बेंगलुरु के डॉक्टर का दावा-कोरोना वायरस के इलाज के लिए बनाया खास मिश्रण, बढ़ाएगा शरीर की इम्‍यूनिटी

डॉक्‍टर के मुताबिक यह मिश्रण कोई दवा या वैक्‍सीन नहीं है, लेकिन इसके जरिये कोरोना वायरस (Coronavirus) के मरीजों को ठीक किया जा सकता है.

नई दिल्‍ली. दुनिया में 25 हजार लोगों की जान ले चुके कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) को रोकने के लिए वैज्ञानिक बड़े स्‍तर पर वैक्‍सीन (Covid 19 Vaccine) और दवाएं खोजने में जुटे हैं. इसी बीच बेंगलुरु (Bengaluru) के एक डॉक्‍टर ने कोविड 19 (Covid 19) के मरीजों के इलाज के लिए खास मिश्रण बनाने का दावा किया है. उनके मुताबिक यह मिश्रण कोई दवा या वैक्‍सीन नहीं है, लेकिन इसके जरिये मरीजों को ठीक किया जा सकता है. इसके लिए उन्‍होंने सरकार से इजाजत भी मांगी है.

ऐसे काम करता है मिश्रण

यह खास मिश्रण बनाने वाले डॉक्‍टर का नाम विशाल राव है. उनके मुताबिक मानव शरीर की कोशिकाएं खास तरह के इंटरफेरॉन (साइटोकाइंस का रूप) नामक केमिकल का शरीर में रिसाव करती हैं. यह केमिकल शरीर में वायरस को मारता है. लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान शरीर में इस केमिकल का कोशिकाओं द्वारा रिसाव बंद हो जाता है.

इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी घट जाती है. उनके मुताबिक कुछ शोध में इसका पता चला है कि इंटरफेरॉन कोविड 19 पर प्रभावी होता है.

सरकार के पास किया आवेदन
डॉ. विशाल राव के अनुसार उनकी टीम ने साइटोकाइंस का एक मिश्रण बनाया है. यह केमिकल कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज कर सकने में सक्षम हो सकते हैं. इस‍ मिश्रण को मरीज के शरीर में इंजेक्‍शन के जरिये डालने से उसके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को दोबारा बढ़ाया जा सकता है. उनके अनुसार उनकी टीम अभी प्रारंभिक दौर में है. इस साप्‍ताहांत तक इसका पहला सेट तैयार कर लिया जाएगा. उनकी ओर से सरकार के पास इसकी समीक्षा के लिए आवेदन किया गया है.

सिर्फ कोरोना मरीजों पर हो सकता है इस्‍तेमाल
डॉक्‍टर विशाल राव ने साफतौर पर कहा कि यह कोई दवा या वैक्‍सीन नहीं है. इसलिए इसका इस्‍तेमाल कोरोना वायरससंक्रमण को रोकने के लिए टीके के तौर पर नहीं किया जा सकता. इसका इस्‍तेमाल सिर्फ कोरोना पॉजिटिव मरीजों के इलाज में किया जा सकता है.

 

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