राज ठाकरे के तबलीगी जमात पर भड़काऊ बोल-‘….ऐसे लोगों को तो गोली मार देनी चाहिए!’

एमएनएस चीफ के भड़काऊ बोल'ऐसे लोगों को तो गोली मार देनी चाहिए'तबलीगी जमात के सदस्यों पर भड़के राज

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महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने एक भड़काऊ बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जो लोग इस वक्त मरकज जैसे समारोह में हिस्सा ले रहे हैं उन्हें गोली मारी जानी चाहिए. राज ठाकरे ने कहा कि मरकज में शामिल होने वाले लोगों का इलाज क्यों किया जा रहा है.

शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि अगर इस वक्त किसी को लगता है कि इस संकट से बड़ा धर्म है और कोई इस बीमारी को फैलाने की साजिश रच रहा है तो उन्हें पीटा जाना चाहिए और ऐसे वीडियो को वायरल किया जाना चाहिए.

गंभीरता से लें लॉकडाउन

राज ठाकरे ने कहा कि लॉकडाउन को गंभीरता से लिए जाने की जरूरत है. यदि इसे गंभीरता से नहीं लिया जाता है तो लॉकडाउन की मियाद बढ़ेगी और उद्योगों पर बुरा असर पड़ेगा, जिससे आर्थिक संकट पैदा होगा.

…ऐसे लोगों को गोली मारी जानी चाहिए

तबलीगी जमात के मरकज में शामिल होने पर राज ठाकरे ने कड़ी आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा, “मरकज जैसे कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों को गोली मारी जानी चाहिए, जो इसमें शामिल हो रहे हैं, उनका इलाज क्यों किया जा रहा है, यदि इस समय भी आपको लगता है कि इस संकट से बड़ा धर्म है और यदि कोई षडयंत्र रच रहा है और इसे फैला रहा है, तो उन्हें पीटा जाना चाहिए और वीडियो को वायरल कर दिया जाना चाहिए. तभी ये लोग समझेंगे. इन लोगों को समझना चाहिए कि लॉकडाउन कुछ दिनों के लिए है. इसके बाद उन्हें हमसे निपटना पड़ेगा.”

मौलवी लोगों के दिमाग में संदेह पैदा कर रहे हैं

राज ठाकरे ने कहा कि मुल्ला और मौलवी कहां हैं? ये लोग लोगों के दिमाग में संदेह पैदा कर रहे हैं…यदि कल को कोई पार्टी या सरकार कोई स्टैंड लेती है…तो फिर उसे दोष न दें…करेला हमेशा करेला ही रहेगा.

पीएम को उम्मीद जगानी चाहिए थी

राज ठाकरे ने शुक्रवार के पीएम के भाषण पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि पीएम ने लोगों से कहा कि 5 अप्रैल को दीया जलाएं, यदि लोग ऐसा करना चाहते हैं तो करने दें, ये अंधविश्वास के बारे में नहीं है. लेकिन पीएम को उम्मीद की किरण दिखानी चाहिए थी और ज्यादा भरोसा देना चाहिए था कि आने वाले वक्त में नौकरियों को लेकर क्या होगा, उद्योगों का क्या होगा.

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