रोहित शर्मा ने भी दिखाया बड़ा दिल, सरकार समेत 4 संस्थाओं को डोनेट किए लाखों रुपये
रोहित शर्मा से पहले सचिन तेंदुलकर, सुरेश रैना, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे जैसे खिलाड़ी केंद्र और राज्य सरकार की मदद इस सकंट में कर चुके हैं। सचिन तेंदुलकर ने 25-25 लाख रुपये केंद्र और राज्य सरकार को डोनेट किए हैं, जबकि सुरेश रैना ने 31 लाख प्रधानमंत्री राहत कोष और 21 लाख रुपये यूपी सीएम रिलीफ फंड में जमा कराए हैं।
नई दिल्ली। भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने भी कोरोना वायरस से लड़ाई लड़ रहे देश की मदद करने का फैसला किया है। इतना ही नहीं, रोहित शर्मा ने केंद्र और राज्य सरकार के अलावा दो अन्य संस्थाओं को भी बड़ी रकम डोनेट करने का ऐलान किया है। मंगलवार को रोहित शर्मा ने खुद इस बात की जानकारी दी है कि वे पीएम केयर्स में 45 लाख रुपये जमा कराने जा रहे हैं, जबकि राज्य सरकार को वे 25 लाख रुपये की मदद देने वाले हैं।
We need our country back on feet & the onus is on us. I’ve done my bit to donate 45lakhs to #PMCaresFunds, 25lakhs to #CMReliefFund Maharashtra, 5lakhs to @FeedingIndia and 5lakhs to #WelfareOfStrayDogs.Let’s get behind our leaders and support them @narendramodi @CMOMaharashtra
— Rohit Sharma (@ImRo45) March 31, 2020
रोहित शर्मा ने मंगलवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा है, “हमें अपने देश को फिर से पैरों पर खड़ा करने की जरूरत है और इसकी जिम्मेदारी हम नागरिकों पर है। मैंने अपना हिस्सा डोनेट किया है। पीएम केयर्स फंड में 45 लाख रुपये, महाराष्ट्र चीफ मिनिस्टर रिलीफ फंड में 25 लाख रुपये, 5 लाख रुपये फीडिंग इंडिया और इतने ही लाख रुपये आवारा कुत्तों के कल्याण के लिए डोनेट कर रहा हूं। आइए अपने नेताओं के पीछे खड़े हों और उनका समर्थन करें।”
रोहित शर्मा से पहले सचिन तेंदुलकर, सुरेश रैना, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे जैसे खिलाड़ी केंद्र और राज्य सरकार की मदद इस सकंट में कर चुके हैं। सचिन तेंदुलकर ने 25-25 लाख रुपये केंद्र और राज्य सरकार को डोनेट किए हैं, जबकि सुरेश रैना ने 31 लाख प्रधानमंत्री राहत कोष और 21 लाख रुपये यूपी सीएम रिलीफ फंड में जमा कराए हैं। वहीं, विराट कोहली ने कितनी रकम प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा कराए हैं इस बात का खुलासा नहीं किया है। बता दें कि देश में कोरोना वायरस से संक्रमित 1100 से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं। इतना ही नहीं, भारत में 32 लोगों की मौत 31 मार्च की सुबह 11 बजे तक हो गई।