नई दिल्ली. देश में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस (Coronavirus) के प्रकोप के बीच पंजाब (Punjab) में कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) के नेतृत्व वाली सरकार का लॉकडाउन के चलते बड़ा फैसला लिया है. सरकार की ओर से सभी स्वास्थ्य केंद्रों और इंस्टीट्यूशन को 24 घण्टे के लिये बिना किसी रुकावट लगातार बिजली सप्लाई करने का आदेश जारी किया गया है. यही नहीं सरकार ने आम लोगों को भी राहत देते हुए बिजली के फिक्स चार्ज घटा दिए हैं. इतना ही नहीं पंजाब सरकार (Punjab Government) ने बिजली बिल भरने की समय अवधि भी बढ़ा दी है. सरकार की ओर से कहा गया है कि जिनके बिल 10 हजार तक और 20 मार्च तक जमा करने थे उनकी बिल भरने की आखिरी तारीख को 20 मार्च से बढ़ा कर 20 अप्रैल कर दिया गया है.
इंडस्ट्री को भी मिलेगा फायदा
इसके साथ ही 1 % एडिशनल रिबेट ऑनलाइन बिल भरने वालो को दी जाएगी. यही नहीं इंडस्ट्री को भी बिजली को लेकर सरकार के इस फैसले का फायदा मिलेगा. जिसमें आने वाले 2 महीने तक किसी भी तरह का फिक्स चार्ज नहीं लगेगा. इसके साथ ही जिन घरेलू उपभोक्ताओं ने पुराना बिजली बिल भी नहीं भरा उनका बिजली कनेक्शन भी नहीं काटा जाएगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लॉकडाउन की घोषण करने के बाद पंजाब ने कर्फ्यू लगा दिया था. पंजाब में बड़ी संख्या में एनआरसी और विदेशों में रह रहे भारतीय लॉकडाउन से कुछ समय पहले ही वापस आए थे जिसके चलते राज्य सरकार ने कड़े कदम उठाते हुए कर्फ्यू की घोषणा कर दी थी. पंजाब में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमण के 76 मामले सामने आए हैं राज्य में 4 लोग ठीक हो चुके हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, जबकि राज्य में 6 लोगों की मौत हो गई है.
पंजाब में जारी कर्फ्यू के बावजूद भी कई लोग ऐसे हैं जो होम क्वॉरंटाइन में होने के बाद भी आदेश का उल्लंघन कर घर से बाहर निकल रहे हैं, ऐसे लोगों पर नजर रखने के लिए पंजाब में मोहाली पुलिस घर में पृथक रहे रहे लोगों पर नजर रखने के लिए ‘कोविड कंट्रोल’ मोबाइल ऐप की मदद लेगी.
अधिकारी ने बताया कि मोबाइल ऐप का निर्माण जियोफेंसिंग प्रौद्योगिकी का उपयोग करके पृथक क्षेत्रों तथा लोगों की पहचान और उन्हें चिन्हित करने के लिए किया गया है. उन्होंने कहा, ‘‘ मोहाली में पृथक वास में रह रहे लोगों के लिए इसे अपने फोन पर डाउनलोड करना अनिवार्य होगा.’’
मोबाइल के जरिए मालूम की जाएगी लोकेशन
स्वास्थ्य तथा पुलिस विभाग मोबाइल फोन नंबर के जरिए उनके स्थान का पता लग सकेंगे. उनके द्वारा नियमों का किसी भी तरह उल्लंघन किए जाने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इस बीच, पृथक लोगों के वास्तविक आकंड़ों का पता लगाने के लिए तेलंगाना सरकार भी एक ऐप की मदद ले रही है. इससे राज्य के स्वास्थ्य कर्मियों को प्रदेश में पृथक रह रहे लोगों की वास्तविक संख्या, संक्रमण के प्रसार और संदिग्धों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी मिलेगी.