कोरोना: 11 लाख मजदूरों के खाते में योगी सरकार ने डाले 1-1 हजार, 4 लाख शहरी वेंडर्स को भी मदद
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन लागू है. जिसका असर गरीब मजदूरों के कामकाज पर पड़ रहा है. शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसे ही 11 लाख मजदूरों के खाते में 1-1 हजार की आर्थिक मदद दी.
- उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन का कामकाज पर असर
- योगी सरकार ने मजदूरों को दी आर्थिक मदद
कोरोना वायरस महामारी के संकट से जूझ रहे देश में लगातार सरकारों की ओर से मदद दी जा रही है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को प्रदेश के बड़े अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने चार लाख से अधिक शहरी वेंडर्स को सीधे आर्थिक मदद भी ट्रांसफर की.
नगर विकास विभाग द्वारा चिन्हित दैनिक कार्य करने वाले विभिन्न श्रेणी के लाभार्थियों को DBT के माध्यम से प्रति लाभार्थी ₹ 1000 धनराशि का भुगतान… https://t.co/h677HyIfEG
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) April 10, 2020
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ये मदद जारी की. जो कि 4 लाख 81 हजार शहरी वेंडर्स को दी गई है. इसके अलावा 11 लाख से अधिक श्रमिकों को 1-1 हजार रुपये की मदद दी गई है.
इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए, मुझे प्रसन्नता है कि 11 लाख से अधिक निर्माण श्रमिकों को ₹1000 की धनराशि उनके खाते में उपलब्ध करवाई जा चुकी है। हम 20 लाख निर्माण श्रमिकों को यह धनराशि उपलब्ध करवा रहे हैं: मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) April 10, 2020
योगी आदित्यनाथ ने यहां जानकारी देते हुए कहा कि मनरेगा के तहत मजदूरी करने वाले करीब 88 लाख ऐसे मजदूर हैं, जिनका भत्ता बढ़ा दिया गया है. जबकि 27 लाख से अधिक मजदूरों का जो बकाया बाकी था, उसे जारी कर दिया गया है. योगी के मुताबिक, प्रदेश में 87 लाख से अधिक परिवारों को समय से पहले पेंशन जारी कर दी गई है, ताकि किसी को कोई परेशानी ना हो.
यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि केंद्र सरकार की ओर से प्रदेश को 2 करोड़ से अधिक किसानों को मदद पहुंचाई जा रही है. साथ ही साथ केंद्र की ओर से रसोई गैस, महिलाओं को आर्थिक मदद और राशन की व्यवस्था भी की गई है, जिसे राज्य सरकार जमीनी स्तर पर उतार रही है.
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी आई है और ये संख्या 300 के पार चली गई है. योगी आदित्यनाथ खुद लगातार समीक्षा बैठक कर रहे हैं और लगातार अधिकारियों के संपर्क में हैं.
राज्य सरकार ने कोरोना संकट को देखते हुए प्रदेश के 15 जिलों के कोरोना हॉटस्पॉट को सील करने का काम किया है. इनमें गौतमबुद्ध नगर, मेरठ, लखनऊ, गाजियाबाद, कानपुर जैसे जिले शामिल हैं.