भारतीय रेलवे रोजाना तैयार करेगा 1000 पीपीई किट! अब कोरोना से जंग होगी आसान

कोरोना महामारी से लड़ने वालों के लिए भारतीय रेलवे पीपीई किट (PPE-Personal Protective Equipment) तैयार करेगा. रेलवे ने अपने 17 वर्कशॉप में रोजाना 1,000 किट बनाने का लक्ष्य रखा है.

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नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Coronavirus-Covid- 19) महामारी से निपटने के लिए भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने बड़ी पहल की शुरुआत की है. इस महामारी से लड़ने वालों के लिए भारतीय रेलवे पीपीई किट (PPE-Personal Protective Equipment) तैयार करेगा. रेलवे ने अपने 17 वर्कशॉप में रोजाना 1,000 किट बनाने का लक्ष्य रखा है. आपको बता दें कि उत्तर रेलवे के जगद्धात्री वर्कशॉप में यह पीपीई किट बन कर तैयार हुई है. जगद्धात्री वर्कशॉप रेलवे का पहला वर्कशॉप बन गया है, जहां पर दो पीपीई कवरॉल नमूने वाली पीपीई किट बन कर तैयार हई है. रेलवे द्वारा इस निर्मित पीपीई किट को डीआरडीओ (DRDO) ने भी परीक्षण में पारित कर दिया है. रेलवे के जगद्धात्री वर्कशॉप में बनाई यह पीपीई किट को देश की अन्य एजेंसियों से भी मंजूरी मिल गई है.

रेलवे बढ़ाएगी उत्पादन
आने वाले दिनों में उत्पादन में और तेजी आ सकती है. भारतीय रेलवे द्वारा बनाई गई इस किट का अन्य सरकारी एजेंसियों द्वारा स्वागत किया जा रहा है. सरकार का अनुमान है कि देश में डॉक्टर्स और अन्य मेडिकल से जुड़े लोगों को जून तक करीब 1.5 करोड़ सूट की आवश्यकता होगी.

>> उत्तरी रेलवे का कहना है कि ये भारतीय रेलवे के लिए यह एक बड़ी सफलता है. रेलवे ने कहा, ‘इसकी सफलता के बाद रेलवे देश में पीपीई किट की कमी को कम करने के लिए हर संभव योगदान कर सकता है.

>> यह पीपीई किट Covid-19 के खिलाफ युद्ध लड़ने में मददगार साबित होगा. इससे कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे डॉक्टरों और कर्मचारियों पर से खतरा कम होगा. बता दें कि दुनियाभर में कोरोना के मामले बढ़ने के बाद पीपीई किट की आपूर्ति प्रभावित हुई है. देश में भी पीपीई किट और एन-95 मास्क आसानी से नहीं मिल रहे हैं.

>> इसी को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने ये विशेष पहल की है. कोरोना वायरस से बचाव में इस समय एन-95 मास्क, पर्सनल प्रोटेक्टिव किट और सैनिटाइजर की जबरदस्त किल्लत हो रही है. मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए किट और मास्क की और ज्यादा जरूरत है.

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