COVID 19: ऐसे सील किए नोएडा के इलाके कि डॉक्टर भी फंसे, इमरजेंसी नंबर पर कोई रिप्लाई नहीं
हालात ये हैं कि सील किए गए इलाकों में लोगों के साथ ही डॉक्टरों को भी बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है. आदेश में ये साफ किया गया था कि इस दौरान इमरजेंसी सर्विस प्रोवाइडर्स को अपने काम पर जाने की अनुमति होगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं. अब डॉक्टर (Doctor) भी अस्पताल तक नहीं पहुंच पा रहे हैं.
नोएडा. कोरोना (Corona) संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने 15 जिलों के कई इलाकों को पूरी तरह से सील करने के आदेश बुधवार को जारी किए थे. इसी के चलते गुरुवार को नोएडा (Noida) के कई इलाके सील कर दिए गए. अब हालात ये हैं कि इन इलाकों में लोगों के साथ ही डॉक्टरों को भी बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है. आदेश में ये साफ किया गया था कि इस दौरान इमरजेंसी सर्विस प्रोवाइडर्स को अपने काम पर जाने की अनुमति होगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं. अब डॉक्टर भी अस्पताल तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. साथ ही प्रशासन की ओर से दिए गए इमरजेंसी नंबरों पर जब कॉल किया जा रहा है तो उन्हें कोई उठा नहीं रहा है.
Dr Sanchita Dubey,a resident who is serving at Apollo Hospital in Noida:Order issued by DM is that emergency service providers will be allowed to go even from sealed areas but RWA sealed it&they're saying gate keys are with Police.We've called on 112 but no one is receiving call” https://t.co/HDREaOBOI6 pic.twitter.com/NoswhieMQs
— ANI UP (@ANINewsUP) April 9, 2020
गेट पर ताला लगा कर चाबी ले गई पुलिस
अपोलो हॉस्पिटल नोएडा की डॉक्टर संचिता दुबे ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देशों अनुसार इमरजेंसी सर्विस प्रोवाइडर्स को भी इस लॉकडाउन में काम पर जाने की अनुमति थी लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है. उन्होंने बताया कि रेजिडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन ने सोसायटियों को सील कर दिया है और जब गेट खोलने को कह रहे हैं तो उनका जवाब मिलता है कि ताला लगा कर चाबी पुलिस ले गई है. डॉ संचिता ने कहा कि इस दौरान जब प्रशासन की ओर से दिए गए इमरजेंसी नंबर 112 पर कॉल किया गया तो वहां भी किसी ने फोन नहीं उठाया. ऐसे में अस्पताल में मरीजों का इलाज कैसे होगा.
काम पर जाने से रोका जा रहा
वहीं दिल्ली के सरिता विहार में स्थित अपोलो हॉस्पिटल में कार्यरत नोएडा के सेक्टर 28 निवासी डॉ नितिन घोंगे ने बताया कि कोरोना का मरीज मिलने के बाद उनके इलाके को हॉटस्पॉट घोषित कर सील कर दिया गया है. लेकिन इस दौरान डॉक्टरों को भी इलाके में ही बंद कर दिया गया है. डॉ. नितिन ने कहा कि हमें काम पर जाना जरूरी है लेकिन हमें सोसायटी से बाहर निकलने की इजाजत नहीं दी जा रही है.