स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी- कोरोना के नाम पर किसी को निशाना न बनाएं
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से जुड़े सामाजिक भेदभाव को संबोधित करते हुए एडवाइजरी जारी की है. इसमें कोरोना वायरस को लेकर किसी को भी कलंकित न करने बात कही गई है.
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स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 पर जारी की एडवाइजरी
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एडवाइजरी में भेदभाव को खारिज करने की सलाह दी है
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वायरस से संक्रमितों की पहचान कभी भी उजागर न करें
कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए पूरे देश में लॉकडाउन लागू है. कोरोना वायरस पर काबू पाने के लिए डॉक्टर्स, मेडिकल स्टॉफ, तमाम सरकारी महकमा और पुलिसकर्मी मोर्चे पर डटे हुए हैं. इस बीच, कोरोना वायरस पीड़ितों और उनका इलाज करने वाले डॉक्टरों और अन्य को लेकर भेदभाव की कई खबरें सुर्खियों में रही हैं. इसी के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक नई एडवाइजरी जारी की है जिसमें भेदभाव को खारिज करने की सलाह दी गई है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 से जुड़े सामाजिक भेदभाव को संबोधित करते हुए ये एडवाइजरी जारी की है. इसमें कोरोना वायरस को लेकर किसी को भी कलंकित न करने, किसी पर इसे लेकर आरोप न लगाने, स्वास्थ्यकर्मियों और सफाईकर्मियों को निशाना न बनाने की बात कही गई है.
स्वास्थ्य मंत्रालय की एडवाइडरी में कहा गया है कि जो कोरोना वायरस से संक्रमित हैं, सोशल मीडिया पर उनकी पहचान कभी भी उजागर न करें. साथ ही संक्रमितों का इलाज करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों, सफाईकर्मियों और फील्ड में तैनात पुलिसकर्मियों को निशाना न बनाएं.
एडवाइडरी में यह भी कहा गया है कि कोरोना वायरस फैलाने के लिए किसी भी समुदाय पर आरोप न लगाएं. जो लोग ठीक हो चुके हैं, उन्हें कोरोना पीड़ित न कह कर कोविड-19 से उबरने वाला कहा जाए. इसके अलावा किसी समुदाय या इलाके विशेष पर कोरोना वायरस फैलाने का आरोप न लगाएं. क्योंकि यह एक संक्रामक बीमारी है और किसी को भी हो सकती है.
कोरोना से लड़ने वालों की करें तारीफ
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि जो लोग कोरोना वायरस से लड़ने की जंग में हैं, उनकी सराहना करें. लॉकडाउन में जो जरूरी सेवाओं और वस्तुओं को मुहैया करा रहे हैं, उनका और उनके परिवार का मनोबल बढ़ाएं. कोरोना वायरस से जुड़ी सूचना को लेकर सिर्फ आधिकारिक जानकारी को देखें और साझा करें जो स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है.