कोरोना: बुजुर्ग महिला ने हज के लिए जमा किए थे पांच लाख रुपये, RSS की सहयोगी सस्था सेवा भारती को दे दिए दान
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मीडिया विंग इंद्रप्रस्थ विश्व संवाद केंद्र के प्रमुख अरुण आनंद ने कहा कि (Coronavirus Lockdown) लॉकडाउन के दौरान सेवा भारती द्वारा किए जा रहे है कल्याण के काम को देखकर खालिदा काफी प्रभावित हुईं और उन्होंने पांच लाख रुपए दान करने का फैसला किया.
नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Coronavirus) के प्रकोप के बीच लोगों की ओर से मदद करने का सिलसिला जारी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) द्वारा आह्वान किये गये राहत कोष (PMCares@sbi) से अलग लोग राज्यों में भी सरकार और विभिन्न सरकारी इकाईयों की हरसंभव मदद करने की कोशिश कर रहे हैं. इस बीच जम्मू (Jammu) में एक महिला ने हज पर जाने के लिये डो रुपये रखे थे, उन्हें कोरोना की रोकथाम के लिए दान कर दिया.
87 वर्षीय महिला खालिदा बेगम (Khalida Begum) को इस साल हज पर जाना था. कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते उनका यह कार्यक्रम रद्द हो गया. ऐसे में उन्होंने हज के लिए इकट्ठा की गई पांच लाख रुपये की राशि को दान कर दिया, ताकि कोरोना संक्रमितों का इलाज हो सके और इसके रोकथाम में मदद मिले. बता दें खालिदा पूर्व आईपीएस अधिकारी और फिलहाल जम्मू-कश्मीर (Jammu Kahsmir) के लेफ्टिनेंट गवर्नर जीसी मुर्मू (GC Murmu) के सलाहकार फारुख खान की मां हैं. खालिदा ने यह पांच लाख रुपये राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े अखिल भारतीय सेवा भारती की जम्मू इकाई को दान दिए हैं.
कौन हैं खालिदा बेगम?
जम्मू-कश्मीर जनसंघ के पूर्व अध्यक्ष कर्नल पीर मोहम्मद की बहू खालिदा फौजी परिवार से हैं. उनके पिता कर्नल अब्दुल रहीम खान, जम्मू-कश्मीर में महाराजा की सेना में अधिकारी रहे हैं. खालिदा राज्य के उन कुछ महिलाओं में से हैं जिन्होंने 70 के दशक में कॉन्वेंट स्कूल से पढ़ाई की थी.
खालिदा चाहती हैं कि उनकी ओर से दान की गई राशि राज्य के लोगों की देखभाल के लिए इस्तेमाल किया जाय ताकि कोरोना के संकट से निजात मिल सके. BBC की एक रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मीडिया विंग इंद्रप्रस्थ विश्व संवाद केंद्र के प्रमुख अरुण आनंद ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान राज्य में सेवा भारती के द्वारा किये जा रहे है कल्याण के काम को देखकर खालिदा काफी प्रभावित हुईं और उन्होंने पांच लाख रुपए दान करने का फैसला किया. ‘