कर्फ्यू का असर / जालंधर से 200 किमी दूर देवभूमि के दर्शन, प्रदूषण घटने से छतों से नजर आए धौलाधार के पहाड़

करीब 200 किलोमीटर दूर हिमाचल के धौलाधार की पहाड़ियां दशकों बाद नजर आईं सूबे में 11 दिन से कर्फ्यू के कारण 95% वाहन सड़काें से दूर, इंडस्ट्री से लेकर निर्माण कार्य तक पूरी तरह बंद

जालंधर. शुक्रवार को जालंधर से अद्भुत नजारा नजर आया। करीब 200 किलोमीटर दूर हिमाचल के धौलाधार की पहाड़ियां दशकों बाद नजर आईं। पहाड़ियों पर बर्फ थी। सूबे में 11 दिन से कर्फ्यू के कारण 95% वाहन सड़काें से दूर हैं, इंडस्ट्री से लेकर निर्माण कार्य तक पूरी तरह बंद हैं। यही बड़ा कारण है प्रदूषण की मात्रा काफी कम और हवा साफ हो गई है। शुक्रवार को जालंधर का एक्यूआई 35 था।

1832 में लुधियाना से दिखता था धौलाधार… पंजाब सरकार के भाषा विभाग ने 1971 में अंग्रेजी की पुस्तक ‘ट्रैवल्स इन पंजाब एंड अफगानिस्तान एंड तुर्किस्तान’ को प्रकाशित किया। इसमें अंग्रेज दूत अलैग्जेंडर के साथ विचरण करने वाले एक भारतीय ने 1832 की यात्रा के बारे में जिक्र करते हुए लुधियाना से धौलाधार पहाड़ियां देखने की बात कही थी। इस बारे में 1834 में पहली बार किताब प्रकाशित हुई।

आगे क्या 8 को बूंदाबांदी
चंडीगढ़ मौसम केंद्र के डायरेक्टर डाॅ. सुरिंदर पाल के अनुसार 8 व 9 अप्रैल को बूंदाबांदी के अासार हैं। तेज हवाएं भी चलेंगी।

12 दिन में कितना कम

लॉकडाउन से 12 दिनों में एयर क्वाॅलिटी इंडेक्स में काफी सुधार हुआ…

शहर  21 मार्च 3 अप्रैल
अमृतसर 86 60
लुधियाना 70 32
पटियाला 64 21
जालंधर 91 35
खन्ना 39 35
बठिंडा 96 97
रोपड़ 119 28
चंडीगढ़ 73  26

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