नई दिल्ली: अगर कोरोना वायरस को आप अब भी सीरियसली नहीं ले रहे तो सावधान हो जाइए. अब आपका इसको लेकर ढीला रवैया आपकी जिंदगी को कई गुना ज्यादा खतरे में डाल सकता है. देश में कोरोना वायरस फिलहाल दूसरे स्टेज में है लेकिन जिस तरह से इस वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ रही है उससे जल्द देश तीसरे स्टेज में प्रवेश कर सकता है.
अगर भारत में कोरोना तीसरे स्टेज में प्रवेश कर गया तो स्थिति बद से बदतर हो जाएगी. अगर कोरोना का कम्यूनिटी फैलाव हुआ तो इससे खतरनाक कुछ नहीं हो सकता है. ऐसे में आपको अपनी जान की रक्षा स्वयं करनी है. अगर आपने दूसरे स्टेज में ही कुछ बचाव के उपाय अपना लिए तो आपको फायदा होगा. ऐसे में आज हम आपको बचने के कुछ तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं और साथ ही तीसरा स्टेज क्या है और कितना खतरनाक है इसके बारे में भी बताने जा रहे हैं.
कोरोना वायरस स्टेज 3
स्टेज तीन को क्मयूनिटी ट्रांसफर कहा जाता है. इसमें खतरा इसलिए ज्यादा और भयानक है क्योंकि इसमें मरीज के वायरस से संक्रमित होने का पता नहीं चलता है. ऐसे में बीमारी की हालत में ही उसका संपर्क दूसरे स्वस्थ लोगों से होता है और वायरस एक चेन की तरह एक से दूसरे में फैलता जाता है. इसके बाद इस बीमारी का चौथा स्टेज होता है जो सबसे खतरनाक है क्योंकि चौथी स्टेज का मतलब महामारी होता है, यानी जब देश के अंदर ही बड़े भौगोलिक स्तर पर बीमारी अपने पैर जमा ले तो मान लीजिए यह चौथी स्टेज है. चीन में कोरोना वायरस ने महामारी की शक्ल ले ली थी. इसके अलावा इटली, ईरान और स्पेन में भी कोरोना चौथी स्टेज पर है.
स्टेज III में एहतियातन तौर पर क्या करें
- अनिवार्य टेलीवर्क
- लोगों से कम से कम संपर्क
- खाने की जगहों पर खाना केवल घर ले जाने की अनुमति हो
- क्लीनिक खुला रहे
- दूर रहकर बैठकें आयोजित करें
- आवश्यक हो तभी यात्रा करें या घरों से निकलें
बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से बचने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं. इनके मुताबिक, हाथों को साबुन से धोना चाहिए. अल्कोहल आधारित हैंड रब का इस्तेमाल भी किया जा सकता है. खांसते और छीकते समय नाक और मुंह रूमाल या टिश्यू पेपर से ढककर रखें. जिन व्यक्तियों में कोल्ड और फ्लू के लक्षण हों उनसे दूरी बनाकर रखें. जंगली जानवरों के संपर्क में आने से बचें.
कोरोना: पता चलेगा स्टेज 3 में पहुंचा या नहीं? अगले कुछ घंटे देश के लिए अहम
देश में कोरोना वायरस अभी स्टेज 2 पर है. यानी अभी यह स्थानीय स्तर पर लोगों को संक्रमित कर रहा है. लेकिन यह स्टेज तीन यानी सामुदायिक संक्रमण पर पहुंच गया तो दिक्क्त हो जाएगी. इसलिए अगले कुछ घंटे बेहद महत्वपूर्ण हैं. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के वैज्ञानिक यह पता लगाने में लगे हुए हैं.
- ICMR के वैज्ञानिक डॉ. आरआर गंगाखेड़कर ने बताया कि अगले 24 से 36 घंटों में यह पता चल जाएगा कि कोरोना वायरस ने भारत में कम्यूनिटी ट्रांसमिशन शुरू किया या नहीं. यानी स्टेज तीन पर वायरस पहुंचा या नहीं. यह पता करने के लिए गणितीय मॉडल पर काम चल रहा है. डॉ. गंगाखेड़कर ने यह जानकारी एक मीडिया संस्थान को दी है.
- क्योंकि हाल ही में ICMR के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने भी कहा था कि अगर कोरोना वायरस देश में स्टेज तीन पर पहुंच गया तो उसे संभालना बेहद मुश्किल हो जाएगा. इसलिए अब सरकार प्रयास कर रही है कि यह तीसरे स्टेज में न पहुंचे.
- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को अपने स्तर से जोखिम का आकलन करते हुए उन इलाकों की पहचान करने को कहा गया है जहां लॉकडाउन की जरूरत है. ताकि संक्रमण के चेन को तोड़ा जा सके.
- हरियाणा के झज्जर स्थित 800 बेडों के नेशनल केंसर इंस्टिट्यूट को कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए रिजर्व किया गया है. 1,200 वेंटिलेटर्स का ऑर्डर दिया गया है.
- अधिकारियों ने बताया कि देश में कोरोना से संक्रमण के मामलों में वृद्धि की वजह पिछले कुछ हफ्तों में अमेरिका, यूके जैसे बुरी तरह प्रभावित देशों से भारतीयों की वापसी हो रही है.
- डॉ. बलराम भार्गव ने ये भी बताया है कि 80% मामलों में सामान्य बीमारी है. उन्हें संक्रमण का पता भी नहीं चलता है. 20% मामलों में कोविड-19 से बुखार और खांसी होती है. करीब 5% संक्रमितों को भर्ती कराने की जरूरत होती है.
डॉ. बलराम भार्गव ने ये भी बताया है कि 80% मामलों में सामान्य बीमारी है. उन्हें संक्रमण का पता भी नहीं चलता है. 20% मामलों में कोविड-19 से बुखार और खांसी होती है. करीब 5% संक्रमितों को भर्ती कराने की जरूरत होती है.