नई दिल्ली. दुनिया में 25 हजार लोगों की जान ले चुके कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) को रोकने के लिए वैज्ञानिक बड़े स्तर पर वैक्सीन (Covid 19 Vaccine) और दवाएं खोजने में जुटे हैं. इसी बीच बेंगलुरु (Bengaluru) के एक डॉक्टर ने कोविड 19 (Covid 19) के मरीजों के इलाज के लिए खास मिश्रण बनाने का दावा किया है. उनके मुताबिक यह मिश्रण कोई दवा या वैक्सीन नहीं है, लेकिन इसके जरिये मरीजों को ठीक किया जा सकता है. इसके लिए उन्होंने सरकार से इजाजत भी मांगी है.
ऐसे काम करता है मिश्रण
यह खास मिश्रण बनाने वाले डॉक्टर का नाम विशाल राव है. उनके मुताबिक मानव शरीर की कोशिकाएं खास तरह के इंटरफेरॉन (साइटोकाइंस का रूप) नामक केमिकल का शरीर में रिसाव करती हैं. यह केमिकल शरीर में वायरस को मारता है. लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान शरीर में इस केमिकल का कोशिकाओं द्वारा रिसाव बंद हो जाता है.
We have built a concoction of cytokines which can be injected to reactivate immune system in #COVID19 patients. We're in a very initial stage & hope to be ready with its first set by this weekend. We have applied to the govt for an expedited review: Oncologist Vishal Rao https://t.co/yX4FDmoFG3
— ANI (@ANI) March 27, 2020
इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी घट जाती है. उनके मुताबिक कुछ शोध में इसका पता चला है कि इंटरफेरॉन कोविड 19 पर प्रभावी होता है.
#WATCH When we withdraw blood for regular check-ups, we get buffy coat which can be used to take out cells & form interferon. These two chemicals & some other cytokines, in a specific concoction,could be potentially very useful in treating #COVID19 patients: Oncologist Vishal Rao pic.twitter.com/krkU4PxaRv
— ANI (@ANI) March 27, 2020
सरकार के पास किया आवेदन
डॉ. विशाल राव के अनुसार उनकी टीम ने साइटोकाइंस का एक मिश्रण बनाया है. यह केमिकल कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज कर सकने में सक्षम हो सकते हैं. इस मिश्रण को मरीज के शरीर में इंजेक्शन के जरिये डालने से उसके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को दोबारा बढ़ाया जा सकता है. उनके अनुसार उनकी टीम अभी प्रारंभिक दौर में है. इस साप्ताहांत तक इसका पहला सेट तैयार कर लिया जाएगा. उनकी ओर से सरकार के पास इसकी समीक्षा के लिए आवेदन किया गया है.
Human body cells release interferon chemical to kill viruses. But it can't be released by cells in the case of #COVID19 cases, leading to weak immune system. We got hold of some preprint suggesting that interferon is effective in COVID19: Oncologist Dr. Vishal Rao in Bengaluru pic.twitter.com/ja3qPy1gtj
— ANI (@ANI) March 27, 2020
सिर्फ कोरोना मरीजों पर हो सकता है इस्तेमाल
डॉक्टर विशाल राव ने साफतौर पर कहा कि यह कोई दवा या वैक्सीन नहीं है. इसलिए इसका इस्तेमाल कोरोना वायरससंक्रमण को रोकने के लिए टीके के तौर पर नहीं किया जा सकता. इसका इस्तेमाल सिर्फ कोरोना पॉजिटिव मरीजों के इलाज में किया जा सकता है.