भारत ने इजरायल को दी वह दवा, जो मांग रहे थे ट्रंप; नेतन्याहू ने कहा- थैंक्यू मोदी
भारत ने इजरायल (Israel) को कोरोना से लड़ने के लिए 5 टन दवाइयां दी हैं, जिनमें हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (Hydroxychloroquine) भी शामिल है.
नई दिल्ली. दुनिया में तबाही मचा रहे कोरोना वायरस (Coronavirus) की अब तक कोई दवा तो नहीं मिली है, लेकिन हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (Hydroxychloroquine) इस महामारी में राहत लेकर आई है. मलेरिया में काम आने वाली यह वही दवा है, जिसे लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत को बदले की चेतावनी दी थी. अब इसी दवा के मिलने पर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को धन्यवाद कहा है.
भारत के मित्र राष्ट्रों में शामिल इजरायल (Israel) भी कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित है. यहां 10 हजार से अधिक लोग इस वायरस से संक्रमित हैं. इनमें से 86 की मौत भी हो चुकी है. इजरायल इस कोविड-19 (Covid-19) वायरस को लेकर मार्च से ही भारत के संपर्क में हैं. बेंजामिन नेतन्याहू ने इस संबंध में 13 मार्च को भारतीय प्रधानमंत्री से आग्रह किया था कि वे मास्क और अन्य जरूरी चीजें निर्यात करने की छूट दें.
इस बीच हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के रूप में उम्मीद की किरण जागी. माना जा रहा है कि मलेरिया की यह दवा कोरोना से लड़ने में भी मदद करती है. इसके बाद बेंजामिन नेतान्याहू ने 3 अप्रैल को पीएम मोदी (Narendra Modi) से फिर अपील की कि यह दवा उनके देश को दी जाए. इसके बाद भारत ने इजरायल को यह दवा उपलब्ध करा दी. गुरुवार को भारत द्वारा भेजी गई 5 टन दवाइयां इजरायल पहुंच गईं, जिनमें हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन भी शामिल हैं.
गुरुवार देर रात ही इजरायल के प्रधानमंत्री का ट्वीट आ गया, जिसमें उन्होंने कहा, क्लोरोक्वीन दवा भेजने के लिए भारत के प्रधानमंत्री और मेरे प्रिय दोस्त नरेंद्र मोदी का धन्यवाद. पूरा इजरायल आपको शुक्रिया कह रहा है.
बता दें कि भारत हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन का सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक देश है. अमेरिका ने भी भारत से यह दवा मांगी है. भारत ने उसकी मांग स्वीकार कर ली है. इसके बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी को ‘शानदार’ शख्स बताते हुए कहा कि ऐसे मुश्किल वक्त में भारत की मदद को ‘भुलाया नहीं जाएगा.