कोरोना: भारत को अपनाना होगा दक्षिण कोरियाई मॉडल, बनाने होंगे 20 हजार जांच केंद्र

दक्षिण कोरिया (South Korea) कोरोना संक्रमण फैलने (Coronavirus) के शुरुआती चरण में एक दिन में 15,000 से अधिक लोगों की जांच करने में कामयाब रहा.

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नई दिल्‍ली. देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) के प्रसार को रोकने के लिए 21 दिन का लॉकडाउन (Lockdown) किया गया है. देश में अब तक कोरोना संक्रमण (Covid 19) के 1200 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं. ऐसे में सरकार और स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय की ओर से व्‍यापक कदम उठाए जा रहे हैं. कोरोना से जंग में भारत को दक्षिण कोरिया (South Korea) का मॉडल अपनाना होगा. इसके तहत देश में 20000 टेस्‍ट सेंटर्स की आवश्‍यकता है, जिससे कि कोरोना संक्रमित लोगों की पहचान जल्‍द से जल्‍द हो सके.

1 दिन में किए 15 हजार टेस्‍ट

बता दें कि दक्षिण कोरिया कोरोना संक्रमण फैलने के शुरुआती चरण में एक दिन में 15,000 से अधिक लोगों की जांच करने में कामयाब रहा. अब तक वहां लगभग 4 लाख लोगों की जांच की जा चुकी है. इसका मतलब यह है कि वहां की सरकार कोरोना संक्रमित लोगों की पहचान आसानी से करके उन्‍हें आइसोलेशन में रख सकती है. इससे वहां ठीक होने वाले मरीजों की संख्‍या अधिक है. मरीजों के ठीक होने की प्रक्रिया उपलब्ध स्वास्थ्य सेवा पर निर्भर करती है और अगर सिस्टम अत्यधिक संक्रमणों से ग्रस्त नहीं है तो मौजूदा रोगियों के लिए बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा सकती है.

दक्षिण कोरिया में 650 जांच केंद्र
नई दिल्ली में कोरियाई दूतावास में वरिष्ठ राजनयिक और मंत्री काउंसलर यो चांग-हो ने News18 को बताया कि दक्षिण कोरिया में देशभर में 650 परीक्षण केंद्र हैं. यह कोरिया जितने बड़े देश के लिए काफी है. यह बिलकुल वैसा होगा कि जब भारत के पास देश भर में लगभग 20,000 टेस्टिंग सेंटर्स होंगे. उन्होंने जोर देकर कहा कि जांच केंद्रों के माध्यम से शुरुआती चरण में ही महामारी से निपटना पूरी तरह से सुधार की कुंजी है.

कोरियाई लोगों का अहम योगदान
यो चांग-हो के अनुसार जमीनी स्‍तर पर यह काफी मुश्किल था. कोविड 19 से जंग में सफलता के लिए कोरियाई लोगों का अहम योगदान है. उन्होंने यह भी कहा कि नागरिकों के पूर्ण समर्थन के लिए सरकारों को ऐसी किसी भी स्थिति में जनता के साथ जानकारी साझा करने में पारदर्शिता का इस्‍तमाल करना ही चाहिए.

6 अप्रैल से रैपिड टेस्ट शुरू करेगा भारत
भारत में अभी तक कोरोना वायरस संक्रमण के लिए 115 सरकारी प्रयोगशालाएं और 47 निजी प्रयोगशाला जांच केंद्र हैं. भारत ने अब तक 42,788 नमूनों का परीक्षण किया है. News18 ने यह जान लिया है कि भारत 6 अप्रैल से सीरोलॉजिकल टेस्ट/ रैपिड टेस्ट शुरू करेगा. टेस्ट 30 मिनट में परिणाम दिखाएगा, जबकि मौजूदा समय में छह घंटे का समय लग जाता है.

सोमवार को विदेश में भारतीय राजदूतों के साथ एक वीडियो कॉल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें अपने मेजबान देश में किसी भी वैज्ञानिक या चिकित्सा सफलताओं के लिए निगरानी रखने के अलावा भारत के लिए चिकित्सा उपकरण खरीदने के स्रोतों को देखने के लिए कहा है.

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