेश सरकार को केंद्र से 669 करोड़ का जीएसटी मुआवजा मिलने से थोड़ी राहत मिली है। जीएसटी के कारण राज्य को हो रहे राजस्व नुकसान की भरपाई के लिए केंद्र की ओर से यह प्रतिपूर्ति राशि दी जाती है। प्रदेश को अभी 579 करोड़ का राजस्व मिलना बाकी है। एक जुलाई 2017 से लागू माल एवं सेवा कर (जीएसटी) व्यवस्था से राज्य सरकार को राजस्व नुकसान हो रहा है।
अक्तूबर 2019 से लेकर जनवरी 2019 तक प्रतिपूर्ति न होने पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने जीएसटी काउंसिल की बैठक में इस मामले को उठाया था। केंद्र सरकार ने अक्तूबर व नवंबर 2019 का कुल मुआवजा 669 करोड़ दो किस्तों में जारी किया है। पहली किस्त 379 करोड़ और दूसरी किस्त में 290 करोड़ की राशि सरकार को प्राप्त हुई है। दिसंबर 2019 और जनवरी 2020 का 559 करोड़ का मुआवजा अभी केंद्र से मिलना बाकी है।
राज्य कर विभाग के अपर आयुक्त विपिन चंद्र ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि अक्तूबर व नवंबर 2019 का जीएसटी मुआवजा मिल गया है। जीएसटी व्यवस्था के तहत हर महीने टैक्स से जितना राजस्व नुकसान होता है। उसकी भरपाई केंद्र की ओर से की जाती है।
मेडिकल कॉलेजों को 10 करोड़ की धनराशि जारी
तैनाती स्थल के थाने की बैरक में रहेंगे पुलिस कर्मी, ड्यूटी का समय भी घटाया जाएगा
कोरोना वायरस की जंग में दिन रात जनमानस की सेवा में जुटे पुलिसकर्मियों का मूवमेंट रोकने की तैयारी है। इसके तहत पुलिस कर्मचारी अब घर जाने के बजाए ड्यूटी स्थल वाले थाने की बैरक में ही रहेंगे।
उन्होंने बताया कि दिनभर ड्यूटी करने वाले पुलिस कर्मियों को अब थानों की बैरक में ठहराया जाएगा। यहीं पर उनके खाने और सोने का इन्तजाम किया जायेगा।